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जानें पुरुषोत्तम मास में चावल खाना क्यों है वर्जित

पुरुषोत्तम मास जिसे मलमास के नाम से भी जाना जाता है। इस माह में खास भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना की जाती है और कथा पढ़ने का भी खास विशेष महत्व है। 
Editorial
Updated:- 2023-08-10, 16:29 IST

पुरुषोत्तम मास जिसे अधिक मास और मलमास के नाम से जाना जाता है। क्योंकि ये नाम मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम का दिया हुआ नाम है। इस माह में विशेष पूदा-पाठ करने का महत्व है, इससे अधिक फल की प्राप्ति के साथ मोक्ष की भी प्राप्ति होती है।

हिंदू धर्म में पुरुषोत्तम मास का विशेष महत्व है। इस माह में भगवान विष्णु की पूजा के करने के साथ-साथ श्रावण मास की कथा भी सुनी जाती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, ऐसा कहा जाता है कि इस माह में किए गए धार्मिक कार्य करने से अधिक फल की प्राप्ति होती है।

वहीं ज्योतिष शास्त्र में इस मास का महत्व बताते  हुए, कुछ ऐसी चीजों के बारे में बताया गया है, जिसे जानना बेहद जरूरी है। ऐसे में पुरुषोत्तम मास में चावल खाने की मनाही क्यों है, इसके बारे में ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी से विस्तार से जानेंगे। 

इस मास में चावल क्यों नहीं खाना चाहिए, जानें धार्मिक कारण

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पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, ऐसा कहा जाता है कि महर्षि मेधा ने अपनी मां के क्रोध से बचने के लिए अपना शरीर त्याग दिया था और उनका अंश उसी समय पृथ्वी में समा गया था। वहीं जिस दिन महर्षि मेधा का अंश पृथ्वी में समाया था। उस दिन एकादशी तिथि थी। ऐसा कहा जाता है कि महर्षि मेधा फिर चावल और जौ के रूप में पृथ्वी से उत्पन्न हुए थे। इसलिए एकदाशी (एकादशी मंत्र) के दिन चावल नहीं खाना चाहिए। 

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इस मास चावल खाना क्यों है वर्जित, जानें वैज्ञानिक कारण 

वैज्ञानिक मान्यताओं के अनुसार, चावल में जल तत्व अधिक मात्रा में होती है। वहीं जल पर चंद्रमा का प्रभाव अधिक रहता है। चावल खाने से शरीर में जल की मात्रा अधिक बढ़ जाती है और इससे मन विचलितड होने की संभावना रहती है। चावल खाने से मन चंचल हो जाता है और व्यक्ति व्रत के नियमों का पालन नहीं कर पाता है। इसलिए इस दिन चावल खाना वर्जित होता है।

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पुरुषोत्तम मास भगवान विष्णु को है समर्पित 

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पुरुषोत्तम मास भगवान विष्णु का मास माना जाता है। इसलिए इस मास में जितना हो सके, भगवान श्रीहरि विष्णु (भगवान विष्णु मंत्र) की विशेष पूजा-अर्चना करें। इस बात का ध्यान रखें कि इस मास में सात्विक भोजन करना चाहिए और और व्रत रखें। इससे आपकी मनोकामना पूरी हो सकती है।

 

पुरुषोत्तम मास में अगर आप चावल का सेवन करते हैं, तो इन बातों का खास ध्यान दें और अगर हमारी स्टोरीज से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो वो आप हमें आर्टिकल के नीचे दिए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।

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