देश की महिलाओं के सिंदूर की रक्षा के लिए पीएम मोदी का संकल्प, भावुक मन से कही ये बात

पहलगाम आतंकी हमले का बदला लेने और ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहली बार देश को संबोधित किया जिसमें महिलाओं के प्रति संकल्प लेते हुए पीएम भावुक नजर आये। 
pm modi address india after operation sindoor
pm modi address india after operation sindoor

पहलगाम आतंकी हमले का बदला लेने और ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहली बार देश को संबोधित किया। अपने संबोधन में पीएम मोदी ने 6 मई से सीजफायर तक भारतीय सैनिकों के अद्भुत शौर्य की सराहना की। साथ ही, उन्होंने देश की महिलाओं के प्रति एक दृढ़ संकल्प जताया और भावुक हो उठे। आइए जानते हैं, महिलाओं को लेकर पीएम मोदी ने क्या कुछ कहा।

महिलओं के सिंदूर के लिए पीएम मोदी का संकल्प

pm modi on operation sindoor

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज राष्ट्र को संबोधित करते हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता पर देशवासियों को बधाई दी और इस अभियान को देश की माताओं, बहनों और बेटियों को समर्पित किया। अपने भावुक संबोधन में उन्होंने कहा, 'ऑपरेशन सिंदूर के बाद अब हर आतंकवादी और आतंकी संगठन जान चुका है कि हमारी बहनों-बेटियों के माथे से सिंदूर मिटाने की कोशिश का अंजाम क्या होता है।'

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि 'ऑपरेशन सिंदूर' केवल एक सैन्य अभियान नहीं, बल्कि देशवासियों की भावनाओं का प्रतिबिंब है। यह न्याय की उस अटूट प्रतिज्ञा का प्रतीक है, जो 6 मई की रात से शुरू होकर 7 मई की सुबह दुनिया के सामने परिणाम बनकर सामने आई।

यह भी पढ़ें: India-Pakistan Ceasefire: 1965 और 1971 के युद्ध के दौरान घर के खिड़की-दरवाजों पर लगाए गए थे काले कागज, मोमबत्‍ती की रोशनी में बनता था खाना और घर से बाहर नहीं खेल पाते थे बच्‍चे, सीजफायर के बाद क्‍या अब ली जा सकती है चैन की सांस?

अपने संबोधन में उन्होंने भारतीय सैनिकों के अद्भुत साहस, पराक्रम और शौर्य को सलाम किया और इसे देश की हर मां, बहन और बेटी को समर्पित किया। उन्होंने स्पष्ट कहा कि देश की महिलाओं के सिंदूर की रक्षा उनका संकल्प है और रहेगा।

गौरतलब है कि 'ऑपरेशन सिंदूर' न केवल आतंकवादियों के ठिकानों पर सटीक हमला था, बल्कि यह भारत की ओर से सीमा पार आतंकवादियों और उनके संरक्षकों को एक सख्त संदेश भी था।

सिंदूर, एक विवाहित महिला के लिए सिर्फ श्रृंगार नहीं, बल्कि उसके सुहाग का प्रतीक है। पहलगाम में जिस तरह आतंकवादियों ने निर्दोष नागरिकों को निशाना बनाया जिसमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे वह अमानवीयता की पराकाष्ठा थी। कई विवाहित महिलाओं ने अपने सामने सिंदूर उजड़ते देखा।

यह भी पढ़ें:ऑपरेशन सिंदूर के बारे में सोशल मीडिया पर ना करें ये बातें पोस्ट, क्या आप जानती हैं सरकारी गाइडलाइन्स

'ऑपरेशन सिंदूर' उसी अत्याचार का करारा जवाब और प्रतीकात्मक प्रतिशोध था, इसलिए इस अभियान को यह नाम दिया गया। यह भारत की ओर से स्पष्ट संदेश था कि देश की बेटियों और माताओं की अस्मिता और सम्मान की रक्षा के लिए देश कोई भी कदम उठाने से पीछे नहीं हटेगा।

अगर हमारी स्टोरीज से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो वो आप हमें कमेंट बॉक्स में बता सकते हैं और अपना फीडबैक भी शेयर कर सकते हैं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।

image credit: herzindagi

HzLogo

HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!

GET APP