Maha Shivratri 2025: महाशिवरात्रि के दिन करें षडक्षर स्तोत्र का पाठ, सौभाग्य में हो सकती है वृद्धि

हिंदू धर्म में महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव की पूजा विधिवत रूप से करने से व्यक्ति की मनोकामनाएं पूरी हो सकती है। साथ ही सुख-सौभाग्य में वृद्धि हो सकती है। अब ऐसे मेम इस दिन किस स्तोत्र का पाठ करने से लाभ हो सकता है। इसके बारे में इस लेख में विस्तार से जानते हैं। 
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हिंदू धर्म में महाशिवरात्रि एक प्रमुख त्योहार है, जो फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है। यह दिन भगवान शिव को समर्पित है और इसे बड़ी श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया जाता है। महाशिवरात्रि का अर्थ है 'शिव की महान रात'। इस रात को भगवान शिव की पूजा अर्चना करने से व्यक्ति के सभी पाप नष्ट हो जाते हैं और उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है। महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव की पूजा-अर्चना का विशेष महत्व है। इस दिन व्रत रखने और रात्रि जागरण करने से भगवान शिव की विशेष कृपा प्राप्त होती है। भक्त इस दिन शिवलिंग का अभिषेक करते हैं और उन्हें बेलपत्र, धतूरा, भांग आदि अर्पित करते हैं। अब ऐसे में इस दिन षडक्षर स्तोत्र का पाठ करने का विशेष महत्व है। आइए इस लेख में ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी से विस्तार से जानते हैं।

महाशिवरात्रि के दिन षडक्षर स्तोत्र का करें पाठ

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श्रीशिवषडक्षरस्तोत्रम्
ॐकारं बिंदुसंयुक्तं नित्यं ध्यायंति योगिनः ।
कामदं मोक्षदं चैव ॐकाराय नमो नमः ॥ १॥
नमंति ऋषयो देवा नमन्त्यप्सरसां गणाः ।
नरा नमंति देवेशं नकाराय नमो नमः ॥ २॥
महादेवं महात्मानं महाध्यानं परायणम् ।
महापापहरं देवं मकाराय नमो नमः ॥ ३॥
शिवं शांतं जगन्नाथं लोकानुग्रहकारकम् ।
शिवमेकपदं नित्यं शिकाराय नमो नमः ॥ ४॥
वाहनं वृषभो यस्य वासुकिः कंठभूषणम् ।
वामे शक्तिधरं देवं वकाराय नमो नमः ॥ ५॥
यत्र यत्र स्थितो देवः सर्वव्यापी महेश्वरः ।
यो गुरुः सर्वदेवानां यकाराय नमो नमः ॥ ६॥
षडक्षरमिदं स्तोत्रं यः पठेच्छिवसंनिधौ ।
शिवलोकमवाप्नोति शिवेन सह मोदते ॥ ७॥
॥ इति श्री रुद्रयामले उमामहेश्वरसंवादे षडक्षरस्तोत्रं सम्पूर्णम् ॥

महाशिवरात्रि के दिन षडक्षर स्तोत्र का पाठ करने का महत्व

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महाशिवरात्रि के दिन षडक्षर स्तोत्र का पाठ करने का विशेष महत्व है। इस दिन इस स्तोत्र का पाठ करने से भगवान शिव की विशेष कृपा प्राप्त होती है और सभी प्रकार के पापों का नाश होता है। साथ ही मोक्ष की प्राप्ति होती है। इतना ही नहीं, इस स्तोत्र का पाठ करने से मानसिक शांति मिलती है। यह स्तोत्र भय और चिंताओं को दूर करने में मदद करता है। यह आत्मविश्वास और साहस को बढ़ाता है। षडक्षर स्तोत्र का पाठ करने से आर्थिक स्थिति में सुधार होता है और समृद्धि बढ़ती है। यह स्तोत्र स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करता है और बीमारियों से बचाता है।

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Image Credit- HerZindagi

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