हिंदू धर्म में महाशिवरात्रि एक प्रमुख त्योहार है, जो फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है। यह दिन भगवान शिव को समर्पित है और इसे बड़ी श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया जाता है। महाशिवरात्रि का अर्थ है 'शिव की महान रात'। इस रात को भगवान शिव की पूजा अर्चना करने से व्यक्ति के सभी पाप नष्ट हो जाते हैं और उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है। महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव की पूजा-अर्चना का विशेष महत्व है। इस दिन व्रत रखने और रात्रि जागरण करने से भगवान शिव की विशेष कृपा प्राप्त होती है। भक्त इस दिन शिवलिंग का अभिषेक करते हैं और उन्हें बेलपत्र, धतूरा, भांग आदि अर्पित करते हैं। अब ऐसे में इस दिन षडक्षर स्तोत्र का पाठ करने का विशेष महत्व है। आइए इस लेख में ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी से विस्तार से जानते हैं।
महाशिवरात्रि के दिन षडक्षर स्तोत्र का करें पाठ
श्रीशिवषडक्षरस्तोत्रम्
ॐकारं बिंदुसंयुक्तं नित्यं ध्यायंति योगिनः ।
कामदं मोक्षदं चैव ॐकाराय नमो नमः ॥ १॥
नमंति ऋषयो देवा नमन्त्यप्सरसां गणाः ।
नरा नमंति देवेशं नकाराय नमो नमः ॥ २॥
महादेवं महात्मानं महाध्यानं परायणम् ।
महापापहरं देवं मकाराय नमो नमः ॥ ३॥
शिवं शांतं जगन्नाथं लोकानुग्रहकारकम् ।
शिवमेकपदं नित्यं शिकाराय नमो नमः ॥ ४॥
वाहनं वृषभो यस्य वासुकिः कंठभूषणम् ।
वामे शक्तिधरं देवं वकाराय नमो नमः ॥ ५॥
यत्र यत्र स्थितो देवः सर्वव्यापी महेश्वरः ।
यो गुरुः सर्वदेवानां यकाराय नमो नमः ॥ ६॥
षडक्षरमिदं स्तोत्रं यः पठेच्छिवसंनिधौ ।
शिवलोकमवाप्नोति शिवेन सह मोदते ॥ ७॥
॥ इति श्री रुद्रयामले उमामहेश्वरसंवादे षडक्षरस्तोत्रं सम्पूर्णम् ॥
महाशिवरात्रि के दिन षडक्षर स्तोत्र का पाठ करने का महत्व
महाशिवरात्रि के दिन षडक्षर स्तोत्र का पाठ करने का विशेष महत्व है। इस दिन इस स्तोत्र का पाठ करने से भगवान शिव की विशेष कृपा प्राप्त होती है और सभी प्रकार के पापों का नाश होता है। साथ ही मोक्ष की प्राप्ति होती है। इतना ही नहीं, इस स्तोत्र का पाठ करने से मानसिक शांति मिलती है। यह स्तोत्र भय और चिंताओं को दूर करने में मदद करता है। यह आत्मविश्वास और साहस को बढ़ाता है। षडक्षर स्तोत्र का पाठ करने से आर्थिक स्थिति में सुधार होता है और समृद्धि बढ़ती है। यह स्तोत्र स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करता है और बीमारियों से बचाता है।
इसे जरूर पढ़ें - Maha Shivratri 2025 Panchkoshi Parikrama: महाशिवरात्रि के दिन पंचकोसी परिक्रमा से पूरी होती हैं मनोकामनाएं, जानें किसने की थी शुरुआत
अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक पर शेयर और लाइक जरूर करें। इसी तरह के और भी आर्टिकल पढ़ने के लिए जुड़े रहें हर जिंदगी से। अपने विचार हमें आर्टिकल के ऊपर कमेंट बॉक्स में जरूर भेजें।
Image Credit- HerZindagi
HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों