Kartik Purnima Snan Daan Muhurat 2024: कार्तिक पूर्णिमा पर स्नान और दीपदान का शुभ मुहूर्त क्या है, जानें 14 कोस परिक्रमा का महत्व

Kartik Purnima 2024 Snan Daan Shubh Muhurat: कार्तिक पूर्णिमा के दिन स्नान-दान और 14 कोस की परिक्रमा का विशेष महत्व है। इस दिन को पवित्र मानते हुए भक्त कार्तिक स्नान और दान करके पुण्य अर्जित करते हैं। इस लेख में इस पावन अवसर पर इन अनुष्ठानों का महत्व और स्नान-दान का शुभ मुहूर्त जानें। 
 kartik purnima 2024 snan daan muhurat and deep daan ka samay

हिंदू धर्म में कार्तिक पूर्णिमा को इच्छाओं को पूर्ण करने वाली तिथि माना गया है, जिसमें भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की विशेष पूजा का महत्व होता है। मान्यता है कि इस दिन कुछ खास उपायों और नियमों का पालन करने से जीवन में आ रही समस्याओं से राहत मिल सकती है। साथ ही, कार्तिक पूर्णिमा पर स्नान-दान और 14 कोस की परिक्रमा को बेहद सौभाग्यशाली माना जाता है। यही नहीं मान्यता यह भी है कि जो व्यक्ति इस दिन दीपदान करता है उसे शुभ फलों की प्राप्ति होती है। आइए, इस लेख में ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी से स्नान और दीपदान के शुभ मुहूर्त के बारे में विस्तार से जानें।

कार्तिक पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान करने का शुभ मुहूर्त क्या है?

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वैदिक पंचांग के अनुसार, इस साल 15 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान किया जाएगा। मान्यता है कि गंगा जल में स्नान करने से सभी पाप धुल जाते हैं। इस दिन पितरों का तर्पण करने से उन्हें मोक्ष मिलता है।
गंगा स्नान करने का शुभ मुहूर्त - सुबह 04 बजकर 58 मिनट से लेकर सुबह 05 बजकर 51 मिनट तक है।

कार्तिक पूर्णिमा के दिन दीपदान करने का शुभ मुहूर्त क्या है?

कार्तिक पूर्णिमा के दिन देव दीपावली की पूजा का मुहूर्त 15 नवंबर को शाम 05 बजकर 10 मिनट से लेकर 07 बजकर 47 मिनट तक है। इसके बाद आप दीपदान कर सकते हैं। ऐसा कहा जाता है कि दीपदान करने से व्यक्ति को सभी दोषों से छुटकारा मिलता है। मान्यता है कि दीपदान करने से हमारे पितरों को मोक्ष मिलता है। साथ ही घर में सुख-समृद्धि का आगमन होता है।

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कार्तिक पूर्णिमा के दिन 14 कोस की परिक्रमा लगाने का महत्व क्या है?

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धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, ऐसा कहा जाता है कि कार्तिक पूर्णिमा के दिन 14 कोस की परिक्रमा लगाने से व्यक्ति को सभी पापों से छुटकारा मिल जाता है और मृत्यु के बाद मोक्ष की भी प्राप्ति होती है। साथ ही जीवन में चल रही सभी परेशानियों से भी छुटकारा मिल जाता है। इतना ही नहीं, कहते हैं कि कुल 14 लोक होते हैं। जिसमें सबसे अहम मानव लोक होता है। इसलिए 14 कोस की परिक्रमा लगाने से व्यक्ति को जन्म-मरण के बंधन से मुक्ति मिल जाती है।

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Image Credit- HerZindagi

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FAQ

  • कार्तिक पूर्णिमा का शुभ मुहूर्त क्या है?

    कार्तिक पूर्णिमा के दिन स्नान और दान का शुभ मुहूर्त सुबह 04 बजकर 58 मिनट से सुबह 5 बजकर 51 मिनट तक रहेगा। 
  • कार्तिक पूर्णिमा पर कितने दीये जलाएं?

    कार्तिक पूर्णिमा के दिन 11, 21, 51 और 108 दीप जलाना शुभ होता है।