बरसात का मौसम अपने साथ ठंडक और हरियाली तो लाता है, पर यह घर के लिए एक बड़ी परेशानी भी लेकर आता है और वह है- फर्नीचर में दीमक का लगना। दरअसल, नमी और उमस की वजह से घर में मौजूद लकड़ी के सामानों पर दीमक पनपने लगते हैं। इतना ही नहीं, देखते ही देखते ये दीमक आपके प्यारे से फर्नीचर को खोखला करना शुरू कर देते हैं। लकड़ी का फर्नीचर दीमक का पसंदीदा निशाना होता है और अगर समय रहते ध्यान न दिया जाए, तो इससे लाखों का नुकसान हो सकता है।
इस समस्या से निपटने के लिए अगर आप महंगे केमिकलयुक्त स्प्रे खरीदती हैं, तो आपको अब इसकी जरूरत नहीं है। दरअसल, आपकी रसोई में ही कुछ ऐसी चीजें मौजूद हैं, जिनका घोल बनाकर आप रोजाना फर्नीचर पर स्प्रे करके दीमक से छुटकारा पा सकती हैं। यह तरीका असरदार और बेहद सुरक्षित है। तो आइए जानते हैं कि कैसे आप अपने फर्नीचर को दीमक से बचाकर सालों-साल नया जैसा रख सकती हैं।
दीमक से बचाव के लिए घरेलू उपाय
दीमक को दूर रखने के लिए कुछ प्राकृतिक चीजें बहुत असरदार होती हैं। इनका घोल बनाकर रोजाना फर्नीचर पर स्प्रे करने से दीमक पनप नहीं पाते हैं और आपका फर्नीचर सुरक्षित रहता है।
नीम का तेल और चूना का घोल
नीम की पत्तियां और चूना, दोनों ही दीमक को भगाने और उनसे बचाव के लिए प्राकृतिक और प्रभावी उपाय माने जाते हैं। इन्हें मिलाकर बनाया गया स्प्रे या पेस्ट दीमक पर दोहरा वार करता है। यह दीमक से बचाव का प्राकृतिक उपाय है। नीम अपने प्राकृतिक कीटनाशक गुणों के लिए जाना जाता है। इसमें अजाडिरैक्टिन नामक एक सक्रिय घटक होता है जो दीमक के विकास को बाधित करता है, उनकी प्रजनन क्षमता को कम करता है और उन्हें खाने से भी रोकता है। यह दीमक के लिए एक धीमा जहर होता है जो धीरे-धीरे पूरे झुंड को प्रभावित करता है। चूना एक क्षारीय पदार्थ है। यह दीमक के लिए एक प्रतिकूल वातावरण बनाता है। चूने का उपयोग आमतौर पर पेड़ों के तनों पर दीमक और अन्य कीटों से बचाव के लिए किया जाता है, क्योंकि यह नमी को नियंत्रित करने और कुछ कीटों को दूर भगाने में मदद करता है।
फर्नी को दीमक से बचाने के लिए आवश्यक सामग्री
- ताजी नीम की पत्तियां: 1 कप (लगभग 50-70 ग्राम)
- पानी: 2-3 कप
- बुझा हुआ चूना: 1-2 चम्मच (पुताई वाला चूना, जो पानी में डालने पर गर्म होता है)
- स्प्रे बोतल
- छलनी या महीन कपड़ा
नीम की पत्तियों और चूने का स्प्रे बनाने की विधि
- नीम की पत्तियों को पानी के साथ मिक्सर में डालकर अच्छी तरह पीस लें ताकि एक गाढ़ा घोल बन जाए।
- इस घोल को महीन कपड़े या छलनी से छान लें, ताकि पत्तियों के मोटे टुकड़े निकल जाएं और आपको सिर्फ तरल मिल सके। यह स्प्रे बोतल को बंद होने से रोकेगा।
- छाने हुए नीम के तरल में बुझा हुआ चूना डालें और अच्छी तरह से मिलाएं। सुनिश्चित करें कि चूना पूरी तरह से घुल जाए।
- इस घोल को एक स्प्रे बोतल में भर कर इस्तेमाल कर सकती हैं।
दीमक से छुटकारा पाने के लिए ऐसे करें होममेड स्प्रे का इस्तेमाल
- इस घोल को सीधे उन जगहों पर स्प्रे करें जहां आपको दीमक के निशान दिख रहे हैं, जैसे लकड़ी के फर्नीचर की दरारें, दीवारों के कोने, दरवाजों के फ्रेम और खिड़कियों के आसपास।
- नमी वाली और अंधेरी जगहों पर भी स्प्रे करें जहां दीमक पनप सकते हैं।
- रोजाना या हर दूसरे दिन कम से कम 10-15 दिनों तक स्प्रे करते रहें।
होममेड स्प्रे के फायदे
नीम की पत्तियां, दीमक के विकास को बाधित करता है और उनके खाने की क्षमता को कम करता है। यह धीरे-धीरे उन्हें मारने में कारगर होता है। इसकी कड़वी गंध दीमक को दूर भागने पर मजबूर करती हैं। चूना एक क्षारीय वातावरण बनाता है, जो दीमक के लिए प्रतिकूल होता है। यह कीटों की त्वचा पर जलन पैदा कर सकता है और उन्हें उस जगह से दूर भागने पर मजबूर कर सकता है। यही नहीं, चूना नमी को भी सोखता है, जो दीमक के पनपने के लिए आवश्यक होती है।
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