Parenting Tips: इन दिनों गोवा के होटल में एक हत्या सुर्खियों में है। होटल में जिसकी हत्या हुई और जो गिरफ्तार हुआ, दोनों की पहचान सामने आने से हर कोई हैरान रह गया। इस हत्या का आरोप एक मां पर लगा है। आरोप है कि सूचना सेठ नाम की एक महिला ने अपने 4 साल के बच्चे की हत्या कर दी है। दरअसल, अपने पति वेंकेट रमण से अलग होने के बाद बच्चे की कस्टडी को लेकर लड़ाई चल रही थी। इसी बीच कोर्ट ने पिता को बच्चे से मिलने की परमिशन दे दी। इस बात से सूचना सेठ काफी परेशान थी। इसी कारण उसने बच्चे की हत्या कर दी।
इसके बाद से एक मां का बच्चे के साथ व्यवहार और क्रूरता को लेकर कई तरह के सवाल खड़े होते हैं। कुछ मां ऐसी होती हैं जिन्हें शायद अपने बच्चों की मासूमियत भी नहीं समझ आती है। जरूरत इस बात की है कि अपने गुस्से को कंट्रोल कर बच्चे की मासूमियत को एंज्वॉय करना चाहिए। आज हम आपको बच्चे की परवरिश के 5 साइकोलॉजिकल टिप्स के बारे में बताएंगे। इसके लिए हमने फोर्टिस एस्कॉर्ट्स हार्ट इंस्टीट्यूट की सीनियर चाइल्ड और क्लीनिकल साइकोलॉजिस्ट व हैप्पीनेस स्टूडियो की फाउंडर डॉक्टर भावना बर्मी से बात की है। तो चलिए एक्सपर्ट से जानते हैं बच्चों को हैंडल करने के तरीके।
बच्चों की बात सुनें
कई बार पेरेंट्स बच्चों की हरकतों से परेशान होकर उन्हें डांट देते हैं। पर हर बार आपका बच्चा गलत ही हो ये जरुरी नहीं। दरअसल, कभी-कभी आपको चाहिए कि आप अपने बच्चों की बातो को भी सुनें और समझें। अपने काम से थोड़ा फ्री होकर उनके साथ भी वक्त बिताएं। बच्चों को भी ये लगना चाहिए कि उनके मां-बाप उनकी बातों को समझते हैं। ऐसा करने से आपके बच्चे की बिहेवियर में सुधार भी आएगा।
अपने गुस्से और इमोशन्स पर करें कंट्रोल
अगर आपको कभी आपके बच्चे पर गुस्सा आता है, तो आपको कंट्रोल करना चाहिए। ऐसा करने से बच्चे के दिमाग पर गलत प्रभाव पड़ता है। हो सकता है कि बच्चा आपसे डरने लगे और आपसे बात करना बंद कर दे। इसलिए जरुरी है कि बच्चों की नादानी को उनका मासूमियत समझकर अपने गुस्से पर नियंत्रण(चर्चित अंग्रेजी शब्दों का सही हिंदी मतलब) रखें।
अच्छे-अच्छे एग्जाम्पल दिखाएं
अपने बच्चे को अच्छी आदतों का उदाहरण देकर समझाएं। गलत चीजों के ऊपर डांटने की जगह अगर आप उन्हें सही आदतों के बारे में समझाएंगे तो शायद उनके दिमाग में पोजिटिविटी आएगी। साथ ही, आपको बच्चों के व्यवहार में काफी कई सारे नए बदलाव भी नजर आएंगे।
इसे भी पढ़ें: क्या आपका बच्चा पढ़ने के बाद भूल जाता है? इन टिप्स को अपनाएंगी तो कर सकता है टॉप
सही समय पर करें बात
बच्चे जब ज्यादा जिद्द करने लगे तो उन्हें बड़े ध्यान से हैंडल करना होता है। उनको समझाने के लिए बच्चों के मूड के अनुसार सही समय का इंतजार करें। जब लगे कि आपका बच्चा सही मूड में है और आपके पास बैठ रहा है तो उस टाइम आप उसे प्यार से समझा(रात को पढ़ने के टिप्स) सकती हैं।
इसे भी पढ़ें: बच्चों को अंग्रेजी सिखाने के लिए अपनाएं ये 5 शानदार टिप्स
बच्चों के सामने पोजिटिव अप्रोच
बच्चे अक्सर तभी खुश होते हैं और पेरेंट्स की बात सुनते हैं जब कुछ उनके मन के अनुसार हुआ हो। इसलिए आपको चाहिए कि आप बच्चों के सामने पोजिटिव अप्रोच रखें। जैसे अगर आपके बच्चे को घूमना पसंद है तो बच्चे से कभी-कभी घूमने का प्रॉमिस करके अपना काम आसान कर सकती हैं।
अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक पर शेयर और लाइक जरूर करें। इसी तरह के और भी आर्टिकल पढ़ने के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी से। अपने विचार हमें आर्टिकल के ऊपर कमेंट बॉक्स में जरूर भेजें।
HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों