herzindagi
how to grow chrysanthemum aka guldaudi

छोटे से पौधे पर निकलेंगे डलिया भर के फूल, बस ऐसे लगाएं गुलदाउदी का प्लांट

Chrysanthemum Problems: गुलदाउदी अपने खूबसूरत और रंग-बिरंगे फूलों के लिए जाना जाता है। अगर आप चाहते हैं कि आपका गुलदाउदी का पौधा डलिया भर फूलों से लद जाए, तो कुछ खास बातों का ध्यान रखना जरूरी है। चलिए जानते हैं इसे ग्रो करने का तरीका।
Editorial
Updated:- 2024-10-30, 18:03 IST

गुलदाउदी , जिसे कुछ जगहों पर मम या गुलदाउदी या शेवंती या सेबाती के नाम से भी जाना जाता है। यह देखने ही बेहद ही खूबसूरत होता है। इस फूल में आपको अलग-अलग रंग और साइज की वैरायटी मिल जाएगी। अधिकतर लोग इस पौधों को बगीचे और छतों को सजाने के लिए करते हैं। अगर आप इन गुलदाउदी के पौधे को अपने घर में उगाकर ढेर सारे फूल पाना चाहती हैं, तो इस लेख में आज हम आपको इस पौधे को लगाने का तरीका और उसमें होने वाली समस्याओं के बारे में बताने जा रहे हैं।

गुलदाउदी के पौधा कैसे लगाएं?

how to grow guldaudi

  • पौधा लगाने के लिए सबसे पहले गमले के नीचे छेद होने करें ताकि पानी आसानी से निकल सके।
  • इसके बाद गमले में अच्छी गुणवत्ता वाली मिट्टी और खाद को मिक्स करके भरें।
  • अब नर्सरी से लाए गए पौधों को लगाने के लिए गमले के बीच में एक गड्ढा खोदे और उसमें गुलदाउदी का पौधा या बीज लगाएं।
  • इसके बाद पौधे को मिट्टी से ढक कर हल्का सा दबा दें।
  • आखिरी और जरूरी बात पौधे को अच्छी तरह से पानी दें।
  • अब गमले को ऐसी जगह रखें जहां उसे दिन में कम से कम 6 घंटे धूप मिले।
  • इसके अलावा हर 15 दिन में एक बार गुलदाउदी के पौधे को खाद दें।
  • नियमित रूप से पौधे की छंटाई करते रहें ताकि वह घना हो और अधिक फूल दे।

इसे भी पढ़ें- पौधों को प्रोटेक्ट करने के लिए अखबार का ऐसा करें इस्तेमाल

गुलदाउदी पौधे के लिए तैयार करें यह खाद

How do you care for a Guldaudi plant

गुलदाउदी के पौधों में किसी भी प्रकार की खाद का इस्तेमाल न करें। इस पौधे के लिए एनपीके (NPK) अनुपात वाली खाद सबसे अच्छी होती है। NPK का मतलब है नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटैशियम। ये तीनों तत्व पौधे के विकास के लिए बहुत जरूरी होते हैं।

ऐसे में इस प्रकार की खाद को पानी में घोलकर पौधे को दें। आप खाद को सीधे मिट्टी में भी डाल सकते हैं, लेकिन ध्यान रखें कि खाद पौधे की जड़ों को न जलाए। गुलदाउदी में नीम का खली, चाय की पत्ती या अंडे के छिलके को खाद के रूप में उपयोग करें।

गुलदाउदी से जुड़ी आम समस्याएं

पत्तियों का पीला पड़ना

भारी मिट्टी या खराब जल निकासी वाली मिट्टी में लगाए गए गुलदाउदी पौधे खुश नहीं रहते। पौधों को पनपने के लिए अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी की आवश्यकता होती है। यदि मिट्टी पानी नहीं छोड़ती है, तो जड़ें डूब जाती हैं और आप अपने गुलदाउदी के पौधे को पीला होते हुए देखते हैं।

सफेद पाउडर धब्बे या फफूंद

Can I grow Chrysanthemums from cuttings

यह एक फफूंद रोग है और इसकी राख जैसी वृद्धि पत्तियों, फूलों के हिस्सों या तनों पर दिखाई दे सकती है। यदि आपको गुलदाउदी पर पाउडर फफूंद दिखाई देती है, तो आप फफूंदनाशकों से फफूंद रोग से लड़ सकते हैं । इसे रोकने के लिए, आप मिट्टी का मिश्रण तैयार करते समय और हर 15-20 दिनों में थोड़ा नीम केक पाउडर भी मिला सकते हैं।

गुलदाउदी का भूरा होना

अत्यधिक शुष्क या गीले वातावरण के कारण पत्तियां और जड़ें प्रभावित होती हैं। इसके अलावा, फंगल संक्रमण और कीट संक्रमण पत्तियों और जड़ों के भूरे होने के लिए जिम्मेदार हैं।

इसे भी पढ़ें- Palak Growing Tips: नहीं पड़ेगी सर्दियों में बाजार जाने की जरूरत! अगर इस ट्रिक से लगाते हैं पालक, बथुआ समेत ये साग

इस आर्टिकल के बारे में अपनी राय भी आप हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं। साथ ही, अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे शेयर जरूर करें। इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ।  

Image credit-freepik

यह विडियो भी देखें

Herzindagi video

Disclaimer

हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, compliant_gro@jagrannewmedia.com पर हमसे संपर्क करें।