पारिजात जिसे हरसिंगार के नाम से भी जाना जाता है बहुत ही खूबसूरत फूलों वाला पौधा माना जाता है। इसके फूल पूजा-पाठ में इस्तेमाल होने के साथ आपके बागीचे की शोभा भी बढ़ाते हैं।
अपने नारंगी तनों वाले सुगंधित और सुंदर सफेद फूलों के कारण कई लोगों का यह प्रिय पौधा भी होता है। अगर हम भक्ति की बात करें तो इसके फूल भगवान शिव को बहुत प्रिय हैं और उन्हें अर्पित करने से जीवन में खुशहाली भी आती है।
वहीं कई बार आप इसका पौधा तो घर में लगा लेते हैं, लेकिन आपकी लाख कोशिशों के बावजूद भी इसमें फूल नहीं निकलते हैं। सही देखभाल न करना, पानी की सही मात्रा का अंदाजा न लगा पाना और इसके लिए सही खाद का इस्तेमाल न करने जैसी गलतियों की वजह से आपका हरा-भरा पौधा भी फूल नहीं देता है। आमतौर पर पारिजात में सितंबर के महीने से लेकर दिसंबर तक फूल खिलते हैं।
अगर आप इस दौरान अपने पौधे मिट्टी में किचन की कुछ सामग्रियां डालेंगे तो आपका पौधा फूलों से भर जाएगा। आइए आपको इन सामग्रियों के बारे में बताते हैं। दरअसल मुझे बागबानी का बहुत शौक है और मैंने अपने घर के पौधों में भी इन सामग्रियों का इस्तेमाल किया है, जिससे हर साल मेरा पारिजात का पौधा फूलों से लद जाता है। आप भी इनका इस्तेमाल जरूर करें।
केले के छिलके से बनाएं फर्टिलाइज़र
केले के छिलकों में पोटैशियम भरपूर मात्रा में पाया जाता है। पोटेशियम पौधों के लिए ऐसा स्रोत माना जाता है जिससे ज्यादा फूल आने में मदद मिलती है। इससे पौधों का स्वास्थ्य अच्छा बना रहता है और पौधों की कई बीमारियां भी दूर होती हैं।
इसका इस्तेमाल करने के लिए आप केले के छिलकों को छोटे-छोटे टुकड़ों में काटकर पारिजात के पौधे की मिट्टी में इन छिलकों को दबाएं। कुछ दिनों में ही ये छिलके मिट्टी में अच्छी तरह से समाहित हो जाएंगे और खाद का रूप ले लेंगे। इससे पौधों की जड़ों से तने तक में पोषण मिलेगा और ज्याद मात्रा में फूल खिलने लगेंगे। अच्छे परिणामों के एक इस उपाय को आप महीने में एक बार करें।
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चावल का पानी का इस्तेमाल करें
चावल का पानी आपके पारिजात के पौधे के लिए एक बहुत अच्छे घटक की तरह काम करता है। अगर आप पौधे को फूलों से भरना चाहते हैं तो चावल के पानी का इस्तेमाल करने के लिए सबसे पहले चावल को धोने के बाद बचे हुए पानी को अलग निकालकर रख लें।
आप चावल को उबालते समय इसमें थोड़ा ज्यादा पानी डालें और उबाल आते समय एक्स्ट्रा पानी को निकालकर रख लें। यह पानी स्टार्च और अन्य पोषक तत्वों से भरपूर होता है। इससे पारिजात के पौधे को बहुत लाभ पहुंच सकता है और इसमें भरपूर फूल आ सकते हैं। चावल को धोने या उबालने के बाद निकले हुए पानी को एक जगह इकट्ठा करें और इसे अच्छी तरह से ठंडा होने दें। आप सप्ताह में कम से कम एक बार इस पानी का इस्तेमाल जरूर करें।
चाय की पत्ती का इस्तेमाल करें
आमतौर पर चाय की पत्ती या उसका पानी फूलों वाले पौधों के लिए बहुत लाभदायक होता है। अगर आप पारिजात के पौधे में भी चाय की पत्ती डालेंगी तो इसमें ज्यादा से ज्यादा फूल निकलने लगेंगे।
चाय की पत्ती का पानी भी मिट्टी की उर्वरकता को बढ़ाता है और इससे पौधे के हर हिस्से को पोषण मिलता है। इससे पौधे में ज्यादा से ज्यादा फूल आने लगते हैं। इसके इस्तेमाल के लिए आप चाय बनाने के बाद इस्तेमाल की गई चाय की पत्तियों को एक साथ इकट्ठा कर लें और उन्हें सूखने दें। जब यह अच्छी तरह से सूख जाएं तो उसका पाउडर पारिजात के पौधे की मिट्टी के चारों तरफ छिड़कें। इससे आपके पौधे में ज्यादा फूल निकलने लगते हैं। इसका इस्तेमाल आप खाद के रूप में महीने में एक बार कर सकती हैं।
दही या छाछ का करें इस्तेमाल
दही या छाछ पौधों के लिए लाभकारी बैक्टीरिया से भरपूर होते हैं जो पौधे की मिट्टी के स्वास्थ्य में सुधार कर सकते हैं। अगर आपके पारिजात के पौधे में किसी वजह से फूल नहीं आ रहे हैं तो आप इसकी मिट्टी में छाछ या दही डालकर इसकी उर्वरकता को बढ़ा सकती हैं और इससे सितंबर के महीने में पारिजात का पौधा फूलों से भर जाएगा। इसके इस्तेमाल के लिए आप एक लीटर पानी में 4 चम्मच छाछ या 2 चम्मच दही मिलाएं। इस पानी को गमले में डालें। दही में मौजूद बैक्टीरिया पारिजात के पौधे में ज्यादा फूल लाने में मदद करेंगे।
प्याज और लहसुन के छिलके
प्याज और लहसुन के छिलके कैल्शियम जैसे पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं। प्लांट विशेषज्ञ बताते हैं कि पौधों में ज्यादा फूलों के लिए कैल्शियम एक आवश्यक तत्व है। अगर पौधे में इस तत्व की कमी होती है तो फूल आने बंद हो जाते हैं और धीरे-धीरे इसके जड़ें भी सूखने लगती हैं।
आपके किचन में मौजूद प्याज और लहसुन के छिलकों का उपयोग प्राकृतिक उर्वरक बनाने के लिए किया जा सकता है जो पारिजात पौधे को लाभ पहुंचाता है। इसके इस्तेमाल के लिए आप एक मुट्ठी प्याज और लहसुन के छिलकों को पानी में उबालें। पानी को ठंडा होने दें और फिर छान लें। महीने में एक बार पारिजात के पौधे की जड़ों में यह पानी डालें। इससे आपके पौधे में भरपूर फूल निकलेंगे।
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