बारिश के मौसम में गाड़ी चलाने में दिक्कत होना और डीजल में मिलावट का संदेह होना एक आम समस्या है। अगर आपको लगता है कि आपकी गाड़ी डीजल में मिलावट की वजह से सही से काम नहीं कर रही है, तो आप कुछ आसान तरीकों से इसकी जांच कर सकते हैं।
अगर आपकी गाड़ी पहले की तुलना में कम माइलेज दे रही है या काला धुआं निकल रहा है, तो यह डीजल में मिलावट का संकेत हो सकता है। वहीं, अगर गाड़ी पहले की तुलना में धीरे चल रही है या एक्सीलरेट करने में मुश्किल हो रही है, तो यह भी मिलावट का संकेत हो सकता है। इसलिए आप सबसे आसान तरीका होता है कि रंग से पहचान करें, शुद्ध डीजल का रंग हल्का पीला होता है। अगर आपका डीजल ज्यादा गहरा या हल्का हो गया है, तो यह मिलावट का संकेत हो सकता है।
डीजल में मिलावट है या नहीं, यह पता करने के लिए आप इन तरीकों को आजमा सकते हैं।
डेंसिटी चेक करें
फ़िल्टर पेपर से भी अगर आपको डीजल की शुद्धता पर शक है, तो आप डेंसिटी जार से इसकी जांच करा सकते हैं। पेट्रोल पंप की मशीन में लगा डेंसिटी मीटर भी ईंधन की शुद्धता का पैमाना है। इस मीटर पर दिखने वाले आंकड़े को सरकार तय करती है। आम तौर पर, डीजल की डेंसिटी 830 से 900 किलोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर के बीच होती है। अगर डेंसिटी तयशुदा रेंज से ज़्यादा या कम है, तो डीजल में मिलावट हो सकती है। डेंसिटी की जांच करने के लिए आप पेट्रोल पंप पर डेंसिटी जार का इस्तेमाल करवा सकते हैं। इसके अलावा, रसीद पर भी डेंसिटी की जानकारी होती है।
फिल्टर पेपर से जांच करें
बाजार में मिलने वाले फिल्टर पेपर की मदद से भी डीजल की शुद्धता की जांच की जा सकती है। इसके लिए, पेट्रोल पंप के नोजल को अच्छी तरह से साफ करें। फिर, नोजल से फिल्टर पेपर पर डीजल की कुछ बूंदें डालें। अगर दो मिनट में तेल फिल्टर से उड़ जाए और सूखने पर पेपर पर गहरे रंग का दाग रह जाए, तो समझ जाएं कि डीजल में मिलावट है।
दूध-पानी टेस्ट करें
दो बूंद डालते ही अगर दूध का दूध और पानी का पानी हो जाए, तो इसका मतलब है कि तेल मिलावटी है। इसके अलावा, अच्छी क्वालिटी का डीजल साफ होना चाहिए, उसमें कोई तलछट नहीं होनी चाहिए, और उसमें हल्की, पेट्रोलियम जैसी गंध होनी चाहिए।
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पानी की जांच
डीजल में पानी की मिलावट को जांचने के लिए एक पारदर्शी बोतल में डीजल का नमूना लें और इसे कुछ समय के लिए स्थिर रख दें। अगर नीचे पानी की परत जम जाती है, तो यह पानी की मिलावट का संकेत हो सकता है। या फिर एक हाइड्रोमीटर का इस्तेमाल करके डीजल की विशिष्टता (डेंसिटी) जांच सकते हैं। शुद्ध डीजल की विशिष्टता 0.82 से 0.85 के बीच होती है।
कागज की जांच
सफेद कागज पर डीजल की कुछ बूंदें डालें। अगर यह पूरी तरह से वाष्पित हो जाता है और कोई दाग नहीं छोड़ता, तो यह शुद्ध डीजल है। अगर दाग रह जाता है, तो यह मिलावट का संकेत हो सकता है। वहीं, अगर आपको शक है कि डीजल में मिलावट है, तो इसे किसी प्रमाणित लैब में टेस्ट करवा सकते हैं। यह सबसे सटीक तरीका है।
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