भारत जैसे देश में लोग बड़ी संख्या में कैश का इस्तेमाल करते हैं, जिसकी वजह से काले धन की समस्या लंबे समय से चिंता का विषय बनी रही है। कैश के बड़े लेन-देन की वजह से ट्रांसपेरेंसी में कमी और टैक्स चोरी को बढ़ावा मिलता है। इस समस्या को ध्यान में रखते हुए भारत सरकार और आयकर विभाग ने नकद लेन-देन को लेकर सख्त नियम लागू किए हैं।
आयकर अधिनियम की धारा 269ST के तहत, अगर कोई व्यक्ति एक ही दिन में 2 लाख रुपये या उससे अधिक की नकद राशि को प्राप्त करता है, तो उसके ऊपर आयकर कानून के अंतर्गत जुर्माना लग सकता है। आज हम इस आर्टिकल में आपको भारत के अंदर कैश ट्रांजैक्शन की लिमिट की अधिकतम सीमा, कब कैश लेन-देन पर रोक और किस तरह के कैश ट्रांजैक्शन पर आयकर विभाग नजर रखता है, इसके बारे में विस्तार से बताने वाले हैं।
दैनिक नकद लेनदेन सीमा 2 लाख रुपये(Daily Cash Transaction Limit 2 Lakh Rupees)
भारत सरकार ने काले धन पर रोक लगाने और कैश ट्रांजैक्शन में पारदर्शिता लाने के लिए वित्त अधिनियम 2017 के जरिए आयकर अधिनियम में एक नया नियम जोड़ा, जिसे सेक्शन 269ST कहा जाता है। इस सेक्शन के तहत एक तय सीमा से अधिक कैश में पैसा लेना गैरकानूनी है।
सेक्शन 269ST के अनुसार, कोई भी इंसान के दिन में नकद रूप में 2 लाख रुपये से अधिक की रकम नहीं ले सकता है। यह लिमिट तीन सिचुएशन्स में लागू होती है।
- अगर कोई व्यक्ति एक ही दिन में एक ही इंसान से एक बार में या कई टुकड़ों में नकद राशि प्राप्त करता है।
- अगर एक दिन में 2 लाख से ज्यादा की कोई खरीद या भुगतान नकद राशि के जरिए होती है।
- किसी शादी या फंक्शन में एक ही इंसान से मिले पैसे की कुल राशि 2 लाख या उससे अधिक होती है।
इस तरह से मिली नकद राशि अगर 2 लाख से ज्यादा है, तो आपको मिली नकद राशि के बराबर ही आपको सरकार को जुर्माने के तौर पर राशि देनी पड़ सकती है।
बैंक और डाकघर से नकद निकालना(Bank and Post Office Withdrawals)
आयकर अधिनियम की धारा 269ST में बैंक और पोस्ट ऑफिस को छूट दी गई है। अगर आप बैंक या पोस्ट ऑफिस से 2 लाख से ज्यादा नकद निकालते हैं, तो आपको डरने की जरूरत नहीं है।
सेविंग्स अकाउंट में नकद जमा की सीमा(Cash Deposit Limits in Savings Accounts)
अभी तक सेविंग्स अकाउंट में कैश जमा करने की कोई सीमा तय नहीं की गई है,लेकिन आपको कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए।
अगर आप एक दिन में 1 लाख रुपये से ज्यादा कैश जमा करते हैं, तो इनकम टैक्स की नजर आप पर पड़ सकती है। अगर आप पूरे साल में 10 लाख से ज्यादा सेविंग्स अकाउंट में कैश जमा करते हैं, तो बैंक IT को रिपोर्ट कर सकता है। यदि आप एक दिन में एक बार में 50 हजार रुपये से ज्यादा अपने अकाउंट में कैश जमा कर रहे हैं, तो आपको PAN नंबर देना जरूरी है।
बिजनेस के लिए कैश पेमेंट की सीमा(Business Transactions And Cash Payments)
अगर कोई बिजनेस चला रहा है, तो उसे आयकर अधिनियम की धारा 40A(3) के तहत नियमों का पालन करना जरूरी है।आप किसी इंसान को एक दिन में 10 हजार रुपये से ज्यादा नकद में पेमेंट नहीं कर सकते हैं। अगर आप ऐसा करते हैं, तो यह रकम आपके टैक्स डिडक्शन के रूप में स्वीकार नहीं की जाएगी।
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बड़े नकद लेन-देन की रिपोर्टिंग(Large Transactions)
अगर आप एक दिन में 10 लाख या उससे ज्यादा का कैश ट्रांजैक्शन करते हैं, तो आपको उसकी जानकारी आयकर विभाग को देनी जरूरी है। आपको लेन-देन से जुड़े डॉक्यूमेंट्स अपने पास रखने जरूरी हैं, जैसे- इनकम प्रूफ, बिजनेस डॉक्यूमेंट्स और रसीदें आदि।
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