Union Budget 2024: इस साल केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को 2024-25 का बजट पेश करेंगी। आर के शनमुखम चेट्टी ने 26 नवंबर, 1947 को स्वतंत्र भारत का पहला केंद्रीय बजट पेश किया था। 1 फरवरी, 2021 को, सीतारमण ने COVID के कारण पहला पेपरलेस बजट पेश किया। लगातार 6 वीं बार केंद्रीय बजट पेश करने वाली भारत की पहली महिला वित्त मंत्री बनेंगी निर्मला सीतारमण। इससे पहले पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई ने 6 बार से ज्यादा टाइम बजट पेश किया है। आइए सलाना वित्तीय विवरण के बारे में जानने के लिए कुछ दिलचस्प तथ्यों पर एक नजर डालते हैं।
आम बजट के बारे में 10 रोचक बातें:
1. भारत का पहला बजट 7 अप्रैल, 1860 में ब्रिटिश शासन के दौरान ईस्ट इंडिया कंपनी के वित्त मंत्री जेम्स विल्सन द्वारा पेश किया गया था। जेम्स विल्सन ने इसे ब्रिटिश क्राउन को प्रस्तुत किया।
2. भारतीय स्वतंत्रता के बाद, पहला बजट 26 नवंबर, 1947 को आर के शनमुखम चेट्टी द्वारा पेश किया गया था, जो 1947 से 1949 तक स्वतंत्र भारत के प्रथम वित्त मंत्री रहे।
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3. मोरारजी देसाई सर्वाधिक कुल 10 बार केंद्रीय बजट पेश करने वाले वित्त मंत्री हैं। देसाई ने 29 फरवरी को अपने जन्मदिन पर दो बार बजट पेश किया था। एक लीप वर्ष 1964 और दूसरा 1968 को।
4. भारत सरकार ने 21 सितंबर 2016 को आम बजट के साथ रेल बजट के विलय को मंजूरी दे दी। उन्होंने 1 फरवरी, 2017 को
5. साल 2016 से, बजट को 1 फरवरी को पेश करने की मंजुरी मिली थी। उस वक्त वित्त मंत्री अरुण जेटली थे। वहीं, साल 2017 में रेल बजट को केंद्रीय बजट में मिला दिया गया। यह आजाद भारत का पहला संयुक्त बजट संसद में पेश किया गया था। इसके साथ ही 92 सालों से चली आ रही आम बजट और रेल बजट की परंपरा खत्म हो गई।
Union Finance Minister Smt @nsitharaman holding a meeting with Private Sector Banks and Financial Institutions in New Delhi today.@nsitharamanoffc@rajeevkumrpic.twitter.com/AUQkZqB8Q7
— Ministry of Finance (@FinMinIndia) September 26, 2019
6. साल 2016 तक केंद्रीय बजट फरवरी के आखिरी कार्य दिवस पर पेश किया जाता था। जिसे, पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली ने 2017 में इसे बदलकर 1 फरवरी कर दिया था।
7. जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी एकमात्र ऐसे प्रधानमंत्री हैं जिन्होंने प्रधानमंत्री पद पर रहते हुए बजट पेश किया है। 1 फरवरी 2021 को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पहला पेपरलेस बजट पेश किया था। ऐसा भारत में चल रही COVID-19 महामारी के कारण किया गया था।
8. साल 1999 तक, केंद्रीय बजट की घोषणा फरवरी के आखिरी कार्य दिवस पर शाम 5 बजे की जाती थी। जिसे पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा ने इसे बदलकर सुबह 11 बजे कर दिया था।
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9. बजट के आसपास गोपनीयता बनाए रखने के लिए 'हलवा समारोह' के बाद लॉक-इन का पालन किया जाता है। साल 1950 में केंद्रीय बजट लीक हो गया था। तब तक बजट की छपाई राष्ट्रपति भवन में होती थी। लीक होने के बाद इसे नई दिल्ली के मिंटो रोड स्थित एक प्रेस में स्थानांतरित करना पड़ा। इसलिए साल 1980 में, नॉर्थ ब्लॉक के बेसमेंट में एक सरकारी कार्यालय स्थापित की गई थी।
10. पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने वित्त मंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान 1991 में शब्दों की संख्या के मामले में सबसे लंबा बजट भाषण दिया था।
आम बजट आमतौर पर 1 फरवरी को पेश किया जाता है
आम बजट एक वित्तीय दस्तावेज है जो सरकार के आगामी वित्त वर्ष के लिए आय और व्यय का विवरण प्रदान करता है। आम बजट में सरकार की आर्थिक नीतियों और कार्यक्रमों का भी विवरण होता है। आम बजट का अध्ययन और विश्लेषण वित्त मंत्रालय के अर्थशास्त्रियों और वित्त विशेषज्ञों द्वारा किया जाता है। आम बजट भारत की अर्थव्यवस्था और जनता के जीवन पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालता है। यह सरकार की नीतियों और कार्यक्रमों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
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Image credit: finance ministry
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