बजट 2023 आम लोगों का बजट हो सकता है क्योंकि अगले आम चुनाव से पहले मोदी सरकार पूरी कोशिश करेगी कि वो आम आदमी को खुश कर दे। बचपन से ही ये ट्रेंड रहा है कि अगर बजट पेश किया जा रहा है तो पूरा परिवार उसे बैठकर देखता था। मेरे घर में ये किसी त्यौहार जैसा होता था। हालांकि, इसे देखा इसलिए जाता था ताकि ये पता चल सके कि क्या सस्ता हुआ और क्या महंगा, लेकिन बजट से जुड़ी कई टर्म्स को हम समझ नहीं पाते थे।
अब जब दोबारा बजट पेश होने वाला है तो चलिए आपको बताते हैं कुछ ऐसी ही टर्म्स के बारे में जो अधिकतर लोगों को पता नहीं होती हैं, लेकिन बजट के समय फाइनेंस मिनिस्टर द्वारा हमेशा बोली जाती हैं।
1फिस्कल डेफिसिट

बजट के समय अगर कोई टर्म सबसे ज्यादा देखी जाती है तो वो है फिस्कल डेफिसिट। इसे राजकोषीय घाटा कहा जाता है। अगर आपको फिस्कल डेफिसिट समझ ना आए तो घाटा तो समझ आएगा ही। ये तब होता है जब एक फाइनेंशियल ईयर के दौरान सरकार का खर्च उसके द्वारा की गई आय से ज्यादा हो जाता है। इसमें उधार ली गई आय को नहीं जोड़ा जाता है। फिस्कल डेफिसिट से दिखाती है कि सरकार को कितने उधार की आवश्यकता है।
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2जीडीपी

ग्रॉस डोमेस्टिक प्रोडक्ट या सकल घरेलू उत्पाद किसी भी देश की अर्थव्यवस्था को मापने का पैमाना माना जाता है। इसे क्वाटर्ली कैलकुलेट किया जाता है। ये देश के कुल उत्पाद को नापती है। यही ये बढ़ रही है तो मतलब देश की इकोनॉमी सही है और अगर ये कम हो रही है तो इसका मतलब ये कमजोर हो रही है।
3टैक्स रेवेन्यू

इसका मतलब सरकार द्वारा टैक्स के रूप में कितनी कमाई की गई है। ये ना सिर्फ पर्सनल टैक्स को कैलकुलेट करता है बल्कि ये गुड्स और सर्विसेज को भी कैलकुलेट करता है। दोनों डायरेक्ट और इनडायरेक्ट टैक्स इसमें आते हैं।
4फिस्कल पॉलिसी

फिस्कल पॉलिसी या राजकोषीय नीति सरकार द्वारा लिया गया वो फैसला होती है जिससे खर्च कम किया जा सके और रेवेन्यू बढ़ाया जा सके। ये देश के आर्थिक गोल्स को पूरा करने के लिए बनाए गए नियम के अंतर्गत आती है।
5कंटिंजेंसी फंड

कंटिंजेंसी फंड भारत के राष्ट्रपति के पास मौजूद एक तरह का फंड होता है जो अप्रत्याशित खर्चों को पूरा करने के लिए मौजूद होता है। पहले इसे संसद द्वारा अप्रूव किया जाता है और उसके बाद कंटिंजेंसी फंड को निश्चित किया जाता है। ये आमतौर पर 500 करोड़ होता है।
6रेवेन्यू डेफिसिट

रेवेन्यू डेफिसिट जैसा कि नाम बता रहा है ये एक तरह का घाटा है जो सरकारी आय पर होता है। इसका मतलब है कि सरकार का दैनिक खर्च उसकी दैनिक आय के मुकाबले ज्यादा रहा।
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7डायरेक्ट टैक्स

डायरेक्ट टैक्स वो टैक्स होता है जो किसी व्यक्ति या बिजनेस की इनकम पर लगाया जाता है। डायरेक्ट टैक्स में इनकम टैक्स, प्रॉपर्टी टैक्स, इनहेरिटेंस टैक्स, कॉरपोरेट टैक्स आदि शामिल होते हैं।
8इनडायरेक्ट टैक्स

इनडायरेक्ट टैक्स वो टैक्स होता है जो किसी चीज या सामान पर लगाया जाता है। इसमें कस्टम ड्यूटी, सेंट्रल एक्साइज टैक्स, जीएसटी, इनडायरेक्ट टैक्स आदि आते हैं।
9एनुअल फाइनेंशियल स्टेटमेंट

संविधान के आर्टिकल 112 के अनुसार सरकार को हर वित्तीय वर्ष में (1 अप्रैल से 31 मार्च तक) एक स्टेटमेंट देना होता है जिसमें सभी रसीद और खर्च का ब्यौरा होता है।
10कस्टम ड्यूटी

कस्टम ड्यूटी एक तरह का इनडायरेक्ट टैक्स है जो हमारे देश में इम्पोर्ट और एक्सपोर्ट होने वाले सामान पर लगाया जाता है। इसका खर्च असल में कस्टमर के ऊपर आता है।
बजट से जुड़ी और कौन सी टर्म आपको जाननी है इसके बारे में हमें आर्टिकल के नीचे दिए कमेंट बॉक्स में बताएं। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।