हर धर्म के शादी से जुड़े अपने रीति-रिवाज और मान्यताएं होती हैं। दुनिया भर में शादी की परंपराओं में रंग आम तौर पर महत्वपूर्ण होता है और वे अक्सर धर्म से प्रभावित होते हैं। जहां एक तरफ इंग्लैंड में दुल्हन आमतौर पर शादी के दिन सफेद रंग की ड्रेस पहनती है। बता दें कि सफेद रंग को पवित्रता का प्रतीक माना जाता है। जबकि लाल रंग को शैतान के साथ जुड़ा हुआ माना जाता है। वहीं दूसरी तरफ भारतीय संस्कृति में लाल रंग का महत्व बेहद ज्यादा है, जो हिंदू मान्यताओं से प्रभावित है और शादियों में आमतौर पर दुल्हनें लाल रंग की ही चीजें पहनती हैं।
इसके साथ ही यह कहना गलत नहीं होगा कि भारतीय शादियों के रीति-रिवाज बेहद अनोखे होते हैं। हर रस्म का अपना महत्व होता है। अक्सर आपने शादी के दिन दुल्हन से लेकर दूल्हे तक को लाल रंग के कपड़ों में देखा होगा। दूसरे शब्दों में कहें तो मानों लाल रंग और भारतीय दुल्हनों का खास संबंध है। लाल रंग को शुभ माना जाता है, यह खुशहाल जीवन का एक रंग है, नए जीवन का रंग है।
लेकिन, क्या आपने कभी सोचा है सिंदूर से लेकर बिंदी और लहंगे तक हर चीज का रंग लाल ही क्यों होता है और शादी के दिन दुल्हनें केवल लाल रंग की ही चीजें क्यों पहनती हैं। क्या कोई अन्य रंग नहीं है जो शुभ माना जाता है। शायद नहीं तो ऐसे में आज हम आपको लाल रंग का भारतीय दुल्हनों से संबंध बताएंगे। तो चलिए जानते हैं इस बारे में।
लाल रंग का महत्व
हर रंग का एक अलग महत्व होता है और रंग आपके जीवन के किसी न किसी पहलू को दर्शाते हैं। इसलिए हिंदू धर्म में रंगों का बेहद महत्व है। लाल रंग को लोग अक्सर प्यार और जुनून से जोड़ते हैं और भारतीय संस्कृति के अनुसार लाल रंग को उगते सूरज से जोड़ा जाता है। इसके अलावा ज्योतिषशास्त्र के अनुसार मंगल का रंग भी लाल होता है, जिसे विवाह का प्रभारी माना जाता है। यही कारण है कि हिंदू शादियों में ज्यादातर दुल्हनें लाल रंग से संबंधित चीजें पहनती हैं। इसके साथ ही लाल रंग को समृद्धि का भी प्रतीक माना जाता है।
संस्कृति से भी है संबंध
हिंदू धर्म में लाल रंग को लक्ष्मी जी का प्रतीक माना जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि लक्ष्मी जी लाल अवतार में सिंदूर, बिंदी और चूड़ी पहनें नजर आती हैं। लक्ष्मी जी विष्णु भगवान की पत्नी है और वह हमेशा उनकी रक्षा करती हैं। इसी प्रकार माना जाता है कि एक दुल्हन भी अपने पति की हर बुरी-बला से रक्षा करती है।
लाल रंग की मान्यता
इस बात से तो हम सभी वाकिफ हैं कि भारतीय शादी के फंक्शन कई दिनों तक चलते हैं। मेंहदी सेरेमनी से लेकर हल्दी तक सारी रस्में निभाई जाती हैं और हर रस्म का अपना महत्व होता है। लेकिन इन सभी रस्मों में एक बात जो सामान्य होती है वह यह है कि आपको लाल रंग विभिन्न रूपों में दिखाई देगा। किसी भी शादीशुदा महिला की साड़ी से लेकर चूड़ियों तक का रंग लाल ही होता है।
माना जाता है कि लाल रंग सभी बुराईयों से बचाता है और घर में समृद्धि लाता है। इसके अलावा शादी का सबसे खुशनुमा पल जब दूल्हा और दुल्हन एक होते हैं और इस अवसर पर दुल्हनें लाल रंग का जोड़ा पहनती हैं वहीं दूल्हा भी लाल रंग के कपड़े पहनता है, ऐसा इसलिए क्योंकि लाल रंग दूल्हा और दुल्हन की ताकत और उमंग को दर्शाता है।
शादी का जोड़ा
शादी के दिन भारतीय दुल्हनें आमतौर पर लंहगा या साड़ी पहनती हैं। लाल रंग के लंहगे या साड़ी में दुल्हनें और भी ज्यादा सुंदर लगती हैं। शादी के दिन लाल रंग दुल्हन की पहली पसंद होता है,क्योंकि लाल रंग ज्यादातर महिलाओं पर अच्छा लगता है और लाल रंग का महत्व भी है। हाल के दिनों में दुल्हनों में घाघरा-चोली का चलन बढ़ गया है। ऐसा इसलिए क्योंकि ये मॉर्डन इंडियन ब्राइड की गरिमा, स्वतंत्रता का एक नए स्तर पर परिचय देते हैं। वहीं लाल साड़ी परंपरा का प्रतीक है और साड़ी पहन दुल्हन और भी सुंदर लगती है।
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गहनों में लाल रंग
आजकल लाल रंग केवल लहंगे तक ही सीमित नहीं है ब्लकि दुल्हनें लहंगे के साथ लाल रंग की ज्वेलरी पहनना भी पसंद करती हैं। चूड़े से लेकर सैंडल और क्लच तक का लाल रंग होता है। ज्यादतर दुल्हनें अपने लहंगे से संबधित ही अन्य चीजें पहनना पसंद करती हैं। साथ ही लाल रंग की ज्वेलरी ब्राइड को क्लासी लुक भी देती है। इसके अलावा आपको लाल रंग का महत्व आसानी से तब पता चल जाएगा जब आप किसी दुकान या बुटीक में ब्राइडल सेक्शन में जाएंगे। वहां जाकर आपको पता चलेगा कि दुल्हन के लहंगे के रंग से लेकर सैंडल तक में लाल रंग क्यों जरूरी होता है। (ब्राइडल ज्वेलरी डिजाइन्स देखें)
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सोलह श्रृंगार
हिंदू धर्म में सोलह श्रृंगार बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है। सोलह श्रृंगार में बिंदी, चूड़ी, मेंहदी, पायल, काजल और कई अन्य चीजें शामिल होती हैं और अगर आप गौर करेंगी तो आपको पता चलेगा कि इनमे ंसे ज्यादातर चीजों का रंग लाल ही है। इसके साथ ही लाल रंग को मां दु्र्गा का प्रतीक माना जाता है, जो बुराईयों का नाश कर समृद्धि लाती हैं। इसलिए घर में सुख और समृद्धि लाने के लिए महिलाएं सोलह श्रृंगार करती हैं।
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