अप्रैल के महीने में आमतौर पर देखा जाए तो कोई बहुत बड़ा त्यौहार नहीं पड़ता है, मगर यह महीना हमेशा नए मौसम और छोटे मगर महत्वपूर्ण दिनों के लिए लोकप्रिय रहता है। इस वर्ष भी अप्रैल में कई छोटे-बड़े त्यौहार पड़ रहे हैं। चलिए हम आपको उनके नाम, महत्व और शुभ तिथि एवं मुहूर्त के बारे में बताते हैं।
अप्रैल तीज-त्यौहार की लिस्ट
- कामदा एकादशी- 1 अप्रैल, शनिवार
- महावीर जयंती- 4 अप्रैल, मंगलवार
- चैत्र पूर्णिमा- 5 अप्रैल, बुधवार
- हनुमान जयंती- 9 अप्रैल, रविवार
- बैसाखी- 14 अप्रैल, शुक्रवार
- वरुथिनी एकादशी- 16 अप्रैल, रविवार
- अक्षय तृतीया- 22 अप्रैल, शनिवार
- परशुराम जयंती- 22 अप्रैल, शनिवार
- सीता नवमी- 27 अप्रैल, गुरुवार
- गंगा सप्तमी- 27 अप्रैल, गरुवार

कामदा एकादशी- 1 अप्रैल, शनिवार
वर्ष भर में पड़ने वाली 24 एकदशियों में कामदा एकादाशी को बहुत ही शुभ माना गया है। इस दिन वासुदेव जी की पूजा होती है। इस दिन जो भक्त भगवान विष्णु जी का व्रत रखते हैं उनकी सारी मनोकामना पूरी होती है। कहते हैं इस दिन ब्राह्मणों को भोजन कराने और दक्षिणा देने से बहुत पुण प्राप्त होता है।
शुभ मुहूर्त- 1 अप्रैल को 1 बजकर 40 मिनट पर एकादशी शुरू होगी और 2 अप्रैल को 4 बजकर 9 मिनट में एकादशी खत्म हो जाएगी।
चैत्र पूर्णिमा- 5 अप्रैल, बुधवार
इसे चैती पूर्णिमा कहा जाता है। इस दिन आपको घर में भगवान सत्य नारायण की पूजा जरूर करनी चाहिए। आप इस दिन सत्य नारायण जी का व्रत भी जरूर रखें किसी पवित्र नदी में स्नान करें। ऐसा कहते हैं कि इस दिन भगवान श्री कृष्ण ने ब्रज में महारास किया था।
शुभ मुहूर्त- 5 अप्रैल को सुबह 9 बजकर 21 मिनट पर पूर्णिमा का आरंभ होगा और 6 अप्रैल को सुबह 10 बजकर 6 मिनट पर पूर्णिमा समाप्त हो जाएगी।
हनुमान जयंती- 9 अप्रैल, रविवार
हनुमान जयंती पर भगवान हनुमान जी का जन्मदिन होता है। इस दिन बजरंगबली के भक्त उन्हें प्रसन्न करने के लिए व्रत रखते हैं। इस दिन आप विधि-विधान से हनुमान जी की पूजा करें और श्रीरामसीता को स्मारण करें।
शुभ मुहूर्त- 5 अप्रैल 2023 को सुबह 9 बजकर 21 मिनट पर पूर्णिमा आरंभ होगी और 6 अप्रैल 2023 के दिन 10 बजकर 6 मिनट पर समाप्त हो जाएगी। इसी दौरान आपको हनुमान जी की पूजा और फास्ट रखना होगा।
वरुथिनी एकादशी- 16 अप्रैल, रविवार
इस दिन भगवान विष्णु के मधुसुदन स्वरूप की पूजा की जाती है। यदि आप इस दिन भगवान विष्णु का व्रत रखती हैं तो आपको लोक परलोक के सुख भोगने का अवसर प्राप्त होता है। आप इस दिन भगवान का जागरण भी करा सकती हैं।
शुभ मुहूर्त- सुबह 5 बजकर 54 मिनट से एकादशी आरंभ होगी और 17 अप्रैल को सुबह 8 बजकर 28 मिनट पर समाप्त हो जाएगी।
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अक्षय तृतीया- 22 अप्रैल, शनिवार
अक्षय तृतीया का दिन हिंदुओं में बहुत ही शुभ दिन माना गया है। इस दिन लक्ष्मी नारायण की पूजा की जाती है और सोने के आभूषण भी खरीदे जाते हैं और उनकी भी पूजा होती है। इस दिन आप कोई भी शुभ काम कर सकते हैं।
शुभ मुहूर्त- 22 अप्रैल को सुबह 7 बजकर 51 मिनट पर अक्षय तृतीया शुरू होगी और 12 बजकर 19 मिनट पर समाप्त भी हेा जाएगी। इसी मुहूर्त में आपको पूजा और कोई दूसरा शुभ काम करना होगा।
सीता नवमी- 27 अप्रैल, गुरुवार
सीता नवमी के दिन देवी सीता पृथ्वी पर प्रकट हुई थीं। इस दिन आप देवी सीता के लिए व्रत रख सकती हैं और उनसे सौभागय प्राप्त करने के लिए प्रार्थना कर सकती हैं।
शुभ मुहूर्त- पूरे दिन आप पूजा अर्चना कर सकती हैं।
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