
कभी-कभी कुछ बातें ऐसी होती हैं जिनके बारे में जिनके बारे में हम अंदाज़ा भी नहीं लगा पाते हैं। जैसे बॉलीवुड के सुपरस्टार्स से जुड़ी बातें। हमें लगता है कि इन स्टार्स को तो कोई रिजेक्ट कर ही नहीं सकता था, लेकिन हम ये भूल जाते हैं कि उनकी शुरुआत भी वैसे ही स्ट्रगल से हुई थी जैसा स्ट्रगल हम कर रहे हैं। आपने शायद ये सुना होगा कि अमिताभ बच्चन को ऑल इंडिया रेडियो में रिजेक्ट कर दिया गया था क्योंकि उनकी आवाज़ बहुत भारी लगी थी, लेकिन क्या आप ये जानते हैं कि माधुरी दीक्षित को भी दूरदर्शन से रिजेक्ट कर दिया गया था। 15 मई को माधुरी दीक्षित का बर्थडे होता है और इस मौके पर हम आपको उनके करियर के शुरुआती दौर की बात बताते हैं।
जी हां, हमारी फेवरेट 'धक-धक गर्ल' को दूरदर्शन ने रिजेक्ट कर दिया था। इतना ही नहीं पूरी शूटिंग होने के बाद उनका टीवी शो कभी टेलिकास्ट ही नहीं हो पाया था। माधुरी के बारे में ये तो सभी को पता है कि उन्होंने अपने करियर की शुरुआत 'अबोध (1984)' से की थी, लेकिन अगर दूरदर्शन ने उन्हें रिजेक्ट नहीं किया होता तो ये शुरुआत 1983 में ही हो जाती।
माधुरी दीक्षित का शो 'बॉम्बे मेरी है' शूटिंग के बाद भी कभी टेलिकास्ट नहीं हो पाया। माधुरी दीक्षित इस शो में लीड रोल में थीं और उनके साथ थे बेंजामिन गिलानी। उस दौर में बेंजामिन गिलानी बहुत सारे टीवी शोज में आया करते थे।
माधुरी के इस शो की शूटिंग शुरू हो गई थी और पायलट एपिसोड भी रेडी था, लेकिन इसे रिजेक्ट कर दिया गया।

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इस शो को रिजेक्ट करने के पीछे दूरदर्शन का सिर्फ एक ही कारण था। उन्हें लगा था कि इस शो कास्ट ऐसी नहीं है कि उसे प्रमोट किया जा सके। माधुरी उस समय तक स्टार नहीं थीं और उनका डेब्यू भी नहीं हुआ था।

इस शो की कहानी साधारण सी थी। माधुरी और उनके पति एक चॉल में शिफ्ट होते हैं और उस वक्त वहां मौजूद लोगों को ये पता चलता है कि माधुरी के पति फिल्म में स्क्रिप्ट राइटर हैं। बस, लोग दौड़े चले आते हैं उनके पास अपनी हर दिन की जरूरतों और मुश्किलों को लेकर ये पूछने के लिए कि फिल्म का हीरो ऐसे मौकों पर क्या करता। इस शो को कॉमेडी थीम पर रखा गया था।

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इस शो के टाइटल ट्रैक को लेकर भी एक अलग ही कहानी है। उस दौर में उमा पूचा द्वारा गाया गया ये गाना क्रिश्चियन शादियों में बजता था। बांद्रा में ये गाना बहुत फेमस था और धीरे-धीरे इसने अपनी जगह बॉलीवुड तक बना ली। इस गाने को अभी भी यूट्यूब पर सुना जा सकता है।
अगर ये शो रिलीज हो जाता तो माधुरी दीक्षित का डेब्यू एक साल पहले ही हो गया होता। माधुरी ने वैसे तो 1988 तक कई फिल्में कर ली थीं, लेकिन उन्हें असली कामियाबी मिली 1988 की फिल्म 'तेज़ाब' से जिसमें वो गाने 'एक दो तीन' के कारण बहुत ज्यादा फेमस हो गई थीं। उसी फिल्म ने उन्हें एक स्टार बना दिया था, रातोंरात माधुरी इतनी बड़ी स्टार बन गई थीं कि उन्हें रिसीव करने हज़ारों लोग एयरपोर्ट पर आ गए थे, लेकिन वो कहानी किसी और दिन आपको बताएंगे।
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