Dev Diwali Puja Vidhi 2022: देव दीपावली पर ये पूजा विधि दिलाएगी दिव्य सिद्धि

आज हम आपको देव दिवाली की संपूर्ण पूजा विधि और इस दिन क्या करें क्या नहीं इसके बारे में विस्तार से जानकारी देने जा रहे हैं। 

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Dev Diwali 2022: कार्तिक माह की पूर्णिमा के दिन देव दिवाली का पर्व मनाया जाता है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, इस दिन भगवान शिव ने त्रिपुरासुर नामक एक राक्षस का वध किया था। इसी कारण इसे त्रिपुरोत्सव और त्रिपुरारी पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है। यूं तो पूरे देश में देव दिवाली का पर्व लोग बड़े ही धूम धाम से मनाते हैं लेकिन इसकी निराली छटा वाराणसी में अलग ही देखने को मिलती है।

हमारे एक्सपर्ट ज्योतिषाचार्य डॉ राधाकांत वत्स द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर हमने आपको देव दिवाली के शुभ मुहूर्त, योग और दीपदान के महत्व के बारे में बताया था। वहीं, आज हम हमारे इस आर्टिकल के जरिये आपको देव दिवाली की संपूर्ण पूजा विधि, भगवान शिव की पूजा के महत्व और इस दिन क्या करें क्या नहीं इसके बारे में विस्तार से जानकारी देने जा रहे हैं।

देव दिवाली 2022 पूजा विधि (Dev Diwali 2022 Puja Vidhi)

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  • प्रातः काल जल्दी उठकर गंगा नदी में स्नान करें।
  • नदी में स्नान संभव नहीं तो घर के पानी में गंगाजल डालकर स्नान करें।
  • स्नान के बाद मंदिर की सफाई करें।
  • भगवान शिव एवं सभी देवी देवताओं का स्मरण करें।
  • इसके बाद नदी के तट पर और मंदिर में दीप जलाएं।
  • नदी के तट पर अगर मुमकिन नहीं तो घर के आंगन या बालकनी में दीपक अवश्य जलाएं।
  • रात्रि में भगवान शिव की आराधना करें।
  • महादेव को फल, फूल और दूध चढ़ाएं।
  • महादेव को भोग लगाएं और उनकी आरती उतारें।

देव दिवाली 2022 क्या करें क्या नहीं (Dev Diwali 2022 Dos and Don'ts)

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  • देव दीपावली के दिन गंगा में स्नान जरूर करना चाहिए। इससे व्यक्ति को मोक्ष की प्राप्ति होती है।
  • भगवान सत्यनारायण की पूजा करनी और कथा सुननी चाहिए।
  • दीप दान अवश्य करें। इससे पितृ दोष भी शांत होता है।
  • भूलकर भी तुलसी के पत्तों (तुलसी के पत्ते तोड़ने के नियम) का स्पर्श न करें।
  • तामसिक भोजन करने से बचें।
  • मन में दुर्भाव या किसी के प्रति क्रोध न रखें।

भगवान शिव की पूजा का महत्व (Lord Shiva Worship Significance)

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कार्तिक पूर्णिमा को त्रिपुरी पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन भगवान शिव की पूजा का अत्यधिक महत्व है। माना जाता है कि इस दिन भगवान शिव की पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं। इस दिन की गई महादेव की पूजा व्यक्ति को अहंकार से मुक्त कर देती है।

तो ये थी देव दिवाली की संपूर्ण पूजा विधि और इस दिन ध्यान रखी जाने वाली सावधानियां। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक पर जरूर शेयर करें और इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ। आपका इस बारे में क्या ख्याल है? हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।

Image Credit: Freepik

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