हिंदू धर्म में चैत्र नवरात्रि का विशेष महत्व बताया गया है। इसके नौ दिनों में माता दुर्गा का पूजन किया जाता है और लोग पूरे-विधि विधान से माता को प्रसन्न करने के लिए पूजन और उपवास करते हैं। ऐसी मान्यता है कि इन दिनों माता की पूजा करने से पूरे साल आपके घर में समृद्धि बनी रहती है और उन्नति के मार्ग खुलते हैं।
इस साल चैत्र नवरात्रि का आरंभ 22 मार्च से हो रहा है और इसका समापन 30 मार्च को रामनवमी के साथ हो जाएगा। खासतौर पर हम महिलाओं के लिए चैत्र नवरात्रि विशेष होती है क्योंकि उनके सही पूजन से पूरे घर में सकारात्मकता आती है।
ज्योतिष में ऐसा माना जाता है कि यदि आप पूजा करते समय कुछ विशेष बातों का ध्यान रखती हैं और व्रत उपवास करती हैं तो इसका फल घर के सभी सदस्यों को मिलता है। आइए ज्योतिषाचार्य डॉ आरती दहिया जी से जानें कि आपको चैत्र नवरात्रि में पूजन के समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
कपड़ों का रखें विशेष ध्यान
यदि आप चैत्र नवरात्रि में माता दुर्गा का पूजन कर रही हैं तो आपको कपड़ों का विशेष ध्यान रखना चाहिए। पूजन के दौरान आप लाल, पीले, नारंगी जैसे रंगों का इस्तेमाल करें। ये सभी रंग माता को विशेष रूप से प्रिय हैं और यदि आप माता को चुनरी चढ़ा रही हैं तब भी इन्हीं रंगों की चढ़ाएं।
ध्यान रखें कि आप पूजन के दौरान काले या नीले रंग के कपड़े न पहनें। ये रंग पूजन के दौरान नकारात्मकता ला सकते हैं।
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कलश का रखें विशेष ध्यान
यदि आप पूजन के लिए कलश की स्थापना करती हैं तो आपको इसके नियमों का पालन जरूर करना चाहिए। अगर आप कलश में जवारे उगा रही हैं तो ध्यान रखें कि इसे घर के मंदिर की सही दिशा में ही रखें और पूरे विधि-विधान से कलश की स्थापना करें। आप जिस स्थान पर कलश रख रही हैं उसमें किसी तरह की गंदगी नहीं होनी चाहिए। कलश स्थापना हमेशा मिट्टी के प्याले में ही करनी चाहिए।
लाल रंग का विशेष महत्व
चैत्र नवरात्रि के दौरान माता को लाल रंग की सामाग्री अर्पित करने का विशेष महत्व है। यदि आप उन्हें लाल चुनरी चढ़ाती हैं और लाल कुमकुम लगाती हैं तो आपके लिए फलदायी होगा। यही नहीं जिस चौकी में माता की मूर्ति या तस्वीर स्थापित कर रही जहां उसमें भी लाल रंग का कपड़ा बिछाएं। ऐसा करना आपके घर में सकारात्मकता लाने में मदद करता है।
नियमित रूप से करें दुर्गा सप्तशती का पाठ
नवरात्रि के नौ दिनों में आपको नियमित रूप से दुर्गा सप्तशती का पाठ जरूर करना चाहिए। यदि आप पूरा पाठ नहीं कर पाती हैं तब भी दुर्गा कवच का पाठ जरूर करें। कवच का पाठ आपको किसी भी समस्या से बाहर निकालने में मदद करता है और आपको हमेशा सफलता के लिए प्रेरित करता है। खासतौर पर नवरात्रि के दिनों में दुर्गा सप्तशती और दुर्गा कवच का पाठ विशेष फलों की प्राप्ति कराता है।
अखंड ज्योति का रखें ध्यान
यदि आप घर में नवरात्रि के दिनों में अखंड ज्योति प्रज्वलित करती हैं तो आपको ध्यान देने की आवश्यकता है कि यह कभी भी बुझनी नहीं चाहिए। अखंड ज्योति के लिए आप हमेशा देसी घी का इस्तेमाल करें। इसके साथ भी आपको इस बात का भी ध्यान रखना है कि सुबह और शाम माता की आरती जरूर होनी चाहिए। अगर संभव हो तो आरती के समय घर के सभी सदस्य मौजूद रहें।
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हवन का है महत्व
नवरात्रि में हवन करना जरूरी माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि यदि आप नौ दिनों तक व्रत उपवास करने के बाद हवन नहीं करती हैं तो पूजा स्वीकार्य नहीं होती है। घर के सभी लोग एक साथ मिलकर मंत्रों का जाप करें और घर की समृद्धि के लिए हवन का आयोजन करें।
विधि -विधान से करें कन्या पूजन
चैत्र नवरात्रि में कन्या पूजन (राशि अनुसार करें कन्या पूजन) का भी विशेष महत्व है। यदि आप नौ दिनों की पूजा के बाद 9 कन्याओं और एक लंगूर को बैठाकर उनका पूजन करती हैं और उन्हें भोजन कराने के बाद उयहार देती हैं तो आपके घर में सदैव समृद्धि बनी रहती है। कन्या पूजन के समय सभी कन्याओं के पैर पानी से धोने के बाद उनके माथे पर कुमकुम का टीका लगाएं और फिर उन्हें साफ़ आसान पर बैठाएं।
यदि आप नवरात्रि पूजन में इन विशेष बातों का ध्यान रखेंगी तो आपके घर में सदैव खुशहाली बनी रहेगी और घर सभी नकारात्मक ऊर्जाएं दूर रहेंगी।
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