
28 दिसंबर 2025, रविवार का दिन सूर्य देवता को समर्पित है आज के दिन पौष मास का अंतिम रविवार और मासिक दुर्गा अष्टमी का व्रत है ऐसे में पूजन पाठ व्रत दान साधना आदि का फल अन्य दिनों की अपेक्षा अत्यधिक बढ़ जाता है, और किसी भी तरह के दान पुण्य कार्य आदि करने के लिए सही चौघड़िया का चयन करना अति आवश्यक हो जाता है। शारीरिक और मानसिक रूप से अस्वस्थ व्यक्ति के लिए भी आज का दिन लाभदायक है।
पौष मास संयम और साधना का महीना माना जाता है और रविवार का व्रत रखने से आत्म बल के साथ-साथ आत्म विश्वास में भी वृद्धि होती है साथ ही आज के दिन दुर्गा अष्टमी है इसमें देवी जी की पूजन करने से शक्ति का विकास होता है आज का दिन सूर्य देव की कृपा के साथ-साथ देवी की भी कृपा प्राप्ति का शुभ दिन है इस दिन दुर्गा सप्तशती का पाठ कन्या पूजन आदि करना शुभ माना जाता है इन सभी कार्यों के लिए हमें सही समय का चयन करना अति आवश्यक होता है इसी कारण पंडित सौरभ त्रिपाठी जी, छिंदवाड़ा, एमपी जानते हैं आज के दिन का शुभ और अशुभ चौघड़िया मुहूर्त।

आज के दिन की शुरुआत उद्वेग चौघड़िया से हो रही है यह है मानसिक भ्रम पैदा करने वाला चौघड़िया है इसमें अनावश्यक रूप से मानसिक तनाव बढ़ता है इस चौघड़िया के समय किसी भी तरह का नया काम या किसी भी शुरुआत करने से बचना चाहिए। इस समय मां को शांत रखने की आवश्यकता होती है। इसके बाद आता है चल चौघड़िया यह सामान्य चौघड़िया कहलाता है इस समय यात्रा नियमित कर या फिर पहले से चल रहे कार्य है तो उसे ही करना चाहिए।
किसी भी तरह का नया कार्य नहीं करना चाहिए। लाभ चौघड़िया यह है आज के दिन का प्रथम शुभ चौघड़िया है लाभ चौघड़िया व्यापार की दृष्टि से माना जाता है चौघड़िया में आर्थिक निवेश से संबंधित या फिर एग्रीमेंट से संबंधित कार्य करना शुभ होता है। अमृत चौघड़िया यह दिन भर का सबसे श्रेष्ठ चौघड़िया माना जाता है इस चौघड़िया में पूजा व्रत या किसी अनुष्ठान का संकल्प करना शुभ माना जाता है इस समय दान पुण्य करने का अनंत गुणा फल प्राप्त होता है।
| मुहूर्त का नाम | मुहूर्त का समय |
| उद्वेग | 06:49 बजे से 08:10 बजे तक |
| चल | 08:10 बजे से 09:30 बजे तक |
| लाभ | 09:30 बजे से 10:51 बजे तक |
| अमृत | 10:51 बजे से 12:11 बजे तक |

शुभ चौघड़िया अगर रात्रि की शुरुआत शुभ चौघड़िया से होती है तो यह काफी अच्छा फल प्रदान करता है क्योंकि इस चौघड़िया में पूजन जप तब और अनुष्ठान का अनंत गुना फल प्राप्त होता है इसलिए सभी तरह की शुभ कृति इस चौघड़िया में करना चाहिए। अमृत चौघड़िया यह चौघड़िया विशेष रूप से किसी साधना या मंत्र जाप के साथ-साथ आत्म चिंतन मेडिटेशन और किसी भी कार्य को करने के संकल्प के लिए अति शुभ फल प्रदान करता है इस समय हमें सभी तरह के शुभ कार्य जो हम शुभ चौघड़िया में नहीं कर पाए उसे अमृत चौघड़िया में कर लेना चाहिए।
चल चौघड़िया यह एक सामान्य चौघड़िया की श्रेणी में आता है इस समय किसी भी तरह शुभ कार्य अति आवश्यक न होने पर त्याग देना चाहिए। यह समय विशेष रूप से विद्या अध्ययन के लिए शुभ माना जाता है। रोग चौघड़िया यह है रात्रि कल का अशोक चौघड़िया माना गया है इस दौरान किसी भी तरह के शुभ कार्य या फिर नए कार्यों की शुरुआत के निर्णय लेने से भी बचना चाहिए इस समय चिंतन करते रहना चाहिए और विशेष रूप से अपने स्वास्थ्य का ध्यान देना चाहिए।
| मुहूर्त का नाम | मुहूर्त का समय |
| शुभ | 05:33 बजे से 07:12 बजे तक |
| अमृत | 07:12 बजे से 08:52 बजे तक |
| चल | 08:52 बजे से 10:32 बजे तक |
| रोग | 10:32 बजे से 12:11 बजे तक |
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