आजकल की महंगाई के दौर में लोग अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए लोन लेना ज्यादा आसान समझते हैं। लोन लेना तो बहुत आसान है लेकिन उस लोन को चुकाना मुश्किल का काम होता है। कई बार लोग पर्सनल लोन ले लेते हैं, लेकिन बाद में उन्हें एहसास होता है कि उनके लिए EMI चुकाना कठिन हो रहा है। ऐसे में वह सोचते हैं कि क्या मैं अपना पर्सनल लोन किसी और के नाम पर ट्रांसफर कर सकता हूं। वैसे तो उत्तर नहीं है, लेकिन अगर बैंक मान जाता है और आप कानूनी प्रोसेस पूरा कर लेते हैं, तो यह कुछ मामलों में मुमकिन हो सकता है।
आपको बता दें कि पर्सनल लोन अनसिक्योर्ड लोन होता है, इसलिए बैंक उसे उसी को देते हैं जिसकी कमाई, क्रेडिट स्कोर और चुकाने की क्षमता अच्छी हो। ऐसे में किसी तीसरे को बीच में लाना आसान नहीं होता।
अधिकतर मामलों में बैंक या NBFC पर्सनल लोन ट्रांसफर की अनुमित नहीं देते हैं। लेकिन, कुछ खास परिस्थितियों में बैंक की अनुमति और जरूरी डॉक्यूमेंट्स जमा करने के लिए बाद यह संभव हो सकता है।
वैसे तो जवाब नहीं है, लेकिन आप कुछ मामलों में इसे ट्रांसफर कर सकते हैं।
इसे भी पढ़ें- डियर लेडीज! लेने जा रही हैं पर्सनल लोन? इन 5 बातों पर पहले से कर लें गौर...कहीं बाद में ना पड़े पछताना
यह विडियो भी देखें
जी हां, अगर बैंक या लैंडर मान जाए और जो इंसान लोन लेना चाहता है, वो आर्थिक रूप से सक्षम हो, तो कुछ मामलों में पर्सनल लोन ट्रांसफर कर दिया जा सकता है।
इसके लिए बैंक पहले नये इंसान की आर्थिक स्थिति की जांच करता है, क्रेडिट स्कोर चेक किया जाता है और फिर बैंक नए नाम से लोन एग्रीमेंट फिर से तैयार करता है।
बैंक पर्सनल लोन ट्रांसफर को नए लोन की तरह ही देखता है, इसलिए इसमें प्रोसेसिंग फी लगती है।
अगर पति-पत्नी ने मिलकर पर्सनल लोन लिया था और अब उनके बीच तलाक होने जा रहा है, तो ऐसे सिचुएशन में कोर्ट के आदेश पर यह तय किया जा सकता है कि अब कौन लोन चुकाएगा।
दोनों में से जो भी पर्सनल लोन चुकाने के लिए हामी भरता है, उसे बैंक जाकर यह बात बतानी होती है कि वह तलाक के कारण लोन ट्रांसफर करना चाहते हैं।
बैंक पर्सनल लोन ट्रांसफर की बात तब मानता है, जब वह लोन चुकाने वाली इनकम चेक करता है, क्रेडिट स्कोर देखता है और EMI चुकाने में सक्षम है। इस बात को कन्फर्म करता है, तब ट्रांसफर के लिए मानता है।
इसे भी पढ़ें- पर्सनल लोन लेने के बारे में सोच रही हैं तो जरूर पढ़ लें ये खबर, इंटरेस्ट रेट पर हो सकती है भारी बचत
अगर पर्सनल लोन लेकर, लोनकर्ता की मृत्यु हो जाती है, तो उसके लोन को परिवार या बच्चे नहीं चुकाते हैं, क्योंकि यह अनसिक्योर्ड लोन होता है। लेकिन अगर कोई व्यक्ति लोन के लिए गारंटी दे चुका है या जॉइंट लोन है, तो बैंक उस व्यक्ति से वसूली कर सकता है।
हमारी स्टोरीज से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो आप हमें आर्टिकल के ऊपर दिए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।
Image Credit - freepik
हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, compliant_gro@jagrannewmedia.com पर हमसे संपर्क करें।