बॉलीवुड की सबसे बोल्ड बिंदास और बेबाक हीरोइन्स में से एक परवीन बॉबी की फिल्में बॉक्स ऑफिस पर सुपरहिट रही। लेकिन फिर भी ऐसा क्या था जो उन्हें गुमनाम होना पड़ा।4 अप्रैल 1949 को गुजरात के जूनागढ़ मे पैदा हुई परवीन बॉबी का फिल्मी करियर सुपरहिट रहा। साल 1973 में उन्होंनेफ़िल्म 'चरित्रम' से बॉलीवुड में डेब्यू किया लेकिन उसके अगले साल 1974 में आयी उनकी अगली फिल्म मजबूर से उन्हें पहली कामयाबी मिली। वैसे परवीन बॉबी ने बॉलीवुड में कदम रखने से पहले मॉडलिंग की दुनिया में कदम रख दिया था। सालभर मॉडलिंग करने के बाद जब वो बॉलीवुड में आयी तो आते ही छा गयी। वो उस समय की सबसे महंगी हीरोइन्स में से एक थी।
बॉलीवुड की बोल्ड ब्यूटी थी परवीन बॉबी
परवीन बॉबी ने सिल्वर स्क्रीन पर कई तरह के रोल प्ले किये लेकिन उनकी पहचान फिर भी बॉलीवुड की बोल्ड हीरोइन की तरह ही हुई। उन्होंने ही बॉलीवुड में मोस्ट ग्लैमरस आउटफिट पहनकर फिल्मों में काम करना शुरु कियि था। परवीन बॉबी के बारे में ये कहा जाता है कि वो फिल्मों में जितनी जिंदादिल नज़र आती थी असल में वो उतनी ही परेशान और तन्हा रहती थी। परवीन बॉबी ने अमिताभ बच्चन के साथ पहली सुपरहिट फिल्म दी। दोनों की जोड़ी को दर्शकों ने खूब पसंद किया। उसके बाद तो ये दोनोें कई फिल्मोंें एक साथ नज़र आए।दीवार, नमक हलाल, अमर अकबर एन्थोनी और शान उनके करियर की मोस्ट सक्सेफुल फिल्में रहीं।
परवीन बॉबी हमेशा लव लाइफ को लेकर चर्चा में रहीं
70 के दशक की सुपरहिट हीरोइन परवीन बॉबी का नाम अकसर उनके कोस्टार से जुड़ता था। लेकिन उनकी जिन अफेयर्स को लेकर सबसे ज्यादा चर्चा रही वो थे महेश भट्ट, डैनी और कबीर खान। लेकिन फिर भी उन्हें वो सच्ची मोहब्बत नहीं मिली जिसका इंतज़ार उन्हें जिंदगीभर रहा। यही वजह थी कि इतनी सुपरहिट होने के बावजूद भी उन्हें गुमनाम मौत मिली। फेमस मैगजीन 'फिल्मफेयर' को दिए एक इंटरव्यू में महेश भट्ट ने अपने और परवीन के रिश्ते को लेकर कई राज खोले थे। साथ ही उनकी मौत पर दुख जताया था। हम आपको बताते हैं महेश भट्ट और परवीन बॉबी का रिश्ता कैसा था।
महेश भट्ट परवीन बॉबी से बेपनाह मोहब्बत करते थे। विरोध के बावजूद दोनों को अलग करना नामुमकिन हो गया था। महेश के लिए परवीन घर पर किसी ग्लैमरस हीरोइन की तरह नहीं बल्कि आम लड़की की तरह ही रहना पसंंद करती थी। महेश भट्ट और परवीन बॉबी का रिश्ता 2 साल तक अच्छा चला और एक दिन अचानक जब महेश साहब घर पहुंचे तो उन्हें झटका लगा। ये बात 1979 की है जब एक दिन महेश भट्ट घर लौटे तो उन्होंने देखा कि परवीन फिल्मी कॉस्ट्यूम में घर के एक कोने में बैठी हैं और उनके हाथ में चाकू था।इतना ही नहीं महेश को देखते हुए परवीन ने उन्हें चुप रहने का इशारा किया। परवीन बॉबी की तबीयत खराब होनी शुरु हो चुकी थी। परवीन बॉबी की हालत ऐसी हो गयी थी कि उन्हें हमेशा डर लगता था इस वजह से वो कई बार वो पहले महेश को दवाई खाने को कहती थीं, ताकि उन्हें तसल्ली हो जाए कि ये सही हैं।
परवीन की ऐसी हालत के चलते कई बार महेश को भी खाने और ड्रिंक में दवाई मिलाकर पीना पड़ता था। महेश भट्ट परवीन बॉबी को इस हालत में देखकर काफी परेशान थे और उनकी हालत लाख कोशिशों के बावजूद भी नहीं सुधर रही थी। वो परवीन को मुंबई से दूर बेंगलुरु भी लेकर चले गए। महेश परवीन को टेंशन से दूर रखना चाहते थे। उन्होंने सोचा कि नया माहौल उन्हें ठीक कर देगा। वो पुरानी बातें भूल जाएंगी। लेकिन हालत जस की तस बनी रही।
जब परवीन को छोड़कर पत्नी के पास लौटे महेश भट्ट
परवीन की हालत से परेशान हो चुके महेश भट्ट कुछ समय बाद उन्हें वहीं छोड़कर अपनी पत्नी लोरेन के पास वापस आ गए। महेश भट्ट से डॉक्टर्स ने कहा कि उनके रहने से परवीन की हालत ज्यादा खराब रहती है। इसलिए उनका दूर रहना ही बेहतर होगा। उसी दौरान महेश ने फिल्म ‘अर्थ’ लिखनी शुरू की, जो उनकी जिंदगी की सच्चाई थी। इस बीच परवीन अपना इलाज करवाकर मुंबई वापस आ गईं। लेकिन वो अब बेहद तनहा महसूस करती थी। हालांकि महेश भट्ट अपनी पत्नी के पास वापस लौट चुके थे लेकिन फिर भी वो वापस परवीन के पास लौट आए।हीं परवीन के डॉक्टर नहीं चाहते थे कि महेश परवीन के आस-पास भी रहें। लेकिन परवीन महेश को छोड़ने को तैयार नहीं थीं। महेश भी चाहते थे कि उनका इलाज अच्छे से हो। एक रात परवीन ने महेश से कहा कि वो उनमें और उनके डॉक्टर में से किसी एक को चुनें। महेश भट्ट ने बताया
महेश आधी रात में ही परवीन के घर से निकल गए। परवीन ने उन्हें रोकना चाहा, आधे कपड़ों में ही वो सड़क पर दौड़ती रहीं, लेकिन महेश नहीं रुके। अब महेश उनके घर और जिंदगी से जा चुके थे। परवीन एक बार फिर से पूरी तरह से तन्हा हो चुकीं थी। अपनी बीमारी से जूझ रही बॉलीवुड की ये ग्लैमरस और बोल्ड ब्यूटी साल 2005 में अपने फ्लैट में गुमनामी की मौत का शिकार हुई। दुनिया को उन्होंने कब अलविदा रह दिया किसी को पता ही नहीं चला उनके आखिरी वक्त में उनके साथ कोई भी नहीं था। पुलिस ने उनकी मृत्यु की पुष्टी की थी उनके अपार्टमेंट के बाहर तीन दिनों से दूध और अखबार रखा था और वो अपने घर से कहीं बाहर भी नहीं निकली थी। जिसकी जानकारी जैसी ही पुलिस को सोसायटी से मिली उन्होंने वहां पहुंचंकर अपार्टमेंट खोला और देखा कि परवीन बॉबी की मौत हो चुकी है।
Recommended Video
HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों