Winter Special Homemade Fertilizer: सर्दियों के मौसम में पौधे की अच्छी देखभाल करने के लिए कई लोग मार्केट से रासायनिक खादों को लाकर उसका उपयोग करते हैं। हालांकि, इसमें मौजूद केमिकल हमारे पौधों और मिट्टी को नुकसान पहुंचाते हैं। इसलिए, आज के समय में लोग जैविक खाद का इस्तेमाल को एक बेहतर विकल्प मानने लगे हैं। ऑर्गेनिक खाद की खास बात यह है कि इसे आप आसानी से घर पर और वो भी कम लागत में तैयार कर सकते हैं। यह पौधों को पोषण देने के साथ-साथ मिट्टी की गुणवत्ता और पर्यावरण की सेहत को भी बरकरार रखता है।यह सर्दियों के मौसम में आपके पौधे के लिए बेस्ट हो सकता है। घर पर खाद बनाने के लिए कई लोग चाय पत्ती का इस्तेमाल करते हैं, पर आप इसके अलावागुड़ और बेसन की मदद से भी प्राकृतिक खाद बना सकते हैं। आइए इसे तैयार करने का तरीका जान लेते हैं।
गुड़और बेसन से ऐसे तैयार करें जैविक खाद
- गुड़ और बेसन के साथ गोबर का मिश्रण पौधों के लिए बेहद फायदेमंद होता है। यह मिट्टी की उर्वरता बढ़ाने के साथ-साथ पौधों की अच्छी ग्रोथ के लिए कारगर होता है।
- ऑर्गेनिक खाद बनाने के लिए सबसे पहले गोबर को एक बड़े बर्तन या गड्ढे में इकट्ठा कर लें।
- इसमें, एक कप गुड़ और एक कप बेसन डालकर इन्हें अच्छी तरह से मिलाएं।
- इस मिश्रण को एक से दो सप्ताह तक ढककर रख दें।
- आपको इस मिश्रण को हर दो या तीन दिनों पर किसी लकड़ी की मदद से पलटते रहना है।
- इस तरह 10-15 दिन के अंदर यह मिश्रण जैविक खाद बनकर तैयार हो जाएगा।
- अब, गुड़, बेसन और गोबर के इस खाद को आप अपने पौधों में इस्तेमाल कर सकते हैं।
चाय पत्ती से जैविक खाद
- अक्सर घर में चाय बनाने के बाद बची हुई चाय पत्ती को फेंक दिया जाता है, लेकिन यह पौधों के लिए एक बेहतरीन खाद का काम कर सकती है।
- चाय बनाने के बाद, बची हुई पत्ती को धोकर उसमें से चीनी और दूध का अंश पूरी तरह से हटा दें।
- इस पत्ती को एक कंटेनर में इकट्ठा करें।
- इसमें थोड़ी मिट्टी और पानी मिलाकर 7-10 दिनों तक इसे सड़ने के लिए दें।
- जब मिश्रण काले रंग का और मिट्टी जैसी महक देने लगे, तो समझ लीजिए चाय पत्ती का यह खाद तैयार हो गया है।
पौधों में जैविक खाद डालने के फायदे
- जैविक या ऑर्गेनिक खाद सर्दियों के मौसम में पौधों को पोषण देने के साथ-साथ उन्हें केमिकल के प्रभाव से बचाने का काम करते हैं।
- यह मिट्टी में जरूरी पोषक तत्वों को बनाए रखने में मदद करती है।
- जैविक खाद पर्यावरण को प्रदूषित नहीं करती और यह पूरी तरह प्राकृतिक होती है।
- इसे बनाने में घर के कचरे और सामान्य सामग्रियों का उपयोग होता है, जिससे यह किफायती बनती है।
इसे भी पढ़ें-सर्दियों में अपने गार्डन को हरा-भरा रखने के लिए अभी से कर लें ये तैयारियां, फूलों से भरी रहेगी बगिया
इस आर्टिकल के बारे में अपनी राय भी आप हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं। साथ ही,अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे शेयर जरूर करें। इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हर जिन्दगी के साथ
Image credit- Freepik
HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों