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Vastu Tips: किस दिशा में नहाने से नहीं लगता पितृ दोष?

वास्तु शास्त्र में दिशाओं का बहुत महत्व माना जाता है। इसलिए हर काम दिशा के अनुसार करने के लिए ही कहा जाता है। दिशा के अनुसार कम करने से दोष नहीं लगता है और लाभ भी प्राप्त होता है।      
Editorial
Updated:- 2023-07-31, 17:08 IST

Is Disha Mein Nahane Se Nahi Lagta Pitra Dosh: वास्तु शास्त्र में घर के हर एक स्थान से जुड़ी जरूरी बातें बताई गई हैं। 

इन्हीं स्थानों में से एक है घर का बाथरूम। जितना जरूरी बाथरूम का वास्तु है उतनी ही जरूरी बाथरूम में नहाने की सही दिशा है। 

ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स ने हमें बताया कि स्नान का संबंध पितरों से होता है और सही दिशा में नहाने से पितृ दोष नहीं लगता है। 

ऐसे में आइये जानते हैं कि पितृ दोष से छुटकारा पाने के लिए या पितृ दोष उत्पन्न होने से बचने के लिए किस दिशा में नहाना चाहिए।   

वास्तु में क्या है नहाने का महत्व? 

kis disha mein nahana chahiye

  • वास्तु में स्नान को मात्र नहाने की साधारण दिनचर्या नहीं माना जाता है। 
  • वास्तु शास्त्र के अनुसार, स्नान करने से शरीर में नई ऊर्जा पैदा होती है। 
  • इस ऊर्जा का प्रभाव हमारे पूरे शरीर पर गहराई से दिखाई देता है। 
  • खास तौर से मस्तिष्क पर इसका प्रभाव बहुत जल्दी पड़ता है। 

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  • वहीं, वास्तु में स्नान का संबंध पितृ दोष (पितृ दोष के लक्षण) से भी बताया जाता है। 
  • वास्तु शास्त्र के अनुसार, स्नान का पानी पितरों को जाता है। 
  • स्नान के दौरान की गई कोई भी गलती पितृ दोष पैदा करती है। 
  • इसलिए स्नान से जुड़े वास्तु नियमों का पालन करना जरूरी है। 

किस दिशा में नहाना चाहिए? 

ghar ki kis disha mein nahana chahiye

  • वास्तु शास्त्र कहता है कि पूर्व दिशा (पूर्व दिशा में रखें ये चीजें) की ओर मुख करके नहाना चाहिए। 
  • ऐसा इसलिए क्योंकि पूर्व दिशा सकारात्मकता का संचार करती है।
  • इस दिशा में नहाने से शरीर की गंदगी और नकारात्मकता निकली है।
  • नकारात्मकता के बाहर आने से मन शांत और शरीर शुद्ध हो जाता है। 

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  • नहाते समय सूर्य की किरणों का शरीर पर पड़ना भी जरूरी माना गया है।
  • इसलिए कहा जाता है कि बाथरूम हमेशा पूर्व दिशा में होना चाहिए।
  • ताकि सूर्य की किरणें शरीर पर पड़ें और शारीरिक दोष दूर हों। 
  • पूर्व दिशा में स्नान करने से दिमाग भी तेज चलता है। याददाश्त बढ़ती है। 

 

अगर आप भी पितृ दोष से बचना चाहते हैं या पितृ दोष का निवारण चाहते हैं तो सरलता से नहाने की दिशा बदलकर और सही दिशा में नहाकर इस दोष से मुक्ति पा सकते हैं। अगर हमारी स्टोरीज से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो वो आप हमें आर्टिकल के नीचे दिए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।

Image Credit: freepik, shutterstock

FAQ
किस दिशा में होना चाहिए घर का बाथरूम?
घर का बाथरूम उत्तर या उत्तर पश्चिम दिशा में होना चाहिए।
वास्तु के अनुसार दोष दूर करने के लिए बाथरूम में क्या रखना चाहिए?
बाथरूम में एक कटोरी में नमक भरकर रखने से वस्तु दोष दूर हो जाता है।
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