भारत में मनाए जाने वाले हर त्यौहार के पीछे एक कारण होता है। जल्द ही लोहड़ी का त्यौहार आने वाला है। ऐसे में आप इस पर्व की तैयारी में जुटे होंगे। हालांकि लोहड़ी का त्यौहार मनाने से पहले जरूरी है कि आप इस पर्व के बारे में अच्छे से जान लें। इस आर्टिकल में हम आपको इस पर्व के बारे में 5 महत्वपूर्ण बातें बताने वाले हैं।
फसल उत्सव है लोहड़ी
आजकल भारत के तमाम शहरों में फसल की कटाई जैसे कार्यों पर कोई ध्यान नहीं दिया जाता है। हालांकि उत्तर भारत के ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले और कृषि क्षेत्र में काम करने वाले लोगों के लिए यह पर्व अनाज से जुड़ा है। इस पर्व के आसपास सर्दियों की पारंपरिक फसल की कटाई की जाती है इसलिए इस पर्व को फसल का पर्व भी कहा जाता है।
लोहड़ी की रात होती है अलग
लोहड़ी का दिन सबसे छोटा दिन और रात सबसे लंबी होती है। माना जाता है कि इस पर्व के बाद हर दिन बड़े हो जाते हैं। यही कारण है कि इस पर्व को हम सूर्य अस्त होने के बाद मनाते हैं।
लोहड़ी से जुड़ी पौराणिक कथा
लोहड़ी मनाने के पीछे की एक पौराणिक कथा माता सती से भी जुड़ी हुई है।माता सती के पिता राजा दक्ष ने महायज्ञ किया था तब भगवान शिव और माता सती को आमंत्रित नहीं किया गया था। कहा जाता है कि दक्ष प्रजापति की बेटी सती के आग में समर्पित होने के कारण भी इस त्यौहार को मनाया जाता है।
कैसी होती है न्यूली वेड कपल की लोहड़ी
न्यूली वेड कपल की लोहड़ी आमतौर पर मनाई जाने वाली लोहड़ी से अलग होती है। शादी के बाद आने वाली पहली लोहड़ी पर कपल अग्नि के चक्कर काटकर फेरे लेता है और सभी रिश्तेदारों को बुलाकर त्यौहार सेलिब्रेट किया जाता है।
होलिका की बहन है लोहड़ी
लोहड़ी को होलिका की बहन के रूप में देखा जाता है जिसका दहन होली के पर्व पर किया जाता है।
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तो ये थी लोहड़ी के पर्व से जुड़ी कुछ रोचक जानकारी। अगर आप इसके अलावा इस पर्व से जुड़ी कोई और जानकारी लेना चाहते हैं तो इस आर्टिकल के कमेंट सेक्शन में सवाल जरूर करें।
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Photo Credit: Herzindagi, Twitter
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