कहानी में अब तक : अविनाश और निकिता एक दूसरे से प्यार करते थे, लेकिन निकिता ने अचानक अविनाश से ये कहकर रिश्ता तोड़ लिया था कि उसकी फैमिली कभी रिश्ते के लिए नहीं मानेगी। अब अविनाश और निकिता की अरेंज मैरिज होने वाली है जहां निकिता को जिंदगी भर परेशान करने की कसम अविनाश ने खा ली है। निकिता शादी के मंडप तक भी पहुंच गई, लेकिन अविनाश मंडप से उठकर बोला कि उसे अब ये शादी नहीं करनी है... अब आगे।
'अविनाश, ये क्या मजाक है?' अविनाश के पिता जी ने गरजते हुए कहा। 'मुझे निकिता से शादी नहीं करनी है, मुझे उसके बारे में कुछ पता चला है, जिसका पूरा सच जाने बिना मैं ये शादी नहीं करूंगा,' अविनाश का इतना कहते ही लोग आपस में काना-फूसी करने लगे। परेशान निकिता के घर वाले अविनाश को मनाने की कोशिश करने लगे। निकिता के लिए बस पानी अब सिर से ऊपर जा चुका था। 'हां, पूछो तुम्हें क्या पूछना है? बताओ आखिर अब क्या चाहिए तुम्हें? क्यों तुम इतने दिनों से मुझे परेशान कर रहे हो?' निकिता के पलट कर जवाब देते ही लोगों ने अपने मोबाइल फोन निकाल लिए। सबके लिए अब यह एक तमाशा बन चुका था।
'मैं तुमसे अकेले में बात करूंगा,' अविनाश ने कहा। 'क्या अकेले में करना है? जो भी तुमको पता चला है सबको बताओ... आखिर कैसी लड़की चुन ली अपने लिए, क्या भइया तुमने ठीक से कुछ पता भी नहीं लगाया?' अविनाश की बुआ ने सबके सामने तंज कसते हुए कहा। 'जो भी है, मैं बात अकेले में ही करूंगा,' अविनाश ने कहा और सब उसकी तरफ देखने लगे। इस बार उसके माता-पिता ने भी निकिता की तरफ शक की निगाहों से देखा। निकिता के माता-पिता और उसके परिवार वाले परेशान हो गए।
निकिता और अविनाश को एक कमरे में भेजा गया। 'आखिर तुमने वही किया ना जो तुम्हें करना था, तुमने मेरे घर वालों की बेइज्जती कर दी, तुमने ये दिखा दिया अविनाश कि मैंने तुमसे प्यार करके गलती की थी,' निकिता ने रोते हुए कहा। 'और मेरे प्यार का क्या? तुमने जो किया वो ठीक? मुझे बताया भी नहीं कि ऐसा क्यों किया तुमने मेरे साथ,' अविनाश ने कहा।
'तुमको क्या पता चला है मेरे बारे में? अब वो भी बता दो, आखिर अब क्या कर दिया मैंने तुम्हारे साथ?' निकिता ने रोते हुए कहा। 'तुमने मुझे बताया नहीं कि तुमने क्यों छोड़ा था मुझे, आखिर मुझे पता चल ही गया,' अविनाश ने कहा। निकिता उसकी तरफ देखकर टूट सी गई।
'शादी के दो दिन पहले ही मेरी रोहित से बात हुई थी। वो मुझे बैचलर्स पार्टी के लिए ले गया था, नशे में उसने मेरे सामने सब सच बता दिया,' अविनाश के इतना कहते ही निकिता ने अपने आंसू पोंछे और कमरे से बाहर जाने लगी। अविनाश ने उसका हाथ पकड़ कर उसे रोका। 'तुमने मुझे बताया क्यों नहीं? क्यों इतनी बड़ी बात छुपाकर रखी?' अविनाश ने कहा।
'क्या करती मैं? तुम्हारा दोस्त तुम्हारे साथ बचपन से था। उस वक्त तुम्हारे घर में इतनी समस्या हो रही थी। तुम्हारी नौकरी नहीं लगी थी। तुम इतना परेशान थे, तुम सिर्फ रोहित पर ही भरोसा करते थे। मैं तुम्हारे जन्मदिन पर तैयार होकर सज-धज कर आ रही थी, रोहित ने कहा कि उसने तुम्हारी परेशानियों से तुम्हारा ध्यान हटाने के लिए उसने तुम्हारे लिए एक सरप्राइज पार्टी रखी है। उसने मुझे बुलाया और मैं भी चली गई उसके फ्लैट पर। उसने वॉट्सएप कॉल किया था ताकि मेरे पास मैसेज भी ना रहें तुम्हें दिखाने के लिए। मैं पहुंची और मैंने देखा कि रोहित और मेरे अलावा वहां कोई नहीं है। उनके कोई डेकोरेशन नहीं की थी, मैं घबरा गई और बाहर निकलने की कोशिश की, तो रोहित ने दरवाजा बंद कर दिया।'
'उसने मुझे पकड़ लिया और मेरे साथ जबरदस्ती करने की कोशिश की। उसने पहले से ही कैमरा सेट कर रखा था जहां उसने अपने साथ मेरी तस्वीरें खींची। मैं किसी तरह से वहां से निकली, लेकिन अगले दिन उसने मुझे अपनी और उसकी आपत्तीजनक तस्वीरें दिखाईं। उसने कहा कि अगर मैंने तुम्हें कुछ भी बताया, तो वो ये तस्वीरें सार्वजनिक कर देगा। उसने ये भी कहा कि तुम मुझपर नहीं सिर्फ उसपर यकीन करोगे क्योंकि वो तुम्हारे साथ बचपन से है और मैं सिर्फ 2 साल पहले तुम्हारी जिंदगी में आई हूं। मैं फिर भी तुम्हें बताना चाहती थी, लेकिन वो बार-बार अलग-अलग तस्वीरें दिखाकर मुझे धमकाता रहा। उसने कहा कि अगर वो खुद मुझे नहीं पा सकता, तो तुम्हारी भी नहीं होने देगा। मैं बहुत घबरा गई थी अविनाश...' निकिता ने सुबकते हुए कहा।
'रोहित ने मुझे कुछ नहीं बताया था निकिता, उसने बस वो तस्वीरें दिखाईं थीं जो तुम दोनों की साथ थीं। वो चाहता था कि मैं तुमसे शादी ना करूं और नशे में उसने पता नहीं क्या-क्या कहा, मैं बर्दाश्त नहीं कर पाया और मैंने उसे झगड़ा करके निकाल दिया,' अविनाश ने निकिता को बताया। 'मैंने ये सब इसलिए किया ताकि तुम मुझे बता सको कि आखिर सच क्या है। तुमसे नफरत करते वक्त भी मैं ये नहीं मान सकता था कि तुम मुझसे इतना बड़ा धोखा कर सकती हो।' 'अगर आज मैं बिना सच जाने तुमसे शादी कर लेता निकिता, तो ना कभी तुम खुश रह पातीं ना मैं। मेरे लिए ये सच जानना बहुत जरूरी था कि आखिर उस दिन हुआ क्या था,' अविनाश ने कहा।
'मुझे माफ कर दो निकिता, मैं समझता हूं कि तुम तब भी अपने परिवार की रक्षा कर रही थीं और आज भी, लेकिन फिर भी एक बार तुम्हें मुझपर भरोसा करना चाहिए था। कम से कम तुम्हें मुझसे एक बार बात करनी थी। हमारा प्यार इतना कमजोर नहीं था कि तुम एक बार बात भी ना कर पाओ,' अविनाश ने कहा और निकिता को अपने गले लगा लिया।
निकिता को ऐसा लगा मानो उसकी जिंदगी का सारा दुख एक पल में दूर हो गया हो। 'चलो अब चलकर शादी करते हैं, वर्ना बाहर तुम्हारे और मेरे माता-पिता दोनों ही बेहोश हो जाएंगे,' अविनाश ने ऐसा कहा। वो दोनों बाहर गए और अविनाश ने सबको बताया कि निकिता को कोई लड़का परेशान कर रहा था और उसने उस लड़के को मुंह तोड़ जवाब दिया। अविनाश ने कहा कि उसे फक्र है कि निकिता उसके साथ उसके जीवन में आने वाली है। उसने सबके सामने निकिता से पूछा, 'निकिता इतना ड्रामा करने के लिए सॉरी, लेकिन क्या तुम मुझसे शादी करोगी?'
अभी भी हॉल में पीछे खड़े लोग कुछ खुसफुसा रहे थे, लेकिन निकिता और अविनाश आखिर एक दूसरे के हो ही गए।
image credit- herzindagi
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