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नाग पंचमी पर बनाई जाती हैं ये खास चीजें, आप भी इन दो रेसिपी का लगाएं भोग

सावन में मनाए जाने वाली नाग पंचमी एक अन्य बड़ा त्योहार है। इसमें नाग देवता की पूजा की जाती है और तरह-तरह के व्यंजन बनते हैं। इस दिन का और खाने का अपना अलग महत्व है। आइए जानते हैं कि पारंपरिक रूप से इसमें कौन-सी रेसिपी बनाई जाती हैं।&nbsp; <div>&nbsp;</div>
Editorial
Updated:- 2024-08-08, 14:23 IST

नाग पंचमी में नाग देवता की पूजा की जाती है। इसे भारत के अलग-अलग क्षेत्रों में बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। सावन के चंद्र महीने के शुक्ल पक्ष के पांचवें दिन मनाया जाने वाला यह त्योहार सांस्कृतिक और धार्मिक दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण है। नाग पंचमी का सांस्कृतिक महत्व पौराणिक कथाओं में निहित है।

ऐसा माना जाता है कि इस दिन सांपों की पूजा करने से सांप के काटने से सुरक्षा मिलती है और समृद्धि का आशीर्वाद मिलता है। भक्त नागों को समर्पित मंदिरों में जाकर दूध चढ़ाते हैं और तरह-तरह के व्यंजनों का भोग लगाया जाता है। भारत के कुछ राज्यों में इस दिन खास व्यंजन तैयार होते हैं, आइए इस आर्टिकल में उनके बारे में जानें।

वेस्ट बंगाल में रसकदम का लगता है भोग

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बंगाल में नाग पंचमी में नागों की देवी मनसा की पूजा होती है। इस त्योहार पर खास तौर से दूध और छेना से बनने वाली मिठाई रसकदम बनाई जाती है। 

आवश्यक सामग्री

  • 1 लीटर दूध
  • नींबू का रस
  • 1/2 छोटा चम्मच केसर
  • 1 बड़ा चम्मच कॉर्न फ्लोर
  • 1 कप चीनी
  • 1 कप पानी
  • 250 ग्राम बिना चीनी वाला को
  • ½ कप पाउडर वाली चीनी
  • ½ कप सूखा नारियल

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रसकदम बनाने का तरीका-

  • एक बड़े बर्तन में एक लीटर दूध और केसर डालकर गर्म करें। जब यह उबलने लगे, तो आंच धीमी कर दें और इसे लगभग 5 से 10 मिनट तक उबलने दें।
  • इसें अब नींबू का रस डालें। सबसे पहले एक चम्मच डालें और देखें कि दूध फटता है या नहीं। अगर नहीं, तो थोड़ा और डालें। दूध को मध्यम आंच पर उबालते रहें। तीन या चार मिनट में दूध पूरी तरह से फट जाएगा।
  • मलमल के कपड़े का इस्तेमाल करें और आंच बंद करके दूध को इससे छान लें। नींबू की महक को दूर करने के लिए छेना को 3-4 बार ठंडे पानी से धोएं।
  • मलमल के कपड़े को निचोड़ें और छेना से अतिरिक्त पानी निकाल दें। ध्यान रखें कि छेना में नमी जरूर हो।
  • जब छेना गर्म हो, तो उसे तुरंत एक प्लेट में निकाल लें। अपनी हथेली के किनारे का उपयोग करें और छेना को दबाना शुरू करें। इससे यह नरम हो जाएगा। आपको 10 मिनट तक इसे दबाते रहना होगा।
  • अब छेना में एक बड़ा चम्मच कॉर्न फ्लोर डालें और अच्छी तरह मिलाएं। छेना से छोटी-छोटी बॉल्स बनाएं।
  • एक प्रेशर पैन में एक कप चीनी और एक कप पानी डालें। इसे धीमी आंच पर तब तक उबलने दें जब तक कि चीनी घुल न जाए।
  • अब छेना बॉल्स को चाशनी में डालें और पैन का ढक्कन बंद कर दें। इसे 1 सीटी आने तक पकाएं।
  • प्रेशर को अपने आप निकलने दें। फिर रसगुल्लों को तुरंत एक कंटेनर में डालें। अब हमें इन रसगुल्लों को मीठे कोवा से कोट करना होगा ताकि वे रसकदम बन जाएं।
  • मीठा कोवा तैयार करने के लिए, अनस्वीटन्ड कोवा कद्दूकस कर लें। इसमें आधा कप पाउडर चीनी मिलाएं।
  • कोवा से छोटी-छोटी बॉल्स बनाएं और उन्हें चपटा करें। इस पर एक रसगुल्ला रखें और इसे पूरी तरह से ढक दें।
  • इन बॉल्स को सूखे नारियल के ऊपर रोल करें। इन्हें जमने के लिए कुछ देर के लिए ठंडा होने दें। 
  • प्रसाद के लिए तैयार रसकदम तैयार है।

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महाराष्ट्र में बनती है पथोली

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महाराष्ट्र में भी नाग पंचमी को धूमधाम से मनाया जाता है। महिलाएं दीवार पर लाल चंदन के पेस्ट से नाग देव के चित्र बनाती हैं। इसके साथ ही पथोली औऱ अन्य मीठे व्यंजन तैयार करती हैं। 

आवश्यक सामग्री-

  • 8 से 10 हल्दी के पत्ते-बड़े या 18 से 20 छोटे पत्ते
  • 2 कप चावल का आटा
  • ½ छोटा चम्मच सेंधा नमक
  • 2 कप पानी

मीठी स्टफिंग के लिए-

  • 2 कप ताजा कसा हुआ नारियल
  • 2 कप गुड़ का पाउडर
  • 1 छोटा चम्मच हरी इलायची पाउडर
  • 1 चुटकी कद्दूकस किया जायफल

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पथोली बनाने का तरीका-

  • चावल का आटा, नमक और पानी मिलाकर गाढ़ा घोल बना लें। इसे 30 मिनट के लिए अलग रख दें।
  • स्टफिंग तैयार करने के लिए सभी सामग्री को मिलाएं और गाढ़ा घोल बनाकर अलग रख दें।
  • अब हल्दी के पत्तों को लें और उन्हें पहले अच्छी तरह से पानी से धोएं। अब हर पत्ते को किचन टॉवल की मदद से पोंछकर सुखाएं।
  • पत्ते के निचले डंठल को काट लें और चाकू से बीच में हल्का सा कट लगा लें।
  • अब चावल के आटे के घोल को पत्ते पर समान रूप से फैलाएं। फिर इसमें बीच में भरावन डालें।
  • अब पत्ते को धीरे से मोड़ लें। आप इसे अपने हिसाब से मोड़ सकते हैं। मोड़कर पत्तों के किनारों को दबा लें।
  • पथोली को मीडियम आंच पर लगभग 10 से 12 मिनट तक स्टीम करके पका लें।
  • गर्म होने पर पकी हुई हल्दी की पत्तियां निकाल लें। फिर इस तैयार पथोली को नारियल के दूध या दूध या घी के साथ परोसें।

 

अब आप भी नाग पचंमी में ये दो रेसिपीज जरूर बनाएं और नाग देवता का आशीर्वाद पाएं। यदि आपको यह लेख पसंद आया तो इसे लाइक और शेयर करें। ऐसे ही लेख पढ़ने के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी के साथ।

Image Credit: Freepik, Halwai sweets and Goya

 

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