आपको पता है भगवान गणेश को मोदक क्यों है प्रिय है, अगर नहीं तो हम आपको बता रहे हैं। मोदक का अर्थ होता हैं मोद यानी आनंद। साथ ही मोदक ज्ञान का प्रतीक भी होता है, इसलिए शास्त्रों में बताया गया है कि यह ज्ञान के देवता श्री गणेश को अतिप्रिय है। माना जाता है कि भगवान गणेश परब्रह्म का स्वरूप हैं, वहीं मोदक के आकार पर ध्यान दें तो यह ब्रह्माण्ड जैसा ही दिखता है। ऐसे में माना जाता है कि भगवान गणेश के हाथों में इसका होना इस बात का प्रतीक है कि उन्होंने सारे ब्रह्माण्ड को धारण कर रखा है। महाराष्ट्र में गणेश चतुर्थी के दिन घरों में मोदक बनाया जाता है और प्रसाद के रूप में चढ़ाया जाता है। तो अगर इस बार आप भी भगवान गणेश को मोदक का भोग लगाना चाहते हैं तो हम आपको बता रहे है इसे बनाने का तरीका। आइए जानें इसे बनाने का तरीका।
यह विडियो भी देखें
महाराष्ट्र में गणेश चतुर्थी के दिन घरों में मोदक बनाया जाता है और प्रसाद के रूप में चढ़ाया जाता है।
मोदक बनाने के लिए सबसे पहले गुड़ को तोड़कर बारीक कर लें। फिर कच्चे नारियल को कद्दूकस कर लें। काजू को छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लें। इलाइची को छीलकर कूट लें।
गैस पर एक कड़ाही चढ़ाए और इसे गर्म करें, जब यह गर्म हो जाए तो इसमें खसखस डालें हल्का सा रोस्ट कर लें।
अब गुड़ और नारियल को कड़ाही में डालें और गर्म होने दें। ध्यान रखें की इसे स्पून से लगातार चलाते रहें, इसे लगातार चलाकर भूने, जब तक गुड़ और नारियल का गाढ़ा मिश्रण तैयार ना हो जाए। अब इस मिश्रण में काजू, किशमिश, खसखस और इलाइची मिला दें। मोदक में भरने के लिये भरावन तैयार है।
दो कप पानी में एक टेबल स्पून घी डालें गर्म होने दें। जब पानी में उबाल आ जाए तो गैस बंद कर दें और चावल का आटा और नमक इस पानी में डालें और स्पून से चलाकर अच्छी तरह मिला लें। इस मिश्रण को पांच मिनट के लिए ढककर रख दें।
फिर चावल के आटे को एक बर्तन में निकालें और हाथ से नरम आटा गूंथ लें। अगर आटा सख्त लग रहा हो तो थोड़ा सा पानी भी मिला सकती हैं। अब एक प्याली में थोड़ा घी निकालें और घी को हाथों में लगाकर आटे को तब तक मसलें, जब तक कि आटा नरम न हो जाए। फिर इस आटे को साफ कपड़े से ढककर रखें।
अब हाथ को घी से चिकना करें और गूंथे हुए आटे से एक नींबू के आकार का आटा निकालें और हथेली पर रखें, दूसरे हाथ के अंगूठे और उंगलियों से उसे किनारे से पतला करते हुये बढ़ा लें, फिर उंगलियों से थोड़ा गड्डा करें और इसके अंदर भरावन डालें। अब अंगूठे और अंगुलियों की सहायता मोड़ डालते हुए ऊपर की तरफ चोटी का आकार देते हुये बंद कर दें। इसी तरह सारे मोदक तैयार कर लें।
किसी चौड़े बर्तन में दो छोटे गिलास पानी डालें और गर्म होने के लिए रखें। फिर इसमें जाली वाली स्टैन्ड लगाकर चलनी में मोदक रखें और भाप में दस से पद्रंह मिनट तक पकने दें। मोदक बना है या नहीं यह जानने के लिए आपको देखना होगा कि चमकदार हुआ है या नहीं, अगर मोदक काफी चमकदार हो गया है तो समझ जाए की मोदक तैयार है।
हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, compliant_gro@jagrannewmedia.com पर हमसे संपर्क करें।