भारत में जो विविधता है, वो सिर्फ संस्कृति और परंपराओं में ही नहीं दिखती, बल्कि कुजीन में भी नजर आती है। एक राज्य मुगलाई कुजीन के लिए लोकप्रिय है, तो एक शहर का हैदराबादी हलीम चर्चित है। कश्मीरी वाजवान से लेकर पंजाबी खाने तक आपको हर राज्य और शहर की कोई खासियत नजर आएगी।
वहीं, बिहार की जब बात होती है, तो लोग सत्तू और लिट्टी चोखा से आगे नहीं बढ़ पाते हैं। इस जगह की ऐसे कई व्यंजन हैं जो शायद कभी आपने चखे भी न हों। आज भी बिहार में कई चीजों को चूल्हे पर बनाया जाता है, जिसकी खुशबू और स्वादा दोनों ही लाजवाब होते हैं।
शादियों में दस्तरख्वान जब सजता है, तो तमाम डिशेज देखकर आंखें चौंधिया जाती हैं।
मुझे भी एक सहेली ने अपने ब्याह का न्यौता भेजा था, जो बिहार में होना था। मैं बड़ी उत्सुक थी। वहां जाकर मैंने सिर्फ शादी ही एन्जॉय नहीं की थी, बल्कि जमकर लजीज व्यंजनों को भी चखा था। चलिए आपको बताएं कि बिहारी शादी में कौन-सी चीजें शामिल होती हैं, जिन्हें आप भी आगे चलकर ट्राई कर सकते हैं।
बिहार में गेहूं और चावल खूब खाया जाता है और इसलिए ज्यादा चीजें इन्हीं से बनाई जाती हैं। ऐसे बहुत प्रसिद्ध व्यंजन हैं, जिसके बारे में लोग कम जानते हैं। ये मेन कोर्स डिशेज हैं-
आलू चोखा
आलू को मैश करके मसालों और सरसों के तेल के साथ मिलाकर बनाया जाता है। इसे आमतौर पर साइड डिश की तरह परोसा जाता है। अरहर की दाल, चावल, चटनी और आलू का चोखा एक स्टेपल लंच है।
पिट्ठा
पिट्ठा एक पारंपरिक बिहारी पकोड़ा या डंपलिंग कहा जा सकता है। इसे चावल के आटे से बनाया जाता है, जिसमें चना दाल या कद्दूकस की हुई सब्जियां भरी जाती हैं। इसे स्टीम और फ्राई करके चटनी के साथ परोसा जाता है।
कढ़ी बढ़ी
कढ़ी बढ़ी लोकप्रिय उत्तर भारतीय व्यंजन कढ़ी का बिहारी वर्जन है। बेसन की पकोड़ियों को तेल में डीप फ्राई किया जाता है। दही से बनी कढ़ी में इन्हें मिलाकर पकाया जाता है।
लौकी चना दाल
हो सकता है इस व्यंजन का मजा आपने लिया है। चना दाल और लौकी को खूब मसालेदार तरीके से भूनकर मसालों के साथ तैयार करते हैं। यह एक स्वादिष्ट गाढ़ी ग्रेवी होती है, जिसे रोटी या चावल के साथ खाया जाता है।
पेड़ा
पेड़ा भुने हुए चावल या गेहूं के आटे से बना एक व्यंजन है और यह एक लोकप्रिय बिहारी आरामदायक भोजन है। इसे आमतौर पर दाल, साग या सब्जियों से बनी साधारण ग्रेवी के साथ परोसा जाता है।
भरता
आलू और बैंगन को मिलाकर भरता तैयार किया जाता है। यह समान्य भरते की तरह होता है, लेकिन बिहार में इसे खूब तीखा और चटपटा बनाया जाता है और ऊपर से सरसों का तेल डालकर सर्व किया जाता है।
धरभंगई फिश करी
दरभंगा क्षेत्र में बनने वाली फिश करी को इसी नाम से जाना जाता है। मछली को राई, खसखस और अन्य मसालों के साथ तैयार किया जाता है। इसका स्वाद सामान्य फिश करी से अलग और लजीज होता है।
बिहार मटन करी
क्या आपने लोकप्रिय चंपारण मटन के बारे में सुना है? मसालेदार मटन करी को मसालों के भरपूर मिश्रण से तैयार किया जाता है। इसे धीमी आंच पर लंबे समय तक पकाया जाता है, तब जाकर एक लजीज मेन कोर्स तैयार होता है।
बिहारी कबाब
चिकन, मटन और पोर्क के कबाब भी बिहारी कुजीन का हिस्सा है। मांस को ग्रिल करने से पहले दही और मसालों के मिश्रण में लंबे समय तक के लिए मैरीनेट किया जाता है, जिसके बाद जूसी और स्वादिष्ट कबाब बनते हैं।
घुघनी
यह वेज और नॉन वेज दोनों तरह से बनती हैं। वेज में मटर या हरे चने को कीमी करके मसालों के साथ तैयार करते हैं। नॉनवेज घुघनी में मांस, आमतौर पर मटन या चिकन को एक मसालेदार कीमे में बनाया जाता है। इसे फिर छोले के साथ पकाया जाता है। इसका आनंद अक्सर चावल या रोटी के साथ लिया जाता है।
धुस्का
धुस्का चावल और दाल के घोल से बना एक डीप-फ्राइड स्नैक या साइड डिश है। हालांकि, यह इतना मसालेदार होता है कि आप इसे रोटी के साथ आराम से खा सकते हैं। इसे स्नैक के रूप में भी सर्व किया जाता है।
तिलोरी
तिलोरी उड़द दाल और मसालों से बना एक कुरकुरा नाश्ता है। क्रेप जैसा नाश्ता बनाने के लिए बैटर को गर्म तवे पर पतला फैलाया जाता है, जो चाय के समय या चटनी के साथ परोसा जाता है।
बेलग्रामी
बेलग्रामी एक पारंपरिक बिहारी व्यंजन है जो भुने और क्रश्ड काले चने से बनाया जाता है। इसे टमाटर और प्याज के मसाले में तैयार किया जाता है और चावल या रोटी के साथ खाया जाता है।
आपने इनमें से कौन-सी डिश का आनंद लिया है, हमें कमेंट करके जरूर बताएं। अगर आपको यह लेख अच्छा लगा, तो इसे लाइक और शेयर करें। ऐसे ही लेख पढ़ने के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी के साथ।
Image Credit: Freepik, Swiggy
HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों