प्रियंका चोपड़ा अपने सांवले रंग के कारण फिल्‍म छोड़ने को हुईं थी मजबूर

क्‍या रंगभेद खत्‍म हो चुका है? शायद नहीं क्‍योंकि एक इंटरव्यू में प्रियंका ने खुलासा किया है कि अपनी स्किन कलर की वजह से उन्हें एक फिल्म छोड़नी पड़ी थी।

  • Pooja Sinha
  • Her Zindagi Editorial
  • Updated - 2018-04-12, 12:31 IST
priyanka chopra main

माना जाता है कि अब रंगभेद खत्‍म हो चुका है। लेकिन आज भी ये देखने को मिलता है और प्रियंका चोपड़ा इसका शिकार बन चुकी है। जी हां बॉलीवुड की देसी गर्ल प्रियंका चोपड़ा ने आज हॉलीवुड तक में अपनी अलग पहचान बना ली है। वह कई हॉलीवुड मूवीज और टीवी शोज में नजर आ चुकी हैं। लेकिन हैरानी की बात यह है कि उन्हें अब भी रंगभेद का शिकार होना पड़ रहा है। एक इंटरव्यू में प्रियंका ने खुलासा किया है कि अपनी स्किन कलर की वजह से उन्हें एक फिल्म छोड़नी पड़ी थी।

रंग के कारण गंवानी पड़ी फिल्म

प्रियंका चोपड़ा हॉलीवुड में इस समय काफी काम कर रही हैं। वह टीवी शो के साथ-साथ हॉलीवुड फिल्‍मों में भी काम कर रही हैं। हॉलीवुड में अपनी पहचान बना रहीं प्रियंका को कभी-कभी कड़वे अनुभव भी होते हैं। एक अंतर्राष्ट्रीय मैगजीन को दिये गये इंटरव्यू में प्रियंका ने बताया कि कैसे रंगभेद की वजह से उन्हें हॉलीवुड फिल्म में नहीं लिया गया। प्रियंका ने कहा कि पिछले साल जब वो एक फिल्म की शूटिंग के लिए बाहर गयी हुई थीं तब एक स्टूडियो से उनके मैनेजर की बात हुई। मैनेजर को बताया गया कि प्रियंका फ़िल्म के लिए फिट नहीं हैं और इसकी वजह उनकी फिजिकैलिटी बतायी गयी।

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प्रियंका के मुताबिक, वे पहले फिजिकैलिटी का मतलब नहीं समझीं। बाद में उनके मैनेजर ने बताया कि इस शब्द का मतलब शारीरिक संरचना से होता है। खासकर कलर के लिए इसे इस्तेमाल किया गया। मैनेजर ने उन्हें यह भी बताया कि स्टूडियो फिल्म के लिए ऐसी लड़की चाहता था, जो ब्राउन न हो। प्रियंका कहती हैं कि उस वक्त उन्हें यह जानकार बहुत हैरानी हुई थी और तकलीफ भी हुई थी।

priyanka chopra card ()

नारीवाद पर उनके विचार

यौन उत्पीड़न जैसे मुद्दों पर महिलाओं के और मुखर होने के साथ इस साल नारीवाद बहस के केंद्र में रहा लेकिन प्रियंका चोपड़ा का मानना है कि अधिकतर लोगों को अभी तक पता ही नहीं है कि नारीवाद असल में है क्या।

प्रियंका का कहना है कि नारीवाद और सशक्तिकरण शब्दों के व्यापक इस्तेमाल के कारण शब्द के मायने घटे हैं। उन्होंने कहा, ''मुहिम चली है लेकिन यह नाममात्र का है। हमें और ज्यादा काम करने की जरूरत है। हमारे देश और दुनिया में लड़कियों से दूसरे दर्जे के नागरिक के तौर पर सलूक किया जाता है। उन्हें हर जगह हिंसा और दुर्व्यवहार का सामना करना पड़ता है। नारीवाद उस स्थिति को नियंत्रित करने का एक जरिया है लेकिन यह एक नकारात्मक शब्द बन गया है।''

उन्होंने कहा, ''मेरा मानना है कि बहुत सारे लोग नारीवाद का वास्तविक मतलब नहीं समझते। नारीवाद और सशक्तिकरण, दो ऐसे शब्द हैं जिसका पूरा मतलब जाने बिना लोग धड़ल्ले से इनका इस्तेमाल करते हैं। प्रियंका ने कहा कि नारीवाद का मतलब उनके लिए महिलाओं को अवसर मिलने से है जो हमेशा पुरुषों को मिलता रहा है।

नरेंद्र मोदी से मुलाकात

प्रियंका चोपड़ा ने हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा से मुलाकात की। प्रियंका ने खुद इस मुलाकात की एक तस्‍वीर अपने इंस्‍टाग्राम अकाउंट पर शेयर की है। तस्‍वीर शेयर करते हुए प्रियंका चोपड़ा ने मुलाकात और बातचीत के लिए पीएम मोदी का शुक्रिया अदा किया है। इस दौरान उनके साथ चिली की प्रधानमंत्री मिशेल बेचीलेट भी थीं।

इसके अलावा प्रियंका चोपड़ा एक और इवेंट में शामिल हुईं। यह एक बुक लान्चिंग इवेंट था। बुक लॉन्चिंग कार्यक्रम में प्रियंका चोपड़ा के साथ उनकी मां मधु चोपड़ा भी नजर आईं। प्रियंका यूनिसेफ की गुडविल एंबेसडर हैं। प्रियंका अमेरिका से भारत औपचारिक तौर पर 2018 पाटनर्स फॉरम के बारे में लोगों को बताने के लिए आई हैं। यह फॉरम महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य के लिए काम करता है।

Very grateful to the honorable Prime Minister of India, Shri Narendra Modi to meet me, Shri J.P. Nadda (Indian Health Minister) and Mrs. Michelle Bachelet, (former President of Chile, incoming #PMNCH Chair) in regards to being a patron for the Partners' Forum which is being held in New Delhi in December this year. The aim is very important - the improvement and transformation of access to quality healthcare at at every life stage for women, children and adolescents, in an effort to help achieve the Sustainable Development Goals in 2030. This year, India will play host to the largest ever Partners' Forum, with more than 1,200 delegates from more than 92 countries. It was an insightful, positive conversation which was very heartening and inspiring because of the personal commitment of everyone at the meeting. We covered a lot of ground from the various efforts being taken by individual countries & partners to building a collective environment that could help propel the change we seek for a better world. We started something important today and I am looking forward to what is being set in motion. @narendramodi #JPNadda #MichelleBachelet #2018PMNCHLive #PMNCH #PartnersForum

A post shared by Priyanka Chopra (@priyankachopra) onApr 11, 2018 at 10:11am PDT

इस मौके पर अभिनेत्री ने कहा, 'मी टू्' और 'टाइम्स अप' जैसे अभियानों ने यह साबित कर दिया कि पूरे विश्व की महिलाएं चुनौतियों का सामना कर रही हैं और भारत भी इससे अलग नहीं है।' प्रियंका चोपड़ा का मानना है कि महिलाएं लैंगिक पक्षपात के खिलाफ आवाज उठाने लगी है।

उन्‍नाव रेप केस पर बोलीं प्र‍ियंका चोपड़ा

बॉलीवुड की 'देसी गर्ल' प्रियंका चोपड़ा इन दिनों ग्‍लोबल स्‍टार बन चुकी हैं। हाल ही में उन्‍होंने नस्‍लवाद को लेकर खुलासा किया था और अब उन्‍होंने उत्‍तर प्रदेश के उन्‍नाव में हुए रेप कांड पर अपनी बात रखी है।

दुनिया भर के मसलों पर बात रखने और लोकल मसलों पर चुप रहने के सवाल पर प्र‍ियंका खुलकर बोलीं। उन्‍होंने कहा कि लखनऊ में एक रेप विक्टिम लड़की के पिता की हत्या का मामला सामने आया है। यह घटना मेरे लिए बहुत दुखद है लेकिन मेरे सोशल मीडिया पर एक लाइन लिख देने से क्या होगा? क्या ऐसी घटनाएं रुक जाएंगी? उल्टे मीडिया का ध्यान मामले से हट कर मेरे कमेंट पर आ जाएगा। उन्‍होंने आगे कहा कि मेरा काम करने का तरीका बिल्‍कुल अलग है। मैं लोकल इश्‍यूज पर पॉलिसी मेकर्स से बात करती हूं। मेरे हिसाब से बदलाव इनसे बात करके अपनी बात रखने से आएगा न कि पब्लिक फोरम में अपनी बात रखने से।

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