यूपीएससी परीक्षा में हर साल लाखों उम्मीदवार उपस्थित होते हैं लेकिन सफलता प्रतिशत कुछ लोगों को ही मिलती है। इनमें से ज्यादातर ऐसे हैं जो कोचिंग पर लाखों रुपये खर्च करते हैं लेकिन कुछ ऐसे भी होते हैं जो घर पर ही बिना किसी कोचिंग के यूपीएससी की तैयारी करते हैं और परीक्षा को क्लीयर भी कर लेते हैं। आज हम आपको आईएएस ऑफिसर सर्जना यादव की इंस्पिरेशनल स्टोरी बताने जा रहे हैं।
कैसे की यूपीएससी परीक्षा की तैयारी?
दिल्ली की सर्जना यादव ने टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी से इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन को पूरा किया। ग्रेजुएशन के बाद उन्होंने ट्राई में रिसर्च ऑफिसर के तौर पर काम करना शुरू किया। सर्जना यादव ने बिना किसी कोचिंग और नौकरी के यूपीएससी परीक्षा की तैयारी की थी। उन्होंने अपनी नौकरी के साथ ही परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी थी। लेकिन वह इस परीक्षा को क्लियर नहीं कर पाई थी।
इसके बाद साल 2018 में उन्होंने तैयारी के लिए नौकरी छोड़ दी और अपना पूरा ध्यान अपनी तैयारी पर दिया था। (सिर्फ 22 साल की उम्र में ऐसे बनी स्वाति मीणा आईएएस अफसर)आपको बता दें कि सर्जना ने सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी के लिए कोई कोचिंग ज्वाइन नहीं की थी। उन्होंने सेल्फ स्टडी के बदौलत तीसरी बार प्रयास किया और परीक्षा में सफलता हासिल की।
सर्जना यादव ने अपने एक इंटरव्यू के दौरान बताया था कि उन्होंने तीसरी बार सेल्फ स्टडी की थी और यूपीएससी परीक्षा में सफलता हासिल की। आपको बता दें कि सर्जना को ऑल इंडिया 126 रैंक मिली थी।
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'सेल्फ स्टडी है जरूरी'
एक इंटरव्यू में सर्जना ने कहा था कि 'यह उम्मीदवार की इच्छा पर निर्भर करता है कि उसे कोचिंग का सहारा लेना चाहिए अथवा नहीं। यदि आपके पास संपूर्ण अध्ययन सामग्री है और यूपीएससी के लिए आपकी रणनीति बेहतर है तो आप सेल्फ स्टडी पर भरोसा करके भी सफलता प्राप्त कर सकते हैं।'
यूपीएससी की परीक्षा सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक होती है। इसलिए अधिकांश उम्मीदवार इस परीक्षा की तैयारी के लिए कोचिंग जॉइन करते हैं और लाखों रुपये खर्च करते हैं। लेकिन यूपीएससी परीक्षा को लेकर सर्जना यादव का नजरिया आम लोगों से अलग है। उनका यह भी मानना है कि मेहनत से किसी भी सपने को पूरा किया जा सकता है।
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'लक्ष्य को निर्धारित करना है जरूरी'
सर्जना यादव ने इंटरव्यू में यह बात भी बताई कि 'यदि आप अनुशासित और अपनी पढ़ाई के प्रति ईमानदार हैं तो सेल्फ स्टडी काफी बेहतर है।(जानें IAS अधिकारियों को मिलती हैं कौन-कौन सी सुविधाएं) उम्मीदवारों को इस परीक्षा की तैयारी के लिए अपनी क्षमता के अनुसार रणनीति बनानी चाहिए और तैयारी शुरू करने के साथ-साथ पढ़ाई के घंटे भी तय करने चाहिए।'
आपको बता दें कि यूपीएससी परीक्षा के लिए लक्ष्य को निर्धारित करना है भी बहुत जरूरी होता है। अगर कोई उम्मीदवार लक्ष्य को निर्धारित करके पढ़ाई करता है तो उससे एग्जाम क्लियर करने की संभावना अधिक हो जाती है।
यूपीएससी परीक्षा के लिए असफलता से बिल्कुल भी नहीं डरना चाहिए। अगर आप पूरी मेहनत के साथ तैयारी करते हैं तो आपको सफलता अवश्य मिलेगी।अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक पर जरूर शेयर करें साथ ही कमेंट करके हमें बताएं और इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ।
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