herzindagi
image

पीरियड में फ्लो कम आने पर भी हर 4 घंटे में पैड बदलना क्यों जरूरी है?

पीरियड में हैवी फ्लो के दौरान तो महिलाएं लीकेज से बचने के लिए जल्दी-जल्दी पैड बदलती हैं। लेकिन,फ्लो कम होने पर अक्सर कई घंटों तक एक ही पैड का इस्तेमाल करती हैं, यह सही नहीं है। एक्सपर्ट का कहना है कि पीरियड में फ्लो कम आने पर भी कुछ खास वजहों से हर 4-5 घंटे में पैड बदलना जरूरी है।
Editorial
Updated:- 2025-10-22, 13:00 IST

पीरियड के दिनों में महिलाएं लीकेज से बचने के लिए पैड्स का इस्तेमाल करती हैं। हालांकि, आज मार्केट में टेंपून, डिस्पोजेबल पेंटी और मेंस्ट्रुअल कप समेत कई चीजें मौजूद हैं। इन दिनों में हैवी फ्लो के दौरान तो महिलाएं जल्दी-जल्दी पैड्स बदलती हैं और फ्लो कम होने पर कई बार एक ही पैड का लंबे समय तक इस्तेमाल करती हैं। अक्सर हमें ऐसा लगता है कि जब फ्लो हैवी नहीं है या ब्लीडिंग कम हो रही है, तो पैड कुछ घंटों में बदलने की क्या जरूरत है? लेकिन, यह सही नहीं है। पीरियड्स के दिनों में ब्लीडिंग कम होने पर भी हर 4-6 घंटे में पैड जरूर बदलना चाहिए। इसके पीछे क्या वजह है, चलिए एक्सपर्ट से समझते हैं। इस बारे में डॉक्टर अदिति बेदी जानकारी दे रही हैं। वह, कंसल्टेंट गायनेकोलॉजिस्ट और आब्स्टिट्रिशन हैं।

पीरियड्स में कम फ्लो आने पर भी 4 घंटे में पैड बदलना क्यों जरूरी है? (What happens if you wear a pad for more than 4 hours?)

how often should i change pad

  • एक्सपर्ट का कहना है कि पीरियड में हैवी फ्लो के दौरान तो पैड्स 4-5 घंटे के बीच बदलने ही चाहिए। लेकिन, अगर ब्लीडिंग कम हो रही है या फिर न के बराबर हो रही है, तो भी आपको हर 4 घंटे में पैड बदलने चाहिए।
  • अगर आप लंबे समय तक एक ही पैड का इस्तेमाल करती हैं, तो इससे इंफेक्शन का खतरा हो सकता है। पीरियड में लंबे समय तक एक ही पैड के इस्तेमाल से यूटीआई और वजाइनल इंफेक्शन दोनों हो सकते हैं। ऐसे में हर 4 घंटे में पैड जरूर बदलें।
  • इसके अलावा, मार्केट में मौजूद कई पैड्स में केमिकल्स का इस्तेमाल भी किया जाता है। इन पैड्स का लंबे समय तक यूज करने से एंडोमेट्रियोसिस और यहां तक कि कैंसर का खतरा भी हो सकता है।

यह भी पढ़ें- पीरियड्स में आ रहे हैं इस तरह के क्लॉट्स, तो न करें नजरअंदाज! प्रेग्नेंट होने में आ सकती है मुश्किल

period pad side effects

  • अगर आप 4-5 घंटे से ज्यादा एक ही पैड को यूज कर रही हैं, तो इससे इचिंग और दाने भी हो सकते हैं। इसकी वजह से ल्यूकोरिया यानी व्हाइट डिस्चार्ज की दिक्कत भी हो सकती है।
  • एक्सपर्ट का कहना है कि अगर आपको फ्लो न के बराबर आ रहा है और पैड में गीलापन महसूस न भी हो रहा हो, तो भी पैड को हर 3-4 घंटे में बदले। यह मेंस्ट्रुअल हाइजीन के लिए बहुत जरूरी है।

 

यह भी पढ़ें- पीरियड फ्लो आपकी फर्टिलिटी के बारे में क्या बताता है? डॉक्टर से जानें

 

पीरियड्स के दौरान हर 4-6 घंटे में पैड बदलना बहुत जरूरी है, इस बात का ध्यान रखें। अगर आपको स्वास्थ्य से जुड़ी कोई समस्या है, तो हमें आर्टिकल के ऊपर दिए गए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम अपने आर्टिकल्स के जरिए आपकी समस्या को हल करने की कोशिश करेंगे।
अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।
Image Credit:Freepik, Shutterstock

यह विडियो भी देखें

Herzindagi video

Disclaimer

हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, compliant_gro@jagrannewmedia.com पर हमसे संपर्क करें।