हमारे भारतीय परंपरा में 7 अंकों की विशेष अहमियत है। इसलिए तो फेरे भी सात लिए जाते हैं। वचन भी सात दिए जाते हैं और मंत्र भी सात पढ़े जाते हैं। आपको जानकर हैरानी होगी कि इन 7 अंकों का ही ख्याल रख आप अपना और अपने पूरे परिवार का भी ख्याल रख सकती हैं। चाहे गरीब हो या अमीर, हेल्थ की चिंता हर किसी को होती है और अगर महिला वर्किंग है तो हेल्थ की चिंता करनी तो बनती है। इसलिए अगर हेल्दी रहना है तो इन 7 चीजों के बीच बनाएं बैलेंस बना कर चलें। इससे आप ताउम्र हेल्दी रहेंगी।
1पल्स रेट

हर दिन अगर सुबह की शुरुआत आप अच्छे से करेंगी तो पूरा दिन अच्छा जाएगा और इससे आपकी पूरी जिंदगी भी अच्छी होगी। इसलिए सुबह सबसे पहले अपीन पल्स रेट चेक करें। हेल्दी लोगों की सुबह पल्स रेट 60 से 90 बीपीएम (बीट्स प्रति मिनट) के बीच होती है वहीं एक्सरसाइज करने वाली महिलाओं या एथलीट्स की रेस्टिंग पल्स रेट 50 से 60 के बीच होती है।
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2होती है कैलोरी की जरूरत

हेल्दी रहने के लिए कैलोरी हमेशा बैलेंस होना चाहिए। महिलाओं को एक दिन में नॉर्मली 2000 कैलोरी की जरूरत होती है। पतले या मोटे होने पर यह संख्या बॉडी वेट (किलोग्राम में) का 28 से 34 गुना हो सकती है। इसलिए अपने शरीर में कैलोरी की मात्रा बॉडी वेट के अनुसार रखें। कैलोरी अगर ज्यादा है तो एक्सरसाइज करें और कम है तो कुछ मीठा खा लें।
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3ब्लड प्रेशर

किसी भी तरह की बीमारी का सबसे पहले असर आपके ब्लड प्रेशर पर ही पड़ता है। यहां तक की आसपास के माहौल के तापमान और रोजाना लेने वाले नमक की मात्रा से भी ब्लड प्रेशर प्रभावित होता है। ज्यादा देर तक ब्लड प्रेशर का बढ़ना मतलब इंसान को हाइपरटेंशन है। इससे दिल से जुड़ी बीमारियों और स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है। एक सामान्य इंसान का सामान्य ब्लड प्रेशर का स्फाइग्नोमैनोमीटर पर रीडिंग 120/80 होनी चाहिए। अगर यह 140/90 या उससे ज्यादा है तो आपको खतरा है। तुरंत किसी चिकित्सक से संपर्क करेँ।
435 इंच की कमर

महिलाओं में जीरो साइज फिगर का काफी क्रेज रहता है। लेकिन उम्र बीतने के साथ कमर का साइज बढ़ते जाता है लेकिन काम में व्यस्त होने के कारण वे अफने तरफ ध्यान नहीं दे पाती हैं। लेकिन थोड़ा ध्यान तो देना बनता है।
इसलिए थोड़ा ध्यान दें और कमर की साइज को 35 इंच से अधिक बढ़ने ना दें। अगर कमर का साइज इससे ज्यादा होता है हार्ट अटैक, ब्लड प्रेशर और शुगर बढ़ने का खतरा रहता है।
5कोलेस्ट्रॉल

अगर आप बहुत बिज़ी रहती हैं तो हमेशा अपना कोलेस्ट्रॉल चेक कराती रहें। कोलेस्ट्रॉल दो तरह के होते हैं। एक लो डेन्सिटी लाइपोप्रोटीन (एलडीएल) और दूसरा हाई डेन्सिटी लाइपोप्रोटीन (एचडीएल) कोलेस्ट्रॉल। महीने में एक बार डॉक्टर से इन दोनों तरह के कोलेस्ट्रॉल की जानकारी लें। एलडीएल 3.5 मिलीमोल प्रति लीटर से कम और एचडीएल 1.3 मिलीमोल प्रति लीटर से ऊपर और 5.2 मिलीमोल प्रति लीटर से नीचे हो। अगर कोलेस्ट्रॉल इतना है तो इसका मतलब है कि आप हेल्दी हैं।
6शुगर लेवल

जरूरी नहीं है कि शुगर लेवल कम है तो आप हेल्दी हैं। शुगर लेवल हमेशा बैलेंस होना चाहिए। ना कम और ना ज्यादा।
वर्तमान में शुगर लेवल हमेशा चेक करवाते रहना चाहिए क्योंकि साल दर साल भारत में डायबिटीज के मरीजों की संख्या बढ़ रही है और इससे बचने का तरीका है कि आप रोज की लाइफ में अपने शुगर लेवल को बैलेंस करके रखें। सुबह खाली पेट शुगर का लेवल 72-100 एमजीडीएल (मिलीग्राम प्रति डेसीलीटर) है तो आपका डायबिटीज कंट्रोल में हैं। खाना खाने के दो घंटे बाद भी यह लेवल 140 से ज्यादा नहीं होना चाहिए।
7ट्राइग्लिसराइड

ट्राइग्लिसराइड फैट्स और कार्बोहाइड्रेट्स से बने होते हैं जो सेल्स में स्टोर रहता है। ये उपवास या भूखे रहने के दौरान शरीर को एनर्जी देते हैं। ब्लड में इनका नॉर्मल होना जरूरी है। इसके बढ़ने से दिल की बीमारियों का खतरा रहता है। शरीर में ट्राइग्लिसराइड की मात्रा 1.7 मिलीमोल प्रति लीटर से कम होनी चाहिए।
तो इन सात अंकों का ख्याल रखें और अपनी जिंदगी को हेल्दी रहें।