अगर आपसे पूछा जाए कि 10वीं के बाद आपके सामने क्या-क्या करियर ऑप्शन खुल जाते हैं, तो आपका जवाब क्या होगा? हो सकता है कि आपको लगे कि 10वीं के बाद किसी 12वीं करना और किसी बड़े कोर्स में एडमिशन लेना जरूरी है, लेकिन ऐसा नहीं है। ऐसे कई करियर ऑप्शन हैं जिन्हें 10वीं के बाद ही किया जा सकता है। ऐसा ही एक ऑप्शन है मर्चेंट नेवी। ऐसे लोग जिन्हें 10वीं के बाद ही अपना करियर शुरू करना होता है उनके लिए इसे अप्लाई करने का मौका है।
मर्चेंट नेवी में काम अधिकतर शिप पर ही होता है जिसके साथ-साथ दुनिया भर घूमने का मौका भी मिलता है। 10वीं के बाद एक स्पेशल कोर्स करना होता है जिसके जरिए सभी तरह की ट्रेनिंग दी जाती है जो एक कैंडिडेट को चाहिए। इस ट्रेनिंग में सिर्फ आपको थ्योरी नहीं सिखाई जाएगी, बल्कि इनमें आपको प्रैक्टिकल ट्रेनिंग भी दी जाएगी।
साल में दो बार भारतीय नेवी की तरफ से ऑनलाइन एप्लीकेशन ली जाती हैं। इसमें सेलर्स को MR(Matric Recruit) के लिए एप्लीकेशन देनी होती है। यहां जून-जुलाई या फिर नवंबर-दिसंबर में एप्लीकेशन फॉर्म भरे जाते हैं। इसका अनाउंसमेंट ऑल इंडिया बुलेटिन में दिया जाता है। इंडियन नेवी में तीन तरह की कैटेगरी में काम ऑफर किया जाता है।
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शेफ MR : इस काम में लोगों को मेनू में निर्धारित सभी मील्स का ध्यान रखना होता है। इसमें वेजिटेरियन और नॉन-वेजिटेरियन दोनों तरह का खाना होता है और इसमें मीट प्रोडक्ट्स का ध्यान रखना भी काम का हिस्सा होता है। आपको राशन संबंधित चीजों का भी ध्यान रखना होगा। इसके साथ ही, आपको फायरआर्म की ट्रेनिंग भी दी जाती है जिससे शिप में किसी तरह की इमरजेंसी आने पर दिक्कत ना हो।
स्टीवर्ड MR: इस काम में वेटर्स, हाउसकीपिंग, अकाउंटिंग, वाइन और सप्लाई आदि का ध्यान रखना, खाने का मेनू बनाना आदि जॉब्स शामिल होंगी। इसमें भी फायर आर्म्स की ट्रेनिंग दी जाती है जिससे ज्यादा काम किए जा सकें।
हाइजीनिस्ट MR: इस जॉब में आपको रेस्ट रूम और अन्य जगहों की सफाई आदि शामिल होती है। इसके साथ ही फायर आर्म्स की ट्रेनिंग और अन्य रिस्पॉन्सिबिलिटी भी दी जाती है।
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एप्लीकेशन को तीन क्राइटेरिया के आधार पर सिलेक्ट किया जाता है। इसमें
ये तीनों एग्जाम होते हैं। जहां तक CBT की बात है तो इसमें 100 मार्क्स का टेस्ट होता है जिसमें 4 सेक्शन में 25 क्वेश्चन होते हैं। इन चारों कैटेगरी में सामान्य ज्ञान के अलावा, मैथ्स और साइंस भी होते हैं।
इसके लिए www.joinindiannavy.gov.in पर अप्लाई किया जा सकता है। इसके अलावा, आपको सैंपल क्वेश्चन और सिलेबस भी उसमें ही मिल जाएगा। इसके अलावा, फिजिकल फिटनेस में 1.6 किलोमीटर की दौड़ (निर्धारित समय में), 20 स्क्वाट अप्स और कुछ पुश अप्स जैसे फिजिकल टेस्ट होते हैं।
सबसे आखिर में होता है मेडिकल एग्जाम जिसमें आपके बॉडी मेजरमेंट्स के साथ-साथ आपकी मेडिकल प्रोफाइल पर भी ध्यान दिया जाता है।
अगर आपको कोई परमानेंट बीमारी है, तो आप मेडिकल टेस्ट पास नहीं कर पाएंगे। इसके अलावा, आंखों की चेकिंग भी की जाती है क्योंकि नेवी के काम में विजन सही होना बहुत जरूरी है। मेडिकल टेस्ट किसी लाइसेंस मिलिट्री फिजिशियन के जरिए ही होता है।
अगर आप 10वीं के बाद नेवी में जाने के लिए कोर्स ढूंढ रहे हैं, तो GP Rating कोर्स किया जा सकता है। यह 6 महीने का रेसिडेंशियल कोर्स है जिसे डायरेक्टर जनरल ऑफ शिपिंग गवरमेंट ऑफ इंडिया द्वारा अप्रूव किया जाता है। इसमें डेक क्रू और इंजन क्रू के लिए ट्रेनिंग दी जाती है।
इस कोर्स के जरिए शिप के अंदर मौजूद चीजों की जानकारी सही से दी जाती है। अगर आपको नेवी में ही करियर बनाना है, तो यह एक अच्छा ऑप्शन साबित हो सकता है।
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