herzindagi
pm modi inaugurated abu dhabi

PM मोदी ने UAE में किया पहले हिंदू मंदिर का उद्घाटन, जानें इससे जुड़ी 5 खास बातें

इस मंदिर को बनाने में 18 लाख पत्थरों का इस्तेमाल किया गया है। यह संगमरमर के पत्थरों से बनाया गया है। 
Editorial
Updated:- 2024-02-15, 11:46 IST

आज तक आप संयुक्त अरब अमीरात को बुर्ज खलीफा के नाम से जानते होंगे। लेकिन अब इसे हिंदू मंदिर के लिए भी जाना जाएगा। बुधवार को संयुक्त अरब अमीरात (UAE) की राजधानी अबू धाबी में पहले BAPS हिंदू मंदिर का उद्घाटन किया गया।

पीएम मोदी ने किया मंदिर का उद्घाटन

uae temple

जब से पीएम मोदी ने UAE में हिंदू मंदिर का उद्घाटन किया है, तब से हर जगह बस इसी मंदिर की चर्चा हो रही है। पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि, जब मैं 2015 में यहां आया था, तो लाखों भारतीयों ने राष्ट्रपति के सामने अबू धाबी में एक हिंदू मंदिर बनाने की इच्छा व्यक्त की थी।   (सस्ते में प्लान करें कन्याकुमारी ट्रिप)

वह तुरंत सहमत हो गए। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उन्होंने बहुत कम समय में मंदिर निर्माण के लिए इतनी बड़ी जमीन उपलब्ध कराई है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, मुझे नहीं पता कि मैं मंदिर का पुजारी बनने के योग्य हूं या नहीं, लेकिन मुझे भारत माता का पुजारी होने पर गर्व है।

बता दें कि यह विशाल मंदिर एक मुस्लिम देश में बनाया गया है, जहां भारतीय दूतावास (Indian Embassy) के अनुसार 26 लाख भारतीय रहते हैं, जो वहां की आबादी के अनुसार 30% प्रतिशत है। आज के इस आर्टिकल में हम इस मंदिर से जुड़ी 5 खास बातें बताएंगे। 

इसे भी पढ़ें- बाली में घूमने पर आएगा बस 20 हजार खर्चा, कम बजट में इस तरह करें ट्रिप प्लान

 

जानें मंदिर की खासियत

Prime Minister,

  • क्या हैं UAE के पहले हिंदू मंदिर का नाम- बीएपीएस स्वामीनारायण मंदिर का उद्घाटन पीएम मोदी द्वारा किया गया। इस भव्य मंदिर के लिए जमीन यूएई ने दान में दी है। 27 एकड़ जमीन पर बने इस इस मंदिर को बनाने में कुल 700 करोड़ रुपए की लागत लगी है। (IRCTC से Tour Package कैसे बुक करें)

इसे भी पढ़ें- ऑफिस से छुट्टी लेकर इन खास जगहों पर मनाएं Valentine Week, यादगार हो जाएगी यात्रा

यह विडियो भी देखें

  • इस मंदिर का निर्माण कार्य 2019 से चल रहा था। यह मंदिर दुबई-अबू धाबी शेख ज़ायद हाईवे पर बनाया गया है।  हाइवे से सटा अल वाकबा अबू धाबी से तकरीबन 30 मिनट की दूरी पर है।
  • इस मंदिर को बनाने में 18 लाख पत्थरों का इस्तेमाल किया गया है। यह संगमरमर के पत्थरों से बनाया गया है।  मंदिर के लिए बड़ी संख्या में गुलाबी बलुआ पत्थर का इस्तेमाल किया गया है। यह उत्तरी राजस्थान से अबू धाबी लाइ गए थे। इस मंदिर में राजस्थान की नक्काशी कला को भी स्थान मिला है। 
  • राजस्थान के मकराना के गांवों के कारीगरों ने मंदिर को बनाने में अहम योगदान दिया है। मंदिर में हिंदू धर्म के साथ-साथ कुरान की कहानियां भी उकेरी गई हैं। 
  • मंदिर की ऊंचाई 108 फीट है। मंदिर के दोनों ओर गंगा और यमुना का पवित्र जल बह रहा है, जिसे बड़े-बड़े कंटेनर में भारत से लाया गया है। इसके अलावा मंदिर में गुलाबी बलुआ पत्थर का इस्तेमाल हुआ है जिसे भारत से लाया गया है। पत्थर पर नक्काशी भारत के ही मूर्तिकारों ने की है।

आपकी राय हमारे लिए महत्वपूर्ण है! हमारे इस रीडर सर्वे को भरने के लिए थोड़ा समय जरूर निकालें। इससे हमें आपकी प्राथमिकताओं को बेहतर ढंग से समझने में मदद मिलेगी। यहां क्लिक करें-

अगर हमारी स्टोरी से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो वो आप हमें आर्टिकल के ऊपर दिए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे।

साथ ही आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़े रहें हर जिंदगी से।

Image Credit-  Freepik 

Disclaimer

हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, compliant_gro@jagrannewmedia.com पर हमसे संपर्क करें।