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इस देश में नहीं है एक भी सड़क, लोग पड़ोसी के घर जाने के लिए भी लेते हैं नाव का सहारा

क्या आपने कभी सोचा है कि अगर आपको भी हर दिन ऑफिस जाने के लिए नाव से सफर करना पड़े, तो कैसा लगेगा।   
Editorial
Updated:- 2023-11-30, 15:54 IST

क्या हो अगर आपके मोहल्ले में बस घर हो, लेकिन कोई सड़क नहीं। लोग घर से बाहर जमीन पर पैर नहीं रख सकते, क्योंकि यहां जमीन ही नहीं है। देश और दुनिया में कई ऐसी जगहें हैं जो अपनी खूबसूरती के लिए मशहूर हैं।

इसी खूबसूरती को देखने के लिए लोग एक देश से दूसरे देश में ट्रैवल करना पसंद करते हैं। लेकिन एक ऐसा देश है जहां कोई सड़क ही नहीं है। यहां रहने वाले लोगों को अगर कोई काम है, तो वह नाव में बैठकर जाते हैं। आखिर यह जगह कहां है, आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे। 

यहां नहीं हैं एक भी सड़क

giethoorn village

ह एक ऐसा गांव है जहां सभी लोग अपनी कारों और बाइक के बजाय नावों से घूमते हैं। हम बात कर रहे हैं नीदरलैंड के एक छोटे से गांव गिथॉर्न की। यह गांव इतना खूबसूरत है कि आप हैरान रह जाएंगे। ना ही कोई प्रदूषण ना ही सड़कों पर गंदगी। ऐसा इसलिए क्योंकि सड़क की जगह तो पानी है। (भारत के सबसे खूबसूरत गांव)

नीदरलैंड का ये गांव हर किसी का मन मोह लेता है। यहां हजारों पर्यटक आते हैं और यहां के अद्भुत दृश्यों का आनंद लेते हैं। इस गांव में कोई कार नहीं है। जिसे भी कहीं जाना हो वह नाव के सहारे ही जा सकता है।

यहां नहर में बिजली की मोटरों की मदद से नावें चलती हैं, जिसमें बैठकर लोग आते-जाते हैं।

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शोर-शराबा नहीं

giethoorn water village

लोगों को सड़कों की जरूरत नहीं होती, ना यहां गाड़ियां चलती है, इसलिए यहां हॉर्न का शोर-शराबा भी नहीं होता।  यहां कुछ लोगों ने अपनी सुविधा के लिए एक जगह से दूसरी जगह जाने के लिए गांव से गुजरने वाली नहर पर लकड़ी का पुल बना लिया है। (अनोखा इन गांवों का रहस्य)

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इस गांव में 180 से ज्यादा पुल हैं। जिससे होकर लोग नहर पार कर लेते हैं। नीदरलैंड के इस गांव में करीब 3000 लोग रहते हैं। गिथॉर्न एक ऐसा गांव है जहाँ कोई सड़क नहीं है और दिन के दौरान यह बहुत शांत रहता है।

यहां रहने वाले लोगों के पास अपना खुदका नाव हैं, जिसकी मदद से वह नहरों के माध्यम से एक स्थान से दूसरे स्थान तक यात्रा करते हैं। लगभग सभी घरों के पास अपनी नाव होती है।

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इस गांव की स्थापना 1230 में हुई थी

इस गांव की स्थापना 1230 में हुई थी और इसे मूल रूप से गैटेनहॉर्न कहा जाता था। बाद में इसका नाम बदल दिया गया और इसका नाम गिथॉर्न रखा गया। 

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Image Credit-  Freepik, insta

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