Lohri 2025: लोहड़ी पर दिल्ली वाले जा सकते हैं इन 3 जगहों पर घूमने, मिलेगा सुकून

लोहड़ी की रात में लोग आग के चारों तरफ घूमते हैं और पारंपरिक पंजाबी गाने, खासकर लोहड़ी गीत पर नाचते हैं। लोग गिद्दा और भांगड़ा जैसे पंजाबी लोक नृत्य करते हैं।
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मकर संक्रांति के एक दिन पहले, 13 जनवरी को लोहड़ी का पर्व मनाया जाता है। इस दिन लोग रात के समय का इंतजार करते हैं, क्योंकि जगह-जगह रात के समय का मौहाल मनोरंजक होता है। लोहड़ी की रात में लकड़ी पर लगाई जाती है और लोग इसके चारों तरफ चक्कर काटते हैं। चक्कर काटते हुए लोग तिल, गुड़, रेवड़ी और पॉपकॉर्न जैसी चीजें आग में डालते हैं। माना जाता है कि इस आग का उद्देश्य सूर्य देव को सम्मान देने के लिए होता है। क्योंकि, इसके बाद से सर्दियों की समाप्ति और फसल की कटाई का समय आता है। लोग इस आग के चारों तरफ नाचते-गाते हुए पर्व मनाते हैं। दिल्ली में कई ऐसी जगहें हैं, जहां लोहड़ी का पर्व खास तरह से मनाया जाता है। आज के इस आर्टिकल में हम आपको कुछ खास जगहों के बारे में बताएंगे।

रकाब गंज साहिब

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दिल्ली में लोहड़ी का पर्व मनाने के लिए आप रकाब गंज साहिब गुरुद्वारा भी जा सकते हैं। भले ही यहां आपको नाचने-गाने का मौका न मिले, लेकिन आपको यहां अच्छा लगेगा। यह गुरुद्वारा नई दिल्ली में स्थित एक ऐतिहासिक जगह में से एक है। यह गुरुद्वारा संसद भवन के पास स्थित है, इसलिए यहां पहुंचने में आपको ज्यादा समय नहीं लगेगा। यहां लोहड़ी के पर्व पर खास लंगर की सुविधा होती है, इसलिए आप यहां जाने का प्लान बना सकते हैं।

  • लोकेशन- गुरु गोबिंद सिंह भवन, पंडित पंत मार्ग, साउथ ब्लॉक, रकाब गंज, नई दिल्ली

बंगला साहिब

यह दिल्ली के सबसे खास गुरुद्वारों में से एक है। यह नई दिल्ली के बाबा खड़ग सिंह मार्ग पर स्थित है, इसलिए यहां पहुंचने में भी आपको ज्यादा परेशानी नहीं होने वाली है। आप राजीव चौक मेट्रो स्टेशन से यहां पहुंच सकते हैं। यह 24 घंटे खुला रहता है। लोहड़ी के पर्व पर यहां आपको भीड़ देखने को मिल सकती है।

  • लोकेशन- हनुमान रोड क्षेत्र, कनॉट प्लेस, नई दिल्ली, दिल्ली

गुरुद्वारा दमदमा साहिब

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अपने आध्यात्मिक महत्व और शांत वातावरण के लिए जाना जाता है। हुमायूं के मकबरे के पास यह गुरुद्वारा भले ही रोड के हलचल भरे इलाके में स्थित है। लेकिन फिर भी अंदर जाने के बाद आपको सुकून का अहसास होगा। माना जाता है कि यहां दसवें सिख गुरु, गुरु गोबिंद सिंह ने अपनी यात्रा के दौरान रुककर पवित्र ग्रंथ, दशम ग्रंथ के कुछ हिस्सों की रचना की थी।

  • लोकेशन- H7V3+W25, भारत स्काउट्स एंड गाइड्स मार्ग, निज़ामुद्दीन, निजामुद्दीन पूर्व, नई दिल्ली

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image credit- freepik

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