दो अलग-अलग चीजें हैं गोंद और गोंद कतीरा, जानें कैसे करें खाने में इस्तेमाल

गोंद के लड्डू के बारे में तो आप सभी ने सुना ही होगा, लेकिन क्या आपको गोंद कतीरा के बारे में पता है। बहुत से लोग इसे एक ही समझते हैं। बता दें कि ये दोनों अलग चीज है।

 
gond katira benefits

गोंद कतीरा एक ऐसा आहार है, जिसके सेवन से शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। इसमें कई तरह के गुण पाए जाते हैं, वहीं गोंद भी एक खाद्य पदार्थ है, जिसका इस्तेमाल लड्डू, बर्फी और मिठाई समेत कई चीजें बनाने के लिए की जाती है। बता दें कि गोंद कतीरा और गोंद दो अलग-अलग चीज हैं, जो दिखने में तो बिल्कुल एक जैसा दिखता है, लेकिन है दोनों बिल्कुल अलग है। भारत के अलावा आस पास के देशों में इन दोनों की बहुत ज्यादा डिमांड है। ऐसे में यदि आप भी गोंद और गोंद कतीरा को एक समझते हैं या आपको गोंद कतीरा के बारे में जानकारी नहीं है, तो चलिए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से।

क्या है गोंद कतीरा और गोंद में अंतर

Is Katira and Gond the same thing

  • कब किया जाता है सेवन
  • गोंद को अक्सर सर्दियों में लड्डू और मिठाई बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। गोंद का सेवन मुख्य रूप से सर्दियों में किया जाता है।
  • गोंद से विपरीत गोंद कतीरा को गर्मियों में पानी में भिगोकर पिया जाता है। इसे अक्सर गर्म जगह में रहने वाले लोग सेवन करते हैं।

कैसे किया जाता है सेवन

  • गोंद कतीरा को पानी में भिगोकर पिया जाता है। इसे आप पानी या फिर दूध में भिगोकर पी सकते हैं।
  • गोंद को हमेशा घी या तेल में तलकर खाया जाता है। लोग इससे लड्डू या मिठाई बनाकर खाते हैं।
  • दिखने में भले गोंद और गोंद कतीरा एक जैसे दिखते हैं, लेकिन जब इन दोनों को दूध और घी में डालते हैं, तो दोनों अपना स्वरूप बदल लेते हैं।
  • गोंद कतीरा का तासीर ठंडा होता है, वहीं गोंद का तासीर गर्म। इसलिए लिए दोनों ही चीजों को अलग-अलग मौसम में इस्तेमाल किया जाता है।

गंधहीन और स्वादहीन होता है गोंद कतीरा

What are the two types of Gond

गोंद कतीरा न ही फल और सब्जी है और न ही कोई मसाला इसलिए इसमें किसी प्रकार की कोई महक गंध और स्वाद नहीं होती है। सामान्य बोलचाल की भाषा में जानें तो इसे बूटी या ड्राई फ्रूट्स कहा जा सकता है। गोंद और गोंद कतीरा दोनों ही चीजों को पेड़ के रस से निकाला जाता है, जिसे सुखाकर गोंद बनाया जाता है। गोंद और गोंद कतीरा की तासीर अलग-अलग होती है, इसलिए सर्दियों में और प्रसव के बाद महिलाओं को लड्डू बनाकर खिलाया जाता है। वहीं गोंद कतीरा पानी में भिगकर जैली में बदल जाता है और इसकी तासीर भी ठंडी होती है। गर्मियों में लू, हीट स्ट्रोक और डिहाइड्रेशन से बचने के लिए इसका सेवन किया जाता है।

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Image Credit: Freepik

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