इन छत्तीसगढ़ी व्यंजनों से करें पितृ पक्ष में ब्राह्मण भोज संपन्न

हिंदू धर्म में श्राद्ध पक्ष या पितृ पक्ष साल का महत्वपूर्ण पक्ष होता है, जिसमें लोग पितृ बने अपने पुर्वजों के सम्मान के लिए ब्राम्हीन भोज, तर्पण और दान क्रिया करते हैं।

 

chhattisgarhi food for sradha paksha
chhattisgarhi food for sradha paksha

श्राद्ध पक्ष का समय हिंदू धर्म के लिए बेहद विशेष होता है। हर साल अश्विन मास के पहले 15 दिनों में पितृ पक्ष मनाया जाता है। श्राद्ध मास में लोग अपने पितरों को याद कर उनके लिए दान, ब्राम्हण भोज, पिंड दान और तर्पण करते हैं, ताकि पितरों की आत्मा को शांति मिल सके और वो आशीर्वाद दे। बहुत से लोग पितृ पक्ष में पितरों की कृपा और आशीर्वाद पाने के लिए ब्राम्हण भोज भी रखते हैं। ऐसे में आज हम आपको पितृ पक्ष में शामिल करने के लिए कुछ छत्तीसगढ़ी भोजन के बारे में बताएंगे। इन छत्तीसगढ़ी भोजन को बनाएं और घर आए ब्राम्हणों को परोसें।

चीला

pitru paksha bhojan

छत्तीसगढ़ में विशेष रूप से कई तरह के चीला बनाए जाते हैं। आप सभी ने आज तक बेसन के अलावा कई तरह के चीला का स्वाद चखा होगा। ऐसे में आज हम आपको गुड़ और लहसुन मिर्च वाले चीला के बारे में बताएंगे। इसे खासतौर पर पितृपक्ष के अवसर पर बनाया जाता है और ब्राम्हणों को खिलाया जाता है। पितृपक्ष के अवसर पर छत्तीसगढ़ में चीला, बड़ा समेत कई व्यंजन बनते हैं, ऐसे में आप ब्राम्हण भोज के लिए चीला जरूर बनाएं।

उड़द दाल बरा

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वड़ा तो आप सभी ने खाया होगा लेकिन क्या आपने छत्तीसगढ़ी बरा का स्वाद चखा है। छत्तीसगढ़ी बरा उड़द दाल (उड़द दाल रेसिपीज) और चावल के आटा से बनाया जाता है। काली उड़द की दाल को पीस कर उसमें चावल आटा, प्याज, मिर्च और करी पत्ता मिलाया जाता है और इसे छोटी-छोटी कुकी के अकार में बनाकर तेल में डीप फ्राई किया जाता है।

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खीर और पुड़ी

food for pitru paksha

छत्तीसगढ़ में श्राद्ध पक्ष के दौरान ब्राम्हण भोज जरूर रखा जाता है, जिसमें पुर्वजों के पसंद की चीजों के अलावा भोज में चीला, बरा, खीर-पुड़ी और दूसरे व्यंजन शामिल किए जाते हैं। छत्तीसगढ़ी खीर में चावल, चीनी और दूध के अलावा दूसरी चीजें नहीं डाली जाती है। खीर बेहद ही साधारण तरीके से बनाया जाता है, जो कि खाने में बेहद लाजावाब लगता है। खीर के साथ-साथ पुड़ी भी सर्व किया जाता है।

तोरई की सब्जी

वैसे तोरई की सब्जी कभी भी बनाई जा सकती है, लेकिन पृत पक्ष में पितर और ब्राम्हणों के लिए घी भूनकर तोरई और चनादाल की सब्जी बनाई जाती है। तोरई की यह सब्जी खाने में बेहद टेस्टी और अनोखी लगती है।

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Image Credit: Freepik and shutterstocks

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