पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता को देश का दिल कहा जाए तो गलत नहीं होगा। देश के चार प्रमुख महानगरों में शुमार होने वाला यह ऐतिहासिक शहर दिल्ली से पहले भारत की राजधानी हुआ करता था। अंग्रेजों ने भारत आने के बाद जिन शुरूआती शहरों को ठिकाना बनाया, उनमें कोलकाता प्रमुख था। यहीं से 'ईस्ट इंडिया कंपनी' ने अपना विस्तार करने और देश के व्यवसाय पर अपना अधिपत्य जमाने की योजनाएं बनाई थीं। समुद्र से नजदीकी होने की वजह से विदेशी व्यापारियों के लिए यह शहर हमेशा से महत्वपूर्ण रहा। आपको यह जानकर गर्व होगा कि भारत के कई बड़े साहित्यकार, राजनीतिज्ञ, बुद्धिजीवी और महान योद्धाओं का इस शहर से नाता रहा है। साथ ही यहां बंगाल के रीति-रिवाज और अनूठी संस्कृति की झलक भी देखने को मिलती है। यह शहर पहले कलकत्ता के नाम से जाना जाता था। अंग्रेजों के समय से ही यह हमारे देश का सांस्कृतिक केंद्र रहा है। 'सिटी ऑफ़ जॉय' के नाम से मशहूर है कोलकाता। यहां दुर्गा पूजा, दीवाली और दशहरे के कुछ ही दिनों पहले काली पूजा आयोजित होती है। यहां त्योहारों मनाने और घरों को सजाए जाने का तरीका भी अलग है, जो यहां के बाशिंदों के कला प्रेम को जाहिर करता है।
कोलकाता में एक से बढ़कर एक टूरिस्ट स्पॉट्स
कोलकाता और इसके आसपास बहुत सी ऐसी जगहें हैं, जैसे कि हावड़ा ब्रिज, विक्टोरिया मैमोरियल, इंडियन म्यूज़ियम, ईडेन गार्डन, साइंस सिटी, तारकेश्वर महादेव मंदिर आदि। यहाँ की कई एतिहासिक इमारतें जैसे कि जीपीओ और कलकत्ता हाईकोर्ट, फोर्ट विलियम, बेलूर मठ आदि जो सैलानियों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करती हैं। लेकिन अगर आप कोलकाता की इन जगहों पर घूम चुके हैं या फिर इनकी बजाय कोई नई जगह घूमना चाहते हैं तो आज हम आपके लिए लेकर आये हैं, कोलकाता करीब के ऐसे हॉलीडे डेस्टिनेशन्स, जो बनाएंगे आपके वीकेंड को यादगार।
सुंदरबन
कोलकाता के पास बंगाल की खाड़ी के तटीय क्षेत्र में सुंदरबन एक ऐसा विशाल जंगल है, जहां आपको बंगाल टाइगर अपनी नेचुरल स्पेस में दहाड़ते नजर आएंगे। कुदरती खूबसूरती देखने के लिए यह इलाका बेहतरीन है। इसे यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल के रूप में 1997 में मान्यता मिली थी। यहां पक्षियों, सरीसृपों तथा रीढ़विहीन जीवों की ढेर सारी प्रजातियां भी पाई जाती हैं। यही नहीं, यहां खारे पानी के मगरमच्छ भी आपको नजर आ जाएंगे।
कोलकाता से दूरी- 110 किलोमीटर
बिश्नुपुर
एतिहासिक शहर बिश्नुपुर आठवीं सदी में स्थापित हिन्दू मल्लभूम राज्य की राजधानी हुआ करता था। यह राजवंश पुराने समय में बंगाल का सबसे महत्त्वपूर्ण राजवंश हुआ करता था। इस नगर के चारों ओर आपको पुरानी दुर्गबंदी नजर आएगी और यहाँ एक दर्जन से भी ज्यादा मंदिर हैं, जहां आप घूमने जा सकती हैं। बिश्नुपुर पश्चिम बंगाल, भारत में बंकुर जिला का एक शहर है। यह अपने टेराकोटा मंदिरों मल्ला श्री कृष्णा रासलिला और बालूशेरी साड़ियों के लिए प्रसिद्ध है।
कोलकाता से दूरी- 140 किलोमीटर
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शांति निकेतन
शांतिनिकेतन पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में बोलपुर के पास एक छोटा सा शहर है, जिसे महर्षि देवेन्द्रनाथ टैगोर ने स्थापित किया था। बाद में उनके बेटे रबींद्रनाथ टैगोर ने इसे विस्तार दिया और अब इसे विश्वभारती विश्वविद्यालय के रूप में जाना जाता है। यह जगह दुनियाभर के सैलानियों के आकर्षण का केंद्र है। इस जगह की खासियत यह है कि यहां भारतीय संस्कृति और परंपरा के अनुसार शिक्षा दी जाती है।
कोलकाता से दूरी - 162 किलोमीटर
मुकुंतमपुर
मुकुंतमपुर पश्चिम बंगाल के बांकुरा में स्थित है। यह झारखंड सीमा के करीब कांगसाबाती और कुमारी नदियों के संगम पर बसा हुआ है। यहां सफेद शेरों और उनके शावकों को खेलते हुए देखकर आप रोमांचित हो उठेंगी है।
कोलकाता से दूरी- 217 किलोमीटर