रात में एक अच्छी नींद लेना बेहतर हेल्थ के लिए बेहद जरूरी है। लेकिन क्या आप जानती हैं कि जब आप सो रही होती हैं, तब आप हेयर और स्किन बेनिफिट्स भी उठा सकती हैं। दरअसल, जब आप आराम कर रही होती हैं, तो आपकी त्वचा और हेयर खुद को हील करते हैं। इसलिए यह जरूरी है कि आाप सोते समय भी कुछ बातों का ध्यान रखें जिससे आप वास्तव में एक ब्यूटी स्लीप ले पाएं। इन्हीं जरूरी चीजों में से एक है सिल्क के तकिए पर सोना। जी हां, सोते समय हम तकिए का इस्तेमाल करते हैं।
ऐसे में तकिए और उसके कवर का भी आपकी स्किन और हेयर्स पर प्रभाव पड़ता है। वैसे तो जब कॉटन की बात होती है तो उसे स्किन के लिए काफी अच्छा माना जाता है। लेकिन अगर रात में आप सोना चाहती हैं तो आपको कॉटन के पिलोकवर को सिल्क के पिलोकवर से स्विच करें। तो चलिए आज हम आपको रात में सिल्क पिलोकवर का इस्तेमाल करने के कुछ स्किन व हेयर बेनिफिट्स के बारे में बता रहे हैं, जिसके बाद आप भी यकीनन सिल्क पिलोकवर का इस्तेमाल करना चाहेंगी-
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स्किन एजिंग प्रोसेस को करे स्लो
क्या आप जानती हैं कि सिल्क का पिलोकवर वास्तव में आपको एक रिंकल फ्री स्किन प्रदान कर सकता है। दरअसल, कॉटन पिलो कवर वास्तव में नाइट क्रीम और सीरम को अब्जार्ब करता है, जिसके कारण इन ब्यूटी प्रॉडक्ट्स से मिलने वाले स्किन बेनिफिट्स आपको मिल नहीं पाते।
जबकि सिल्क पिलोकवर त्वचा की नमी को बनाए रखने और उसे कोमल बनाए रखने में मदद करते हैं। इनकी एक खासियत यह होती है कि यह त्वचा की उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा करता है। इसलिए बेहतर होगा कि आप जितना जल्द हो सके, अपने पिलोकवर को सिल्क से स्विच कर दें।
बालों का झड़ना व टूटना करे कम
जब आप सोते समय रेशम के तकिए का इस्तेमाल करती हैं, तो tossing और करवट लेने के दौरान यह बालों को रगड़ने के बजाय उस पर ग्लाइड होते हैं। वहीं दूसरी ओर, एक सूती तकिया बालों के रोम को कमजोर कर देता है जिससे घर्षण के कारण बाल टूट जाते हैं।
इसलिए जहां तक हो सके सिल्क पिलोकवर का इस्तेमाल करें। बालों के लिए रेशम के तकिये का उपयोग करने से भी बालों में नमी बरकरार रहती है, जिससे फ्रिज़ और स्प्लिट एंड्स कम होते हैं।
स्किन को बनाए रखे कोमल
रिंकल्स का मुख्य कारण कोलेजन और इलास्टिसिटी का कम होना होता है, जिससे स्किन वॉल्यूम कम होता है। जबकि सिल्क एक प्राकृतिक फाइबर है जिसमें अमीनो एसिड के स्ट्रिंग होते हैं, जिसमें हमारी त्वचा के समान पीएच स्तर होता है। ये अमीनो एसिड त्वचा को हाइड्रेट रखते हैं जिससे त्वचा में नमी बरकरार रहती है। हाइड्रेटेड स्किन सेल्स कम झुर्रियां दिखाती हैं। ड्राई स्किन वाली महिलाओं को विशेष रूप से इस विधि का सहारा लेना चाहिए ताकि उनकी त्वचा को मॉइस्चराइज रह सके।
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