जब बात स्किन केयर की होती है तो लोग अमूमन फेस वॉश व मॉइश्चराइजिंग को ही प्राथमिकता देते हैं। लेकिन सिर्फ स्किन को वॉश करना या फिर उसे मॉइश्चराइज करना ही काफी नहीं होता है। इसके बाद स्किन को टोन करना भी जरूरी होता है। अमूमन इसके लिए टोनर का इस्तेमाल किया जाता है।
हालांकि, पिछले कुछ वक्त में एस्ट्रिंजेंट भी काफी पॉपुलर हुए है। कई बार हम टोनर को एस्ट्रिंजेंट से रिप्लेस कर सकते हैं। लेकिन क्या आपको सच में टोनर व एस्ट्रिंजेंट के बीच के अंतर के बारे में पता है। इतना ही नहीं, अपनी स्किन टाइप को ध्यान में रखकर ही आपको सही प्रोडक्ट का चयन करना चाहिए। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको टोनर व एस्ट्रिंजेंट के बीच के अंतर के बारे में बता रहे हैं, जिसे जानने के बाद आप भी अपने लिए एक सही प्रोडक्ट का चयन कर पाएंगी-
टोनर क्या है?
टोनर का इस्तेमाल चेहरे को वॉश करने के लिए किया जाता है। यह स्किन को टोन करने के अलावा स्किन पर बचे हुए किसी भी मेकअप प्रोडक्ट को साफ करने में मदद करता है। यह आमतौर पर एक वाटर बेस्ड प्रोडक्ट है जिसमें ह्यूमेक्टेंट्स और ग्लिसरीन जैसे तत्व पाए जाते हैं।
टोनर आपकी स्किन को हाइड्रेट करने में मदद करते हैं। यही कारण है कि इन्हें रूखी या सेंसेटिव स्किन के लिए काफी अच्छा माना जाता है।
एस्ट्रिंजेंट क्या है?
वहीं, अगर एस्ट्रिंजेंट की बात की जाए तो यह भी टोनर की तरह ही काम करते हैं और स्किन पर बचे हुए मेकअप आदि को क्लीन करने में मदद करते हैं। ये भी अधिकतर वाटर बेस्ड होते हैं।
एस्ट्रिंजेंट स्किन से अतिरिक्त ऑयल को हटाने में बेहद प्रभावी माने जाते हैं। यही वजह है कि इन्हें ऑयली व एक्ने वाली स्किन के लिए काफी अच्छा माना जाता है। एस्ट्रिंजेंट्स में आमतौर पर सैलिसिलिक एसिड और अल्कोहल जैसे इंग्रीडिएंट पाए जाते हैं। (विच हेजल से बनाएं टोनर)
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टोनर और एस्ट्रिंजेंट में अंतर
यूं तो टोनर और एस्ट्रिंजेंट लगभग एक ही काम करते हैं। लेकिन फिर भी इनमें कुछ अंतर होता है। जिनके आधार पर सही प्रोडक्ट का चयन किया जा सकता है-
- टोनर अमूमन वाटर बेस्ड होते हैं और यह एस्ट्रिंजेंट की तुलना में काफी लाइट होते हैं। जबकि एस्ट्रिंजेंट अल्कोहल या केमिकल बेस्ड होते हैं और यह टोनर की तुलना में अधिक स्ट्रांग होता है। (टोनर के फायदे)
- टोनर बनाते समय फ्लोरल इंफ्यूजन या हर्बल एक्सट्रैक्ट को शामिल किया जाता है। इसमें एलोवेरा, गुलाब जल या कैमोमाइल जैसे इंग्रीडिएंट्स का इस्तेमाल किया जाता है। वहीं, एस्ट्रिंजेंट में विच हेज़ल और सैलिसिलिक एसिड आदि का उपयोग किया जाता है।
- टोनर को अपने हाइड्रेटिंग प्रभावों के कारण रूखी व सेंसेटिव स्किन के लिए काफी अच्छा माना जाता है। जबकि एस्ट्रिंजेंट ऑयली स्किन के लिए अच्छे माने जाते हैं। लेकिन आपकी ऑयली स्किन सेंसेटिव नहीं होनी चाहिए। इन्हें रूखी व सेंसेटिव स्किन पर इस्तेमाल ना करने की सलाह दी जाती है।
तो अब आपको भी इन दोनों में अंतर समझ आ गया होगा। अब आप भी अपनी स्किन टाइप और स्किन की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए सही प्रोडक्ट का चयन करें।
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Image Credit- Freepik
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