तुलसी के पौधे में कौन से शालिग्राम रखने चाहिए?

तुलसी घर में रखने के साथ-साथ ऐसा भी कहा जाता है कि शालिग्राम की स्थापना भी अवश्य करनी चाहिए। बिना शालिग्राम की पूजा के तुलसी पूजा पूर्ण नहीं मानी जाती है।  

which shaligram can we keep in tulsi in hindi
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Shaligram In Tulsi: हिन्दू धर्म में तुलसी का पौधा घर में रखने और तुलसी की पूजा का विशेस विधान है। वहीं, तुलसी घर में रखने के साथ-साथ ऐसा भी कहा जाता है कि शालिग्राम की स्थापना भी अवश्य करनी चाहिए। बिना शालिग्राम की पूजा के तुलसी पूजा पूर्ण नहीं मानी जाती है।

ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स ने हमें बताया कि तुलसी के पौधे में शालिग्राम विराजित किये जाते हैं लेकिन ज्यादातर लोगों को यह नहीं पता होता कि कौन से शालिग्राम की स्थापना करनी चाहिए। ऐसे में आइये जानते हैं कि कितने प्रकार के होते हैं शालिग्राम और कौन से रखने चाहिए।

कितने प्रकार के होते हैं शालिग्राम?

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हिन्दू धर्म शास्त्रों में कुल 33 प्रकार के शालिग्राम बताये गए हैं। इन 33 प्रकार के शालिग्रामों में से 24 प्रकार के शालिग्राम को भगवान विष्णु (भगवान विष्णु के मंत्र) के 24 अवतारों के रूप में माना जाता है। हालांकि शैव संस्कृति में इन शालिग्रामों को भगवान शिव का जागृत रूप कहा गया है।

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ऐसी मान्यता है कि सभी शालिग्राम को घर में नहीं रखा जा सकता है। जिन शालिग्रामों की घर में स्थापना की जा सकती है उनमें: मत्स्य शालिग्राम, नारायण शालिग्राम, गोपाल शालिग्राम, सुदर्शन शालिग्राम, सूर्य शालिग्राम और वामन शालिग्राम मौजूद हैं।

वहीं, जिन शालिग्रामों की स्थापना सिर्फ ओर सिर्फ मंदिर में बताई गई है, उनमें: जनार्दन शालिग्राम (घर पर शालिग्राम रखने के नियम), नरसिंह शालिग्राम, वराह शालिग्राम और सुदर्शन शालिग्राम शामिल हैं। इन शालिग्रामों को घर में नहीं रखा जाता है क्योंकि इनके नियम कठिन होते हैं।

किस शालिग्राम को तुलसी में रखना चाहिए?

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तुलसी में शालिगाम की स्थापना करते समय इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि वह नारायण शालिग्राम हो। यानी कि एक मात्र नारायण शालिग्राम को ही तुलसी के पास रखना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि अन्य शालिग्राम लक्ष्मी के साथ मौजूद नहीं है।

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तुलसी को मां लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है और ऐसे में तुलसी के पास नारायण शालिग्राम का विराजमान होना ही शुभ है। इस बात का हमेशा ध्यान रखना चाहिए कि तुलसी में शालिग्राम रखने के बाद उनकी नियमित पूजा होनी चाहिए और रोजाना चंदन लगाना चाहिए।

आप भी इस लेख में दी गई जानकरी के माध्यम से यह जान सकते हैं कि अगर तुलसी में शालिग्राम रखते हैं तो कौन सा शालिग्राम रखना चाहिए और क्या है तुलसी में शालिग्राम स्थापित करने का महत्व एवं लाभ। अगर हमारी स्टोरीज से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो वो आप हमें आर्टिकल के नीचे दिए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।

image credit: shutterstock

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