इस धातु के बर्तन से बेलपत्र के पेड़ को चढ़ाएं जल, सभी समस्याओं से मिल सकती है मुक्ति

बेलपत्र भगवान शिव को बेहद प्रिय है। इसलिए भोलेनाथ की पूजा में इस पत्ते को चढ़ाने से व्यक्ति की सभी मनोकामना पूरी हो सकती है। 

Bel patra offering water

(which metal is best for offering water to belpatra plant) ज्योतिष शास्त्र में हर एक चीज का संबंध व्यक्ति के जीवन से होता है। बात करें सूर्य देवता से लेकर सभी पेड़-पौधों में जल देने की, तो इसके भी नियम होते हैं। अलग-अलग धातु के लोटे से जल देने से शुभ परिणाम की प्राप्ति होती है। बता दें, सूर्यदेव को तांबे के लोटे से जल अर्पित करने से व्यक्ति को मान-सम्मान की प्राप्ति होती है।

वहीं पेड़-पौधों में जल देने के नियम हैं। अब ऐसे में बेलपत्र में किस धातु से जल अर्पित करना शुभ माना जाता है।

आइए इस लेख में ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी से विस्तार से जानते हैं।

तांबे के लोटे से बेलपत्र में जल दें (pour water into bel patra from copper pot)

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तांबे का संबंध सूर्य और मंगल से है, इसलिए जिस भी जातक की कुंडली में सूर्य और मंगल दोष से है, उसे बेलपत्र में तांबे के लोटे से जल जरूर देना चाहिए। इससे व्यक्ति की सभी परेशानियां दूर हो सकती है और ग्रह दोष से भी छुटकारा मिल सकता है।

सोमवार के दिन दिन स्टील के पात्र से दें जल (Give water from steel vessel on Monday)

बेलपत्र भगवान शिव (भगवान शिव मंत्र) को बेहद प्रिय है और सोमवार का दिन भोलेनाथ को समर्पित है। इसलिए सोमवार के दिन स्टील के बर्तन से बेलपत्र में जल चढ़ाएं। इससे आपके ऊपर हमेशा भोले बाबा की कृपा बनी रहेगी और आपकी मनोकामना भी पूरी हो सकती है।

मंदिर में स्थित बेलपत्र पर चढ़ाएं जल (Offer water to the Belpatra situated in the temple)

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ज्योतिष के अनुसार ऐसा कहा जाता है कि मंदिर में अगर बेलपत्र का पेड़ हो, तो वहां जल चढ़ाना शुभ फलदायी माना जाता है। इसलिए भोलेनाथ की पूजा करने के बाद बेलपत्र में जल जरूर चढ़ाएं। तभी पूजा का पूर्ण फल मिलता है।

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पीतल के पात्र से चढ़ाये जल (Offer water from a brass vessel)

पीतल का संबंध बृहस्पति ग्रह से है। इसलिए अगर आपकी कुंडली में बृहस्पति गुरु (गुरु मंत्र) की स्थिति कमजोर है, तो पीतल के पात्र से बेलपत्र के पेड़ में जल चढ़ाएं। इससे लाभ हो सकता है और दोष भी दूर हो सकता है।

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चांदी के पात्र से अर्पित करें जल (Offer water from a silver vessel)

चांदी का संबंध चंद्र और शुक्र से है। अगर आपकी कुंडली में यह दोनों की ग्रह की स्थिति कमजोर है, तो बेलपत्र के पेड़ पर चांदी के पात्र से जल अर्पित करना शुभ माना जाता है। इससे दोनों ग्रहों की स्थिति अनुकूल बनी रहती है और शुभ परिणाम की प्राप्ति भी होती है।

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Image Credit- Freepik

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