किन तिथियों में बेलपत्र तोड़ना माना जाता है शुभ?

हिंदू धर्म में बेलपत्र का विशेष महत्व बताया गया है। साथ ही यह भगवान शिव को बेहद प्रिय है। ऐसा कहा जाता है कि भगवान शिव को बेलपत्र अर्पित करने से वह शीघ्र प्रसन्न होते हैं। साथ ही व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं भी पूरी हो जाती है। आइए इस लेख में जानते हैं कि बेलपत्र किन तिथियों पर तोड़ना वर्जित माना जाता है। 

Which day is Auspicious for plucking belpatra

बेलपत्र हिंदू धर्म में एक पवित्र पत्ते के रूप में जाना जाता है। इसे विशेष रूप से भगवान शिव को अर्पित किया जाता है। बेलपत्र को शिवजी का प्रिय माना जाता है और इसे शिव पूजा में अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। पत्तियों वाले बिल्वपत्र को शिव परिवार का प्रतीक भी माना जाता है। बेलपत्र के तीन पल्ले ब्रह्मा, विष्णु और महेश का प्रतिनिधित्व करते हैं। बेलपत्र को पवित्रता का प्रतीक माना जाता है और इसे पूजा में शुद्धिकरण के लिए भी उपयोग किया जाता है। तिष शास्त्र के अनुसार, बेलपत्र का उपयोग ग्रह शांति के लिए भी किया जाता है। यह नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने के लिए भी शुभ माना जाता है। अब ऐसे में कई लोग बेलपत्र को पूजा में अर्पित करने के लिए कभी भी तोड़ लेते हैं। आइए इस लेख में ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी से विस्तार से जानते हैं कि किन तिथियों पर बेलपत्र तोड़ना शुभ माना जाता है।

पूर्णिमा तिथि के दिन तोड़ें बेलपत्र

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पूर्णिमा तिथि के दिन बेलपत्र तोड़ना बेहद शुभ और उत्तम फलदायी माना जाता है। पूर्णिमा तिथि के दिन भगवान शिव और माता पार्वती के साथ-साथ भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा का विधान है। जिसके कारण यह तिथि बेहद शुभ मानी जाती है। इसलिए इस तिथि पर बेलपत्र तोड़ना उत्तम फलदायी साबित होता है।

बुधवार के दिन तोड़ें बेलपत्र

बुधवार के दिन बेलपत्र तोड़ना शुभ माना जाता है। इस दिन बेलपत्र तोड़ने से व्यक्ति को सौभाग्य की प्राप्ति होती है। साथ ही भगवान शिव की कृपा भी बरसती है। इसलिए बुधवार का दिन बेलपत्र तोड़ने के लिए उत्तम है।

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बेलपत्र तोड़ने के दौरान किन मंत्रों का करें जाप?

बेलपत्र तोड़ने के दौरान इन मंत्रों का जाप करें। इससे व्यक्ति को ग्रहदोष से भी छुटकारा मिल जाता है। इसके अलावा अगर आप बेलपत्र तोड़ रहे हैं, तो उससे पहले भगवान शिव का ध्यान जरूर करें। उसके बाद मंत्रों के उच्चारण के साथ बेलपत्र तोड़ें।

त्रिजन्म पाप संहारं एकबिल्वं शिवार्पणम्।"

"ॐ नमः शिवाय"

"ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्। उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्युर्मुक्षीय माऽमृतात्।"

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बेलपत्र का महत्व क्या है?

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बेलपत्र को भगवान शिव का प्रिय फल माना जाता है। शिव पूजा में बेलपत्र चढ़ाना अनिवार्य माना जाता है। बेलपत्र को अत्यंत पवित्र माना जाता है। इसे चढ़ाने से पूजा का फल कई गुना बढ़ जाता है। ऐसी मान्यता है कि बेलपत्र चढ़ाने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं और भक्तों की मनोकामनाएं पूरी करते हैं।

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Image Credit- HerZindagi

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