बनारस का ये कुआं करता है मृत्यु की भविष्यवाणी

वाराणसी को भारत की आध्यात्मिक राजधानी के नाम से जाना जाता है। यहां कई मंदिर और घाट हैं। जो भक्तों के आस्था का एक बड़ा केंद्र है। आइए इस लेख में बनारस में स्थित चमत्कारी कुएं के बारे जानते हैं, जो व्यक्ति के मृत्यु की भविष्यवाणी करता है। 

Mysterious well chandrakoop in varanasi can predict death of a Person ()
Mysterious well chandrakoop in varanasi can predict death of a Person ()

बनारस, जिसे काशी भी कहा जाता है, सनातन धर्म में एक अत्यंत पवित्र और प्राचीन नगर है। इसे मोक्ष का द्वार माना जाता है और हिंदू धर्म में इसे सबसे पवित्र तीर्थस्थलों में से एक माना जाता है। हिंदू मान्यता के अनुसार, जो व्यक्ति बनारस में मरता है, उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है। यही कारण है कि कई लोग अपनी अंतिम यात्रा बनारस करने आते हैं।

बनारस को भगवान भोलेनाथ का शहर माना जाता है। यहां कई प्राचीन मंदिर हैं जो भगवान शिव को समर्पित हैं। बनारस गंगा नदी के तट पर स्थित है। गंगा नदी को हिंदू धर्म में पवित्र नदी माना जाता है और यहां स्नान करने से पापों का नाश होता है।

बनारस का महत्व केवल धार्मिक ही नहीं, बल्कि सांस्कृतिक और ऐतिहासिक भी है। यह शहर भारत की संस्कृति और परंपराओं का प्रतीक है। आपको बता दें, बनारस में एक कुआं है, जो व्यक्ति के मृत्यु के बारे में बताता है। अब ऐसे में इस कुएं की मान्यता क्या है। इसके बारे में ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी से विस्तार से जानते हैं।

मृत्यु की भविष्यवाणी करता है चंद्रकूप कुआं

Untitled design

बनारस में एक चंद्रकूप नामक एक कुआं है, जो मृत्यु की भविष्यवाणी करने के लिए जाना जाता है। यहां के स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर कोई व्यक्ति कुएं में देखता है और पानी में अपनी परछाई नहीं देख पाता है, तो इसका मतलब है कि आने वाले छह महीनों के भीतर उसका जीवन समाप्त हो जाएगा।

chandrakoop    defdfccefcecc

बता दें, 'चंद्रकूप' नाम दो शब्दों से बना है: 'चंद्र', जिसका अर्थ है चंद्रमा, और 'कूप', जिसका अर्थ कुआं है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, इस कुएं का निर्माण चंद्रदेव ने किया था। जो भगवान शिव के भक्त थे। कई सालों तक प्रार्थना करने के बाद कुएं को रहस्यमय गुणों से संपन्न किया।

इसे जरूर पढ़ें - बनारस के इन 5 प्रसिद्ध घाटों के दर्शन से मिट जाता है बड़े से बड़ा पाप

मंदिर परिसर में चंद्रेश्वर लिंग है स्थापित

Chandreshwar Temple  scaled

हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, यह लिंग नौ शिव लिंगों में से एक माना जाता है। जो नवग्रह शिव लिंगों का हिस्सा है। भक्त यहां नवग्रह शिव लिंगों में से एक चंद्रेश्वर लिंग की पूजा करने आते हैं। यहां के लोगों का कहना है कि कुएं में देखने मात्र से ही व्यक्ति का मन, शरीर और आत्मा शुद्ध हो जाता है।

इसे जरूर पढ़ें - नियमित पूजा में न करें ये गलतियां, लग सकता है दोष

अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक पर शेयर और लाइक जरूर करें। इसी तरह के और भी आर्टिकल पढ़ने के लिए जुड़े रहें हर जिंदगी से। अपने विचार हमें आर्टिकल के ऊपर कमेंट बॉक्स में जरूर भेजें।

Image Credit- HerZindagi

HerZindagi Video

HzLogo

HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!

GET APP