हिंदू धर्म और भारतीय संस्कृति में अतिथि को भगवान का रूप माना जाता है। 'अतिथि देवो भवः' की परंपरा हमारे जीवन मूल्यों का हमेशा से ही आधार रही है। इसी वजह से जब भी कोई मेहमान घर पर आता है तो सबसे पहले उसे बैठाकर आदरपूर्वक पानी दिया जाता है। यह केवल शिष्टाचार या आतिथ्य सत्कार का हिस्सा नहीं है, बल्कि इसके पीछे ज्योतिष और शास्त्रों से जुड़ी कुछ मान्यताएं भी छिपी हुई हैं। ऐसा कहा जाता है कि पानी को जीवन का प्रतीक माना जाता है और यह शरीर के साथ-साथ मन को भी शांति प्रदान करता है। अतिथि को सबसे पहले पानी देना न केवल उनका सम्मान करने का एक तरीका है बल्कि यह सकारात्मक ऊर्जा और सौभाग्य का भी आह्वान करता है। ज्योतिष शास्त्र में जल तत्व को चंद्रमा और भावनाओं से जोड़ा गया है। किसी को पानी देना आपके भावनात्मक संतुलन और सच्चे मन से किए गए स्वागत का प्रतीक है। यही नहीं इस उपाय को किसी भी तरह की नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने का भी एक जरिया माना जाता है। आइए ज्योतिषाचार्य डॉ आरती दहिया से जानें कि किसी भी मेहमान को सबसे पहले पानी देने का क्या महत्व होता है और यह जरूरी क्यों है।
किसी तरह की नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने के लिए
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जब कोई व्यक्ति बाहर से हमारे घर में प्रवेश करता है, तो हमें यह ज्ञात नहीं होता कि वह किन परिस्थितियों या ऊर्जा के संपर्क में रहा है। कई बार व्यक्ति के साथ ऐसी नकारात्मक शक्तियां भी घर में प्रवेश कर सकती हैं जो हमारे वातावरण को प्रभावित करती हैं। ऐसे में जब हम मेहमान को सबसे पहले पानी दिया जाता है तो यह माना जाता है कि पानी के स्पर्श से और उसके ग्रहण करने से व्यक्ति के भीतर की नकारात्मक ऊर्जा दूर होने लगती है। पानी शुद्धिकरण वाले गुणों से भरा होता है और सकारात्मक प्रभाव को बढ़ावा देता है। यही कारण है कि जल को पवित्रता और शांति का प्रतीक भी माना गया है।
यदि घर में आया हुआ मेहमान पानी न पिएं तो क्या करें?
घर आने वाला मेहमान यदि किसी कारणवश पानी पीने से मना कर देता है। ऐसे में हम उस पानी को पी लेते हैं या घर के अन्य किसी काम जैसे खाना बनाने आदि में इस्तेमाल कर लेते हैं, ऐसा करना बिलकुल गलत होता है। शास्त्रों और ज्योतिष मान्यताओं के अनुसार यह गलती नहीं करनी चाहिए। अगर कभी ऐसा होता है कि घर आए हुए मेहमान पानी न पिएं तो आप भूलकर भी उस पानी को न पिएं। ऐसा कहा जाता है कि उस पानी में बाहर से आई हुई नकारात्मक ऊर्जा आ जाती है और अगर आप गलती से भी उस पानी को पी लेती हैं तो आपके भीतर भी नकारात्मक ऊर्जा अवशोषित होने लगती है।
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मेहमान को दिए हुए पानी का क्या करें
ज्योतिष शास्त्र कहता है कि जब कोई व्यक्ति बाहर से घर में प्रवेश करता है, तो वह अपने साथ उन सभी स्थानों की ऊर्जाएं भी लेकर आता है जहां भी वह गया होता है। ऐसे में कई बार अनजाने में नकारात्मक ऊर्जा भी उसके साथ घर के भीतर प्रवेश कर सकती है। जब हम मेहमान को पानी देते हैं तो यह पानी उस व्यक्ति की ऊर्जा को अपने अंदर अवशोषित कर लेता है। यदि मेहमान वह पानी न पीए और हम गलती से उसे खुद पी लें, तो यह माना जाता है कि उस पानी में समाहित नकारात्मक ऊर्जा हमारे शरीर और मन पर असर डाल सकती है। यही कारण है कि घर के बड़े भी उस पानी को पीने से मना करते हैं। आप इस पानी को किचन के सिंक में डाल दें। ऐसा माना जाता है कि किचन में बहते पानी के साथ इस पानी को डालने से किसी भी तरह की नकारात्मक ऊर्जा को पानी के साथ बहाने में मदद मिलती है।
यदि आपके घर में भी कोई मेहमान आए तो आप उन्हें सबसे पहले पीने के लिए पानी जरूर दें। इस उपाय से बाहर से आने वाली सभी नकारात्मक ऊर्जाएं दूर हो सकती हैं।
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