Mother's Day 2024: क्यों और कहां होती है घटोत्कच की मां हिडिंबा की पूजा?

अज्ञातवास के दौरान जब भीम की भेंट हिडिंबा से हुई थी तब दोनों को एक दूसरे से प्रेम हो गया था। तब पांडवों ने भीम को हिडिंबा के साथ छोड़ अपनी यात्रा आगे बढ़ा ली थी। हिडिंबा से विवाह के पश्चात भीम भी बाद में हिडिंबा को विदा देकर आगे चले गए थे। 

hidimba in mahabharat

Hidimba Ki Puja Kaha Aur Kyu Hoti Hai: देशभर में 12 मई, दिन रविवार को मदर्स डे मनाया जाएगा। सनातन धर्म में ऐसी कई माओं का उल्लेख मिलता है जो न सिर्फ पूजनीय हैं बल्कि उनसे जुड़ी कथा बहुत प्रोत्साहित कर देने वाली है। आज हम आपको एक ऐसी ही मां की कथा बताने जा रहे हैं जो कुल से राक्षसी थी, लेकिन परम कृष्ण भक्त थीं और अपने पुत्र को अकेले ही बिना किसी की सहायता के उच्च संस्कारों से सुसज्जित किया।

हम बात कर रहे हैं पांडू पुत्र भीम की दूसरी पत्नी और घटोत्कच की मां हिडिंबा की। देवी हिडिंबा को लेकर विचित्र बात यह है कि एक राक्षसी होने के बाद भी इन्हें आज पूजा जाता है और इनकी पूजा से संतान के कष्ट भी दूर हो जाते हैं। ऐसे में ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स से आइये जानते हैं कि आखिर क्यों और कहां की जाती है हिडिंबा देवी की पूजा।

कैसे शुरू हुई मां हिडिंबा की पूजा?

where is hidimba worshipped

माता हिडिंबा को कुल्लू-मनाली क्षेत्र की प्रमुख देवी माना जाता है। ऐसा कहा जाता है माता हिडिंबा इस क्षेत्र में जागृत रूप में स्थापित हैं। पौराणिक कथा के अनुसार, अज्ञातवास के दौरान जब भीम की भेंट हिडिंबा से हुई थी तब दोनों को एक दूसरे से प्रेम हो गया था।

यह भी पढ़ें:Mother's Day 2024: जब पुत्र की रक्षा के लिए अपने ही पति से लड़ गई थी ये मां, जानें एक रोचक कहानी

तब पांडवों ने भीम को हिडिंबा के साथ छोड़ अपनी यात्रा आगे बढ़ा ली थी। हिडिंबा से विवाह के पश्चात भीम भी बाद में हिडिंबा को विदा देकर आगे चले गए थे। तब हिडिंबा ने घोर तपस्या करने का निश्चय किया। ऐसा माना जाता हैकि माता हिडिंबा ने मनाली के जंगलों में तप किया था।

why is hidimba worshipped

माता हिडिंबा के घोर और कठोर तप से प्रसन्न होकर उनकी आराध्य देवी ने उन्हें दर्शन दिए थे और साथ ही, वरदान में देवी होने का आशीर्वाद भी दिया था। इस वरदान के पीछे का कारण था कि राक्षस कुल में जन्म के बाद भी वह तप, पूजा-पाठ में लीन रहती थीं और परम कृष्ण भक्त थीं।

यह भी पढ़ें:Mother's Day 2024: कौन हैं कर्ण की माता राधा? जानें इनकी अनसुनी कहानी

ऐसा कहा जाता है कि मनाली की जिस गुफा में माता हिडिंबा ने घोर तप किया था उसी गुफा में आज माता हिडिंबा का मंदिर है। साथ ही, इसी स्थान पर घटोत्कच का जन्म भी हुआ था। इसी कारण से ऐसी मान्यता है कि यहां आकर पूजा करने से संतान सुख की प्राप्ति हो जाती है।

मदर्स डे 2024: इस मदर्स डे को स्पेशल बनाने के लिए जाने आप क्या गिफ्ट कर सकते हैं और उनकी पसंदीदा मूवी, सॉन्ग के साथ कैसे करे एन्जॉय। Herzindagi के कैंपेन 'Maa Beyond Stereotypes' से जुड़ें और सदियों से चली आ रही रूढ़िवादी सोच को बदलें।यहां क्लिक करें

आप भी इस लेख में दी गई जानकारी के माध्यम से यह जान सकते हैं कि आखिर कौन हैं भीम की पत्नी और घटोत्कच की मां हिडिंबा और कहां एवं क्यों होती है इनकी पूजा। अगर हमारी स्टोरीज से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो वो आप हमें आर्टिकल के नीचे दिए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।

image credit: herzindagi

HzLogo

HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!

GET APP