मिथुन संक्रांति के दिन सूर्यदेव की पूजा में भूलकर भी न करें ये गलतियां, जानें

ज्योतिष शास्त्र में मिथुन संक्रांति सूर्यदेव की पूजा के लिए समर्पित है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन सूर्यदेव की पूजा करने से व्यक्ति को आरोग्य की प्राप्ति हो सकती है। अब ऐसे में मिथुन संक्रांति के दिन सूर्यदेव की पूजा में क्या करना चाहिए और क्या करने से बचना चाहिए। इसके बारे में इस लेख में विस्तार से जानते हैं।
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हिंदू धर्म में मिथुन संक्रांति के दिन सूर्यदेव की पूजा का विशेष महत्व है। मिथुन संक्रांति तब होती है जब सूर्य देव वृषभ राशि से निकलकर मिथुन राशि में प्रवेश करते हैं। मिथुन संक्रांति के दिन सूर्य भगवान की विधिपूर्वक पूजा करने से घर में सुख-शांति, आरोग्यता और समृद्धि बनी रहती है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन पूरे विधि-विधान से सूर्य देव की पूजा-अर्चना करने से जीवन में सुख-शांति का आगमन होता है और साथ ही कई प्रकार के दोषों से भी मुक्ति मिलती है। अब ऐसे में मिथुन संक्रांति के दिन सूर्यदेव की पूजा में क्या करना चाहिए और क्या करने से बचना चाहिए। इसके बारे में इस लेख में इस लेख में ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी से विस्तार से जानते हैं।

मिथुन संक्रांति के दिन क्या करें?

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मिथुन संक्रांति के दिन सूर्यदेव की पूजा का विधान है। ऐसा कहा जाता है कि सूर्यदेव की पूजा करने से व्यक्ति को आरोग्य की प्राप्ति हो सकती है।
स्नान के बाद, तांबे के लोटे में जल, लाल फूल, चावल और गुड़ मिलाकर सूर्य देव को अर्घ्य दें। अर्घ्य देते समय "ऊं घृणि सूर्याय नमः" मंत्र का जाप कर सकते हैं।
इस दिन गेहूं, चावल, दाल आदि अनाजों का दान करना बहुत पुण्यकारी माना जाता है।
सूर्य देव को प्रसन्न करने और उनका आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए सूर्य चालीसा या आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करना बहुत शुभ माना जाता है।
घर में या मंदिर में सूर्य देव और अन्य देवी-देवताओं की पूजा-अर्चना और हवन का आयोजन कर सकते हैं।
मिथुन संक्रांति के दिन सत्य नारायण भगवान की कथा जरूर सुननी चाहिए। इससे उत्तम परिणाम मिल सकते हैं और सौभाग्य की प्राप्ति हो सकती है।
मिथुन संक्रांति के दिन सूर्यदेव को काले तिल, गुड़, हल्दी और चंदन मिश्रित जल से अर्घ्य जरूर देना चाहिए।

मिथुन संक्रांति के दिन क्या करने से बचना चाहिए?

मिथुन संक्रांति के दिन बाल नहीं कटवाना चाहिए और न ही नाखून काटना चाहिए।
सूर्यदेव को गलती से स्टील के बर्तन से अर्घ्य नहीं देना चाहिए।
सूर्यदेव को भूलकर भी काले वस्त्र पहनकर जल न दें। इससे परेशानियां बढ़ सकती हैं।
मिथुन संक्रांति के दिन काली उड़द का दाल खाने से बचना चाहिए।

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Image Credit- HerZindagi

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