हरतालिका तीज के मौके पर कई लोग घर में जागरण व भजन-कीर्तन भी रखवाते हैं। हरतालिका तीज का व्रत कठीन होता है, इसलिए लोग कीर्तन एक दिन पहले ही घर में करवाते हैं। इस साल हरतालिका तीज का व्रत 26 अगस्त को रखा जाएगा। यह व्रत केवल सुहागिन महिलाएं ही नहीं बल्कि कुंवारी कन्याएं भी रख सकती हैं। कुंवारी कन्याएं इसलिए रखती हैं, ताकि उन्हें अच्छा व्रत प्राप्त हो सके। माना जाता है कि अगर आप हरतालिका तीज का व्रत पूरे विधिपूर्वक करती हैं, तो वैवाहिक जीवन अच्छा जाता है साथ में समस्याओं से भी मुक्ति मिलती है। इस दिन भगवान को प्रसन्न करने के लिए कुछ मंत्रों का जाप किया जाता है, लेकिन इस जाप का सही से उच्चारण करना जरूरी है। आज के इस आर्टिकल में हम ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी से जानेंगे कि हरतालिका तीज के दिन शिव-गौरी के किन मंत्रों का जाप किया जाता है।
हरतालिका तीज पर करें भगवान शिव के इन मंत्रों के जाप (Hartalika Teej Puja Mantra)
- ऊँ शं शंकराय भवोद्भवाय शं ऊँ नमः
- नमामिशमीशान निर्वाण रूपं विभुं व्यापकं ब्रह्म वेद स्वरूपं
- ऊँ शं विश्वरूपाय अनादि अनामय शं ऊँ
- ऊँ क्लीं क्लीं क्लीं वृषभारूढ़ाय वामांगे गौरी कृताय क्लीं क्लीं क्लीं ऊँ नमः शिवाय
- ऊँ शं शं शिवाय शं शं कुरु कुरु ऊँ
भगवान शिव और माता पार्वती को प्रसन्न करने के खास मंत्र
- ऊँ साम्ब शिवाय नमः
- ऊँ पार्वत्यै नमः
हरतालिका तीज के दिन व्रत कैसे रखें?
हरतालिका तीज के दिन लोग भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए व्रत तो रखते हैं, लेकिन हरतालिका तीज के नियम नहीं जानते। सबसे पहले आपको यह ध्यान रखने की जरूरत है कि व्रत भगवान शिव और माता पार्वती के मिलन की याद में रखा जाता है। लोग इस दिन व्रत रखकर अपने पति की लंबी उम्र कामना करते हैं। अगर आप इस दिन व्रत रखने जा रही हैं, तो आपको कुछ टिप्स फॉलो करने चाहिए।
- इसके लिए आप एक दिन पहले ही पूजा स्थल की अच्छी से सफाई कर लें।
- अगले दिन जब आप व्रत रखेंगी, तो आपको ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ेगी।
- हरतालिका तीज से एस दिन पहले ही आप पूजन की चीजें जैसे दीपक, फूल, फल, पान, सुपारी, वस्त्र आदि तैयार कर के रख लें।
- हरतालिका तीज पूजन नियम भी आपको पता होने चाहिए। पूजा की शुरुआत से पहले आपको कलश स्थापना करनी चाहिए।
- इस दिन निर्जला व्रत रखा जाता है, यह बिना पानी-पिए रखने की परंपरा है। अगर स्वास्थ्य कारणों से आप इसे नहीं रख पा रही हैं, तो फलाहार लिया जा सकता है।
- इस दिन आपको मिट्टी/बालू से शिव-पार्वती और गणेश जी की प्रतिमा भी बनानी होती है।
- इसके बनाने के बाद आरती की थाली तैयार करें, इसके बाद आप हरतालिका तीज के आरती पढ़कर पूजा शुरू करें।
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Image credit- Herzindagi
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