image

Diwali Puja Samagri List 2025: दिवाली में लक्ष्मी-गणेश जी की पूजा में जरूर शामिल करें ये सामग्री, यहां जानें पूरी लिस्ट

Diwali Puja ki Samagri List 2025: दिवाली पूजा में लक्ष्मी-गणेश जी अहम होते हैं। इनके बिना पूजा अधूरी मानी जाती हैं। वैसे ही कई सारी सामग्री ऐसी होती हैं, जिसका इस्तेमाल करके इस पूजा को पूरा किया जाता है।
Editorial
Updated:- 2025-10-20, 05:24 IST

दिवाली का त्योहार धन, समृद्धि और खुशहाली का प्रतीक है। इस दिन मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा करने से घर में सुख-शांति और आर्थिक समृद्धि बनी रहती है। मान्यता है कि इस दिन सही विधि और पूरी पूजन सामग्री के साथ पूजा करने से घर में लक्ष्मी का स्थायी वास होता है। इसलिए आप भी पूजा की सभी सामग्री को लेकर आएं। इसके बाद पूजा करें। इससे पूजा पूरी मानी जाती है। आइए आर्टिकल में आपको इसकी विधि और सामग्री की पूरी डिटेल शेयर करते हैं।

लक्ष्मी-गणेश पूजा की सामग्री लिस्ट (Laxmi Ganesh Puja Samagri List 2025)

  • मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की मूर्ति या चित्र
  • चौकी (लकड़ी की)
  • लाल या पीला आसन (कपड़ा बिछाने के लिए)
  • कलश (तांबे या मिट्टी का)
  • नारियल और आम के पत्ते

1 - 2025-10-15T161837.376

दिवाली पूजा में इस्तेमाल होने वाली जरूरी सामग्री (Diwali Puja Samagri List 2025)

  • गंगाजल
  • रोली, हल्दी, चावल (अक्षत)
  • फूल (विशेषकर कमल और गुलाब)
  • मालाएं और तोरण
  • धूप, दीपक और कपूर
  • पान, सुपारी और इलायची
  • मिठाई (खासकर लड्डू, खीर या मेवा)
  • फल (केला, अनार आदि)
  • पंचमेवा और पंचामृत
  • इत्र या सुगंधित जल
  • चांदी का सिक्का
  • नए नोट या धन
  • शंख और घंटी
  • मिट्टी या पीतल का दीपक
  • रुई की बत्तियां

3 - 2025-10-15T161836.361

 

इसे भी पढ़ें: Lakshmi Charan on Diwali: दिवाली पर आप भी लगाती हैं दरवाजे पर लक्ष्मी चरण, तो न करें ये गलतियां; उल्टे पैर लौट जाएंगी धन की देवी

दिवाली की पूजा सामग्री का महत्व (Diwali Puja Samagri 2025)

  • भगवान गणेश और मां लक्ष्मी की मूर्ति प्रथम होती है। यह धन, समृद्धि, ऐश्वर्य और बुद्धि का प्रतीक होता है। इसलिए इन्हें रखा जाता है।
  • दीपक प्रकाश, ज्ञान और आशा का प्रतीक है। तेल का दीपक सात्विक ऊर्जा का प्रतीक होता है, जो देवी-देवताओं को प्रसन्न करता है।
  • खील धान से बनती है, जो फसल और प्रचुरता का प्रतीक है। यह दर्शाता है कि अन्न की देवी माँ लक्ष्मी की कृपा से ही हमारे भंडार भरे रहते हैं।
  • ये अखंडता, पूर्णता और निरंतरता के प्रतीक हैं। अक्षत को पूजा में 'शुद्धता' और 'समस्त अनाज' का प्रतिनिधित्व करने के लिए प्रयोग किया जाता है।
  • सुपारी को गणेश जी का स्वरूप माना जाता है। पूजा में पान और सुपारी का प्रयोग सफलता, प्रतिष्ठा और इच्छाओं की पूर्ति के लिए किया जाता है।
  • मां लक्ष्मी कमल पर विराजमान हैं। कमलगट्टा (कमल के बीज) उन्हें अत्यंत प्रिय हैं। यह माना जाता है कि पूजा में कमलगट्टा अर्पित करने से मां लक्ष्मी शीघ्र प्रसन्न होती हैं।

4 - 2025-10-15T161834.787

 

इसे भी पढ़ें: Diwali Calendar 2025: धनतेरस से भाईदूज तक, दीपोत्सव के सभी पर्वों का पूरा कैलेंडर और शुभ मुहूर्त यहां जानें

दिवाली की पूजा पर मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा अगर पूर्ण श्रद्धा और सही पूजन सामग्री के साथ की जाए, तो जीवन में धन, सुख और सौभाग्य का वास होता है। इस दिन का हर दीपक आपके जीवन में नई रोशनी लेकर आता है। इसलिए आपको इस विधि और सामग्री के साथ पूजा पूरी करें। इससे आपके जीवन में समृद्धि बनी रहेगी। साथ ही आपको पूजा सही तरीके से पूरा करने का मौका मिलेगा।

अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे शेयर जरूर करें। इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिंदगी के साथ।

Image Credit- Freepik

यह विडियो भी देखें

Herzindagi video

Disclaimer

हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, compliant_gro@jagrannewmedia.com पर हमसे संपर्क करें।

;