कानपुर की गिनती भारत के सबसे खूबसूरत शहरों में होती है। पवित्र गंगा नदी के तट पर स्थित इस शहर की ऐतिहासिक और धार्मिक स्थलों की भव्यता सैलानियों को अपनी ओर खींच ही लाती है। यूं तो हर साल कानपुर में हजारों पर्यटक आते हैं, लेकिन कानपुर के आसपास भी ऐसी कई जगहें हैं, जो वीकेंड पर फैमिली के साथ घूमने में लिए एकदम परफेक्ट हैं। कानपुर की खूबसूरती का नजारा देखने के बाद अगर आपके पास समय हो तो वहां के आसपास की इन जगहों पर भी एक बार जरूर जाएं। यकीन मानिए, आपको यहां पर कुछ बेहद यादगार अनुभव होंगे और आपको इन जगहों से निराश होकर नहीं लौटना पड़ेगा-
कौशाम्बी
कानपुर से करीबन 190 किमी दूर कौशाम्बी बौद्धों व जैन धर्म के लोगों के लिए एक प्रमुख तीर्थस्थल माना गया है। समय के साथ कौशाम्बी के स्वरूप में काफी परिवर्तन आया है। लेकिन फिर भी यमुना नदी के किनारे यहां पर ऐसे कई स्मारक और स्तूप हैं, जो टूरिस्ट के आकर्षण का केन्द्र बनते हैं। वैसे तो आप यहां पर किसी भी मौसम में आ सकते हैं, लेकिन नवंबर से मार्च का महीना यहां घूमने के लिए सबसे अच्छा माना जाता है। अगर आप कौशाम्बी जा रहे हैं तो एक बार शीतला देवी मंदिर में अवश्य जाएं। हजारों वर्ष पुराने इस मंदिर के प्रति लोगों की विशेष आस्था है।
रायबरेली
कानपुर के आसपास पर्यटक स्थलों में फैमिली ट्रिप के लिए रायबरेली एक परफेक्ट जगह है। यहां पर आपको देखने के लिए काफी कुछ मिलेगा। फिर चाहे वह समसपुर पक्षी अभयारण्य हो या फिर इंदिरा गांधी मेमोरियल बोटेनिकल गार्डन या फिर सई नदी पर बना बेहंटा पुल, हर जगह की अपनी विशेषता है। समसपुर पक्षी अभयारण्य की विशेषता यह है कि यहां पर आपको 250 से अधिक पक्षी व जानवर देखने को मिल जाएंगे, जो वास्तव में किसी एडवेंचर से कम नहीं है।
लखनऊ
नवाबों का शहर माना जाने वाला लखनऊ कानपुर से महज 80 किमी की दूरी पर स्थित है। यहां पर आपको खाने से लेकर बोलने व घूमने एक राजसी झलक देखने को मिलेगी। यहां के लोगों की बातों में लखनवी अंदाज और खाने में मुगल व्यंजन जैसे कबाब और टिक्के का स्वाद भुलाए नहीं भूलता। वहीं लखनऊ की चिकनकारी का काम सिर्फ इंडिया ही नहीं, बल्कि पूरे विश्व में प्रसिद्ध है।
Recommended Video
इतना ही नहीं, यहां पर घूमने व देखने के लिए भी बहुत कुछ है। लखनऊ में गोमती नदी के किनारे पर बना मोती महल, बड़ा इमामबाड़ा, हजरतगंज मार्केट, मेमोरियल म्यूजियम, बेगम हजरत महल पार्क, रूमी दरवाजा और न जाने ऐसी कितनी ही जगहें हैं, जहां पर घूमने का आपको एक अलग ही मजा आएगा।
खजुराहो
कानपुर से 210 किमी दूर मध्यप्रदेश में स्थित खजुराहो शहर अपने प्राचीन एवं मध्यकालीन मंदिरों के लिये विश्व प्रसिद्ध है। खजुराहो का इतिहास लगभग एक हजार साल पुराना है और यहां पर आपको कई हिन्दू और जैन मंदिर देखने को मिलेंगे, जो नक्काशी और वास्तुकला का एक सर्वश्रेष्ठ उदारहण है। खजुराहों के मंदिर में संभोग की विभिन्न कलाओं को बेहद ही खूबसूरती से उकेरा गया है।
कामशास्त्र की तरह ही खजुराहों के मंदिर भी सिर्फ भारत में ही नहीं, बल्कि पूरे विश्व में लोगों के लिए आकर्षण का केन्द्र बनते हैं। खजुराहों के पश्चिमी समूह के मंदिर पूरी तरह से हिन्दुओं का मंदिर है। इस समूह को युनेस्को ने 1986 में विश्व विरासत की सूची में शामिल भी किया है। इस समूह में स्थित कंदरिया महादेव मंदिर खजुराहो का सबसे भव्य मंदिर है। वहीं खजुराहो के पूर्वी समूह में जैन और हिन्दू मंदिर स्थित है। इस समूह में पाश्र्वनाथ मंदिर सबसे बड़ा मंदिर है।